कुमाऊँ का चन्द राजवंश: इतिहास, शासक और विरासत
कुमाऊँ के ऐतिहासिक पन्नों में चन्द राजवंश का विशेष स्थान है। इस वंश की स्थापना 700 ई. में कुँवर सोमचंद ने की थी। वह इलाहाबाद के निकट से बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा पर आए थे। काली कुमाऊँ में उस समय सूर्यवंशी राजा ब्रह्मदेव कत्यूरी का शासन था, जिन्होंने अपनी एकमात्र कन्या का विवाह सोमचंद से कर दहेज में 15 बीघा भूमि भेंट की। इसके बाद सोमचंद ने काली कुमाऊँ पर अधिकार कर लिया और चम्पावत में राजबूँगा किले का निर्माण कर अपनी राजधानी स्थापित की।
चन्द राजवंश के प्रमुख शासक और उनकी उपलब्धियाँ:
1. सोमचंद (700 ई.):
- चन्द वंश के संस्थापक।
- चम्पावत में राजबूँगा किले का निर्माण।
2. ज्ञानचंद:
- दिल्ली के सुल्तान फिरोजशाह तुगलक के दरबार में भेंट अर्पित करने वाले प्रथम चन्द शासक।
- उन्हें 'गरुड़' की उपाधि प्राप्त हुई।
3. भीष्मचंद (1512-1530 ई.):
- राजधानी चम्पावत से अल्मोड़ा स्थानांतरित की।
- खगमरा किला का निर्माण।
4. बाजबहादुर चंद:
- चन्द राजवंश के सबसे शक्तिशाली शासकों में से एक।
5. कल्याणचंद IV:
- उनके शासनकाल में कुमाऊँ पर रोहिलों का आक्रमण हुआ।
महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएँ:
- 1261 ई.: थोहरचंद ने कुशल शासन की स्थापना की।
- 1451-52 ई.: डोटी का युद्ध भारती चंद और मल्ल राजाओं के बीच।
- 1790 ई.: चन्द राजवंश का अंत, जब गोरखाओं ने कुमाऊँ पर अधिकार कर लिया।
कुमाऊँ के प्रमुख किले:
किला | निर्माता शासक | स्थान |
---|---|---|
राजबूँगा का किला | सोमचंद | चम्पावत |
मल्ला महल किला | कल्याणचंद | अल्मोड़ा |
लालमण्डी किला | कल्याणचंद | पल्टन बाजार, अल्मोड़ा |
फोर्ट मोयरा | कल्याणचंद | अल्मोड़ा |
सांस्कृतिक और प्रशासनिक विरासत:
- भूमि निर्धारण प्रणाली और ग्राम प्रधान की नियुक्ति चन्द शासकों की महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ थीं।
- गाय का चिह्न इनके सिक्कों, मोहरों और झंडों पर अंकित होता था, जो इनकी आधिकारिक पहचान थी।
- कवि शिव ने 'कल्याण चन्द्रोदयम' जैसे ग्रंथ की रचना की।
चन्द वंश का अंत:
1790 ई. में नेपाली गोरखाओं ने चन्द राजवंश के अंतिम शासक महेन्द्रचंद को पराजित कर कुमाऊँ पर अधिकार कर लिया, जिससे चन्द वंश का अंत हो गया।
कुमाऊँ के चन्द राजवंश से संबंधित FAQs (Frequently Asked Questions)
1. कुमाऊँ के चन्द राजवंश की स्थापना किसने की थी?
उत्तर: कुमाऊँ के चन्द राजवंश की स्थापना 700 ई. में सोमचंद ने की थी।
2. चन्द राजवंश की राजधानी कहाँ थी?
उत्तर: प्रारंभ में राजधानी चम्पावत थी, जिसे बाद में अल्मोड़ा स्थानांतरित कर दिया गया।
3. सोमचंद ने किससे विवाह किया था?
उत्तर: सोमचंद ने सूर्यवंशी राजा ब्रह्मदेव कत्यूरी की एकमात्र पुत्री से विवाह किया था।
4. चन्द वंश का सबसे शक्तिशाली शासक कौन था?
उत्तर: बाजबहादुर चन्द और गुरुवज्ञान चन्द को चन्द वंश के सबसे शक्तिशाली शासक माना जाता है।
5. दिल्ली के सुल्तान फिरोजशाह तुगलक के दरबार में भेंट अर्पित करने वाला प्रथम चन्द शासक कौन था?
उत्तर: ज्ञानचंद दिल्ली के सुल्तान फिरोजशाह तुगलक के दरबार में भेंट अर्पित करने वाले पहले चन्द शासक थे।
6. फिरोजशाह तुगलक ने ज्ञानचंद को कौन सी उपाधि प्रदान की थी?
उत्तर: उन्हें ‘गरुड़’ की उपाधि से सम्मानित किया गया था।
7. कुमाऊँ पर गोरखाओं ने कब अधिकार किया?
उत्तर: 1790 ई. में गोरखाओं ने चन्द राजाओं को हराकर कुमाऊँ पर अधिकार कर लिया।
8. चन्द राजवंश के अंतिम शासक कौन थे?
उत्तर: चन्द राजवंश के अंतिम शासक महेन्द्रचंद थे।
9. चन्द राजवंश के राजचिह्न में क्या अंकित होता था?
उत्तर: चन्द राजवंश के सिक्कों, मोहरों और झंडों पर गाय का चिह्न अंकित होता था।
10. किस चन्द शासक ने राजधानी चम्पावत से अल्मोड़ा स्थानांतरित की?
उत्तर: भीष्मचंद ने 1512-1530 ई. के बीच राजधानी चम्पावत से अल्मोड़ा स्थानांतरित की।
11. चन्द वंश का प्रमुख प्रशासनिक सुधार क्या था?
उत्तर: भूमि निर्धारण प्रणाली और ग्राम प्रधान की नियुक्ति चन्द शासकों की प्रमुख प्रशासनिक सुधार उपलब्धियाँ थीं।
12. चन्द राजवंश के प्रमुख किले कौन से हैं?
उत्तर:
- राजबूँगा किला - चम्पावत (निर्माता: सोमचंद)
- मल्ला महल किला - अल्मोड़ा (निर्माता: कल्याणचंद)
- लालमण्डी किला - पल्टन बाजार, अल्मोड़ा (निर्माता: कल्याणचंद)
13. 'कल्याण चन्द्रोदयम' ग्रंथ की रचना किसने की?
उत्तर: कवि शिव ने 'कल्याण चन्द्रोदयम' की रचना की थी।
14. कुमाऊँ क्षेत्र में डोटी का युद्ध किनके बीच हुआ था?
उत्तर: भारती चन्द और मल्ल राजाओं के बीच 1451-52 ई. में डोटी का युद्ध हुआ था।
15. कुमाऊँ के चन्द राजवंश की मुख्य सांस्कृतिक धरोहरें क्या हैं?
उत्तर: किले, प्राचीन मंदिर, गाय का प्रतीक चिन्ह, सिक्के, प्रशासनिक सुधार, और सांस्कृतिक ग्रंथ चन्द राजवंश की मुख्य धरोहरें हैं।
टिप्पणियाँ