बागेश्वर जिले के प्रमुख ग्लेशियर, झीलें, और नदियाँ (Major Glaciers, Lakes, and Rivers of Bageshwar District)
बागेश्वर जिले के प्रमुख ग्लेशियर, झीलें, और नदियाँ
बागेश्वर जिला उत्तराखंड के प्रमुख प्राकृतिक सौंदर्य और धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के ग्लेशियर, झीलें और नदियाँ अपनी भव्यता और धार्मिक महत्व के कारण काफी चर्चित हैं। इस ब्लॉग में हम जिले के प्रमुख ग्लेशियर, झीलों और नदियों के बारे में विस्तार से जानेंगे।
जिले के प्रमुख ग्लेशियर
हीरामणि ग्लेशियर
यह एक शानदार ग्लेशियर है, जो पर्यटकों के आकर्षण का मुख्य केंद्र है और ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए एक आदर्श स्थान है।पिण्डारी ग्लेशियर
आकार में गंगोत्री के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है। यह ट्रेकर्स के बीच काफी लोकप्रिय है और इसकी खूबसूरती बेमिसाल है।कफनी ग्लेशियर
पिण्डारी ग्लेशियर के पास स्थित, यह भी एक प्रमुख ग्लेशियर है। इस ग्लेशियर के पास बर्फ से ढके हुए पहाड़ और प्राकृतिक दृश्य मनमोहक हैं।सुंदरदूंगा ग्लेशियर
सुंदरदूंगा का अर्थ है ‘सुंदर पत्थरों की घाटी’। यह ट्रेकिंग और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है।नामिक ग्लेशियर
यह ग्लेशियर कुमाऊं क्षेत्र का एक और प्रमुख आकर्षण है। यहां के प्राकृतिक दृश्य और शांत वातावरण पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं।सम्भू ग्लेशियर
सम्भू ग्लेशियर न केवल एक ग्लेशियर है, बल्कि यह एक सुंदर बुग्याल (घास का मैदान) भी है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है।
जिले की प्रमुख झीलें
सूरजकुण्ड
यह पवित्र झील है और इसे धार्मिक महत्व के साथ जोड़ा जाता है। सूरजकुण्ड में श्रद्धालु स्नान कर पुण्य अर्जित करने के लिए आते हैं।अग्निकुण्ड
अग्निकुण्ड का धार्मिक महत्व है, और इसे पवित्र मानकर यहाँ स्नान और पूजा का आयोजन किया जाता है।छीड़ गंगा कुण्ड, कफौली
यह प्राकृतिक झील कफौली में स्थित है और स्थानीय श्रद्धालुओं में इसका विशेष महत्व है।सुकुण्डा ताल, पोथिंग गांव
यह झील भीम द्वारा निर्मित मानी जाती है और इसके चारों ओर का दृश्य अत्यंत सुंदर है।तप्त कुण्ड, सलिंग
यह प्राकृतिक गर्म जल का स्रोत है और ठंड के मौसम में भी यहाँ का पानी गर्म रहता है, जिससे यह धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।देवी कुण्ड
सुंदरदूंगा ग्लेशियर के निकट स्थित इस झील का धार्मिक महत्व है और यहाँ देवी की पूजा की जाती है।बैजनाथ झील
बैजनाथ में स्थित इस झील का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व है। यह झील मंदिरों के पास स्थित है और श्रद्धालुओं का मुख्य आकर्षण है।
जिले की प्रमुख नदियाँ
सरयू नदी
- यह नदी सरमूल से निकलती है और पंचेश्वर में काली नदी में मिल जाती है।
- बागेश्वर में सरयू नदी का संगम गोमती नदी के साथ होता है।
- सरयू नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ हैं: भद्रागाड़, घाटगाड़, जालौरगाड़, भूरगाड़, अलकनंदी, सानीयांगाड़, पनार, पुंगर आदि।
गोमती नदी
- गोमती नदी भदकोट के समीप वेणू पर्वत से निकलती है।
- यह कत्यूर और गरूड़ घाटियों से होकर बहती है और बागेश्वर में सरयू नदी में मिल जाती है।
- बैजनाथ में गोमती और गरूड़ गंगा का संगम होता है और यहां बैराज का निर्माण भी किया गया है।
पिंडारी नदी
- यह नदी पिण्डारी ग्लेशियर से निकलती है और कर्णप्रयाग में अलकनन्दा नदी में मिल जाती है।
- पिंडारी नदी के जल को स्थानीय निवासियों द्वारा कृषि और पेयजल के लिए उपयोग में लाया जाता है।
बेलंग गाड़
- यह नदी पोथिंग गांव से निकलती है और इसमें भिटाव छीड़ झरना है, जो इसे खास बनाता है।
- बेलंग गाड़ का पानी आसपास के क्षेत्र में कृषि और घरेलू उपयोग के लिए महत्वपूर्ण है।
बागेश्वर जिले के ग्लेशियर, झीलें और नदियाँ न केवल प्राकृतिक सुंदरता में अभिवृद्धि करते हैं, बल्कि धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहां का शांत वातावरण, पहाड़ों से निकलती नदियाँ, बर्फ से ढके ग्लेशियर, और पवित्र झीलें इस क्षेत्र को अद्वितीय बनाती हैं।
FAQ (Frequently Asked Questions)
जिले के प्रमुख ग्लेशियरों से जुड़े प्रश्न
बागेश्वर जिले में कौन-कौन से प्रमुख ग्लेशियर स्थित हैं?
- हीरामणि, पिण्डारी, कफनी, सुंदरदूंगा, नामिक और सम्भू ग्लेशियर जिले के प्रमुख ग्लेशियर हैं।
पिण्डारी ग्लेशियर क्यों प्रसिद्ध है?
- पिण्डारी ग्लेशियर आकार में गंगोत्री के बाद दूसरा सबसे बड़ा ग्लेशियर है और ट्रेकिंग के शौकीनों के बीच बहुत प्रसिद्ध है।
सम्भू ग्लेशियर का क्या महत्व है?
- सम्भू ग्लेशियर एक बुग्याल (घास का मैदान) भी है और अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है।
जिले की प्रमुख झीलों से जुड़े प्रश्न
बागेश्वर जिले की प्रमुख झीलें कौन-कौन सी हैं?
- सूरजकुण्ड, अग्निकुण्ड, छीड़ गंगा कुण्ड, सुकुण्डा ताल, तप्त कुण्ड, देवी कुण्ड और बैजनाथ झील जिले की प्रमुख झीलें हैं।
सुकुण्डा ताल का धार्मिक महत्व क्या है?
- सुकुण्डा ताल को भीम द्वारा निर्मित मानी जाती है और यह कपकोट में स्थित है, जिसके चारों ओर का दृश्य बहुत सुंदर है।
तप्त कुण्ड क्यों प्रसिद्ध है?
- तप्त कुण्ड सलिंग में स्थित एक गर्म पानी का झरना है, जो ठंड में भी गर्म रहता है और इसे धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जाता है।
जिले की प्रमुख नदियों से जुड़े प्रश्न
बागेश्वर जिले की प्रमुख नदियाँ कौन-कौन सी हैं?
- सरयू नदी, गोमती नदी, पिंडारी नदी और बेलंग गाड़ प्रमुख नदियाँ हैं।
सरयू नदी का संगम किस नदी के साथ होता है?
- सरयू नदी का संगम गोमती नदी के साथ बागेश्वर में होता है।
गोमती नदी का उद्गम स्थल कहां है?
- गोमती नदी भदकोट के समीप वेणू पर्वत से निकलती है और कत्यूर और गरूड़ घाटी से होकर बहती है।
पिंडारी नदी कहां मिलती है?
- पिंडारी नदी का संगम कर्णप्रयाग में अलकनंदा नदी में होता है।
बेलंग गाड़ किस गांव से निकलती है और इसका महत्व क्या है?
- बेलंग गाड़ पोथिंग गांव से निकलती है और इसमें स्थित भिटाव छीड़ झरना इसे विशेष बनाता है।
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