चितई गोलू देवता की आरती और पूजा मंत्र "जय गोल ज्यू महाराज" (Aarti and Puja Mantra of Chitai Golu Devta "Jai Gol Jew Maharaj")

चितई गोलू देवता की आरती और पूजा मंत्र "जय गोल ज्यू महाराज"

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित चितई गोलू देवता मंदिर एक प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहां भगवान गोलू देवता की पूजा अर्चना करने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। गोलू देवता को न्याय और सच्चाई का देवता माना जाता है और यहां श्रद्धालु अपनी मनोकामनाओं को लेकर आते हैं। इस मंदिर की विशेषता यह है कि यहां लोग अपनी चिट्ठी भेजते हैं और भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। गोलू देवता के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने के लिए उनकी आरती भी गाई जाती है, जिसे बड़े श्रद्धा भाव से लोग गाते हैं।

चितई गोलू देवता की आरती

जय गोल ज्यू महाराज,
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!
जय गोल ज्यू महाराज,
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

ज्योत जगुनों तेरी...
सुफल करिए काज....!
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

(कोरस)
जय गोल ज्यू महाराज,
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..
ज्योति जगुनों तेरी...
सुफल करिए काज....!
जय गोल ज्यू महाराज !!

पाड़ी में बगन तू आछे,
लुवे को पिटार में नादान,
(देवा लुवे को पीटार में नादान)

गोरी घाट भाना पायो..
पड़ी गयो गोरिया नाम..!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!
(कोरस)
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

ज्योति जलूनों तेरी...
सुफल करिए काज.....!
जय गोल ज्यू महाराज !!

हरुआ, कलुवा भाई तेरो,
बड़ छेना जो दीवान..!
माता कालिंका तेरी...
बाबू झालो राज...!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

(कोरस)
जय हो जय गोल ज्यू महाराज
जय हो जय गोल ज्यू महाराज
ज्योति जलूनों तेरी...
सुफल करिए काज.....!
जय गोल ज्यू महाराज !!

सुखिले लुकड़ टांक तेरो
कांठ का घोड़ में सवार !
(देवा काठ को घोड़ में सवार)

लुवे की लगाम हाथयू में..
चाबुक छू हथियार...!!

जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..!!

(कोरस)
जय हो जय गोल ज्यू महाराज.
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..
ज्योति जलूनों तेरी...
सुफल करिए काज.....!
जय गोल ज्यू महाराज !!

न्याय तेरो हूँ साची,
सब उनी तेरो द्वार,
देवा सब उनी तेरो द्वार !
जो मांखी तेरो नो ल्यूं...

लगे वीक नय्या पार !

जय गोल ज्यू महाराज !!
(कोरस)
जय हो जय गोल ज्यू महाराज.
जय हो जय गोल ज्यू महाराज ..
ज्योति जलूनों तेरी...
सुफल करिए काज....!
जय गोल ज्यू महाराज !!

दूध, बतास और नारियल,
फूल चडनी तेरो द्वार,
देवा फूल चडनी तेरो द्वार !
प्रथम मंदीर चम्पावत..
फिर चितई, घोड़ाखाल.!

जय गोल ज्यू महाराज !!


चितई गोलू देवता मंदिर, अल्मोड़ा:

चितई गोलू देवता मंदिर अल्मोड़ा जिले से लगभग 8 किलोमीटर दूर और भोवाली से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह मंदिर सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, जिससे श्रद्धालु आसानी से वहां पहुंच सकते हैं। आप अपने निजी वाहन से या फिर भोवाली स्टैंड से साझा टैक्सी कैब के द्वारा भी इस मंदिर तक पहुँच सकते हैं। मंदिर जागेश्वर धाम रोड पर स्थित है और आप इसे जागेश्वर धाम की यात्रा के साथ जोड़ सकते हैं।

निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो इस मंदिर के लिए सबसे पास स्थित रेलवे स्टेशन है।


चितई गोलू देवता मंदिर का समय:

मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक खुला रहता है। मौसम के अनुसार कभी-कभी समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है। प्रवेश शुल्क निःशुल्क है।


उत्तराखंड में चितई गोलू देवता मंदिर के उत्सव:

गोलू देवता के मंदिर में भक्तगण गोलू देवता की 3 दिन या 9 दिन की पूजा में सम्मिलित होते हैं, जिसे गोरेल देवता के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान, भक्तगण गोलू देवता को घी, दूध, दही, हलवा, पूरी, पकौड़ी आदि का भोग अर्पित करते हैं। यह उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है और भक्तगण उत्साह एवं उमंग के साथ इसमें भाग लेते हैं।


अंतिम शब्द:
चमकते हुए गोलू देवता की पूजा और उनकी आरती श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। गोलू देवता के मंदिर में आकर लोग अपनी समस्याओं का समाधान पाते हैं और जीवन में सुख, शांति और न्याय की प्राप्ति की कामना करते हैं।

चितई गोलू देवता मंदिर (FQCs) 


1. चितई गोलू देवता मंदिर कहाँ स्थित है?

उत्तर: चितई गोलू देवता मंदिर उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में स्थित है। यह मंदिर अल्मोड़ा से लगभग 8 किलोमीटर और भोवाली से कुछ किलोमीटर दूर है।


2. चितई गोलू देवता मंदिर तक कैसे पहुँच सकते हैं?

उत्तर: चितई गोलू देवता मंदिर तक सड़क मार्ग से आसानी से पहुँच सकते हैं। आप निजी वाहन से या भोवाली स्टैंड से साझा टैक्सी कैब द्वारा मंदिर तक पहुँच सकते हैं। निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है।


3. चितई गोलू देवता मंदिर का समय क्या है?

उत्तर: चितई गोलू देवता मंदिर सुबह 6 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक खुला रहता है। मौसम के अनुसार कभी-कभी समय में थोड़ा बदलाव हो सकता है।


4. चितई गोलू देवता की पूजा विधि क्या है?

उत्तर: चितई गोलू देवता की पूजा में घी, दूध, दही, हलवा, पूरी, पकौड़ी आदि का भोग अर्पित किया जाता है। भक्तगण 3 या 9 दिनों तक पूजा में सम्मिलित होते हैं, जिसे गोरेल देवता के नाम से भी जाना जाता है।


5. चितई गोलू देवता की आरती कैसे है?

उत्तर: चितई गोलू देवता की आरती में "जय गोल ज्यू महाराज" का उच्चारण किया जाता है। यह आरती बड़े श्रद्धा भाव से गाई जाती है और भक्तगण इसे अपने मन की शांति और सुख-समृद्धि के लिए गाते हैं।


6. चितई गोलू देवता मंदिर का महत्व क्या है?

उत्तर: चितई गोलू देवता को न्याय और सच्चाई का देवता माना जाता है। यहां श्रद्धालु अपनी समस्याओं का समाधान प्राप्त करने के लिए आकर पूजा अर्चना करते हैं और गोलू देवता से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।


7. चितई गोलू देवता मंदिर के उत्सव कब मनाए जाते हैं?

उत्तर: चितई गोलू देवता मंदिर में विशेष रूप से 3 दिन या 9 दिन का उत्सव मनाया जाता है, जिसे गोरेल देवता के नाम से जाना जाता है। इस दौरान भक्तगण उत्साह और उमंग के साथ पूजा करते हैं और गोलू देवता को भोग अर्पित करते हैं।


8. चितई गोलू देवता मंदिर में प्रवेश शुल्क क्या है?

उत्तर: चितई गोलू देवता मंदिर में प्रवेश निःशुल्क है।


9. चितई गोलू देवता का पूजा भोग क्या होता है?

उत्तर: चितई गोलू देवता को पूजा के दौरान घी, दूध, दही, हलवा, पूरी, पकौड़ी आदि का भोग अर्पित किया जाता है।


10. चितई गोलू देवता मंदिर का इतिहास क्या है?

उत्तर: चितई गोलू देवता मंदिर का इतिहास गोलू देवता के प्रति श्रद्धा और आस्था से जुड़ा हुआ है। गोलू देवता को न्याय का देवता माना जाता है और लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए उनकी पूजा करते हैं।

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