उत्तराखण्ड की प्रमुख झीलें, ताल एवं ग्लेशियर (Major lakes, lakes and glaciers of Uttarakhand)

उत्तराखण्ड की प्रमुख झीलें, ताल एवं ग्लेशियर

उत्तराखण्ड, प्राकृतिक सौंदर्य और भौगोलिक विविधताओं से भरपूर एक ऐसा राज्य है, जहाँ झीलें, ताल और ग्लेशियर प्राकृतिक धरोहर के रूप में मौजूद हैं। यहाँ की पर्वत श्रृंखलाओं और हरे-भरे वनों के बीच स्थित झीलें पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। इस लेख में हम उत्तराखण्ड की प्रमुख झीलों, तालों और ग्लेशियरों की जानकारी विस्तार से प्रस्तुत कर रहे हैं।


उत्तराखण्ड में झीलों की विशेषता

उत्तराखण्ड की झीलों और तालों का निर्माण भूगर्भीय शक्तियों और हिमालय की बर्फ से पिघलने वाले जल से हुआ है। यहाँ की झीलें और ताल दो मुख्य क्षेत्रों में विभाजित हैं: कुमाऊँ मण्डल और गढ़वाल मण्डल।


कुमाऊँ मण्डल की प्रमुख झीलें/ताल

1. नैनीताल

  • विशेषता: झीलों की नगरी और सरोवर नगरी।
  • मुख्य झीलें: नैनीताल, भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, खुरपाताल।
  • रोचक तथ्य:
    • नैनीताल को त्रि-ऋषि सरोवर कहा जाता है।
    • नैनीताल की खोज 1841 में सी.पी. बैरन ने की थी।
    • यहाँ का प्रसिद्ध मन्दिर नैना देवी शक्तिपीठ है।

2. भीमताल

  • आकृति: त्रिभुजाकार
  • प्रसिद्धि: कमल एवं कमल ककड़ी के लिए प्रसिद्ध
  • लम्बाई एवं चौड़ाई: 1,674 मीटर × 447 मीटर

3. नौकुचियाताल

  • विशेषता: नौ कोने वाली झील
  • लम्बाई एवं चौड़ाई: 950 मीटर × 680 मीटर
  • प्रसिद्धि: उत्तराखण्ड की सबसे गहरी झील है।

4. सातताल (सप्तताल)

  • मुख्य भाग: नल-दमयन्ती ताल, गरुड़ताल, राम-सीता ताल
  • लम्बाई एवं चौड़ाई: 990 मीटर × 315 मीटर

5. श्यामला ताल

  • स्थान: चम्पावत
  • प्रसिद्धि: स्वामी विवेकानन्द आश्रम के लिए प्रसिद्ध।

गढ़वाल मण्डल की प्रमुख झीलें/ताल

1. चौराबाड़ी ताल (गांधी ताल)

  • स्थान: केदारनाथ पर्वत श्रृंखला
  • विशेषता: केदारनाथ त्रासदी के लिए उत्तरदायी ताल

2. रूपकुण्ड ताल

  • स्थान: चमोली जिला
  • ऊँचाई: 5,200 मीटर
  • विशेषता: रहस्यमयी मानव कंकालों के लिए प्रसिद्ध

3. होमकुण्ड ताल

  • ऊँचाई: 4,000 मीटर
  • प्रसिद्धि: नन्दादेवी का डोला यहाँ रखा जाता है।

4. देवरियाताल

  • स्थान: रुद्रप्रयाग जिला
  • ऊँचाई: 3,000 मीटर
  • प्राकृतिक सौंदर्य: हिमालय की चोटियों का प्रतिबिंब।

5. डोडीताल

  • स्थान: उत्तरकाशी
  • विशेषता: ठण्डे पानी और रंगीन मछलियों के लिए प्रसिद्ध

6. सतोपन्थ ताल

  • आकृति: त्रिकोणाकार
  • नदी का उद्गम: अलकनन्दा नदी

7. नचिकेताताल

  • प्रसिद्धि: नचिकेता नामक ऋषि से जुड़ी पौराणिक कथा।

उत्तराखण्ड के प्रमुख ग्लेशियर

1. गंगोत्री ग्लेशियर

  • स्थान: उत्तरकाशी
  • विशेषता: भागीरथी नदी का उद्गम स्थल।

2. पिण्डारी ग्लेशियर

  • स्थान: बागेश्वर
  • विशेषता: कुमाऊँ के प्रसिद्ध ट्रेकिंग स्थल।

3. मिलम ग्लेशियर

  • स्थान: पिथौरागढ़
  • विशेषता: गोरीगंगा नदी का उद्गम स्थल।

4. नंदादेवी ग्लेशियर

  • स्थान: चमोली
  • विशेषता: विश्व धरोहर स्थल।

उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध कुण्ड

  • सूर्यकुण्ड: बद्रीनाथ
  • गौरीकुण्ड: केदारनाथ मार्ग
  • हेमकुण्ड: लोकपाल, सिख धर्म का पवित्र स्थल

निष्कर्ष

उत्तराखण्ड की झीलें, ताल और ग्लेशियर न केवल भौगोलिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यहाँ की सांस्कृतिक और धार्मिक मान्यताओं का भी हिस्सा हैं। ये प्राकृतिक चमत्कार पर्यटकों और श्रद्धालुओं को समान रूप से आकर्षित करते हैं, जो उत्तराखण्ड को "देवभूमि" के नाम से प्रसिद्ध बनाते हैं।

1. नैनीताल किस कारण प्रसिद्ध है?

  • उत्तर: नैनीताल को "झीलों की नगरी" के नाम से जाना जाता है। यहाँ की प्रमुख झील, नैनीताल झील, पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। इसे त्रि-ऋषि सरोवर भी कहा जाता है।

2. भीमताल और नौकुचियाताल की विशेषताएँ क्या हैं?

  • उत्तर:
    • भीमताल एक त्रिभुजाकार झील है जो कमल और कमल ककड़ी के लिए प्रसिद्ध है।
    • नौकुचियाताल को नौ कोने वाली झील कहा जाता है और यह उत्तराखण्ड की सबसे गहरी झील है।

3. रूपकुण्ड ताल क्यों प्रसिद्ध है?

  • उत्तर: रूपकुण्ड ताल चमोली जिले में स्थित है और यह अपनी रहस्यमयी मानव कंकालों के लिए प्रसिद्ध है। यह एक उच्च ऊंचाई पर स्थित झील है (5,200 मीटर)।

4. सातताल में कितनी झीलें हैं?

  • उत्तर: सातताल (सप्तताल) में कुल सात झीलें हैं, जिनमें नल-दमयन्ती ताल, गरुड़ताल, और राम-सीता ताल प्रमुख हैं।

5. गंगोत्री ग्लेशियर कहाँ स्थित है?

  • उत्तर: गंगोत्री ग्लेशियर उत्तरकाशी जिले में स्थित है और यह भागीरथी नदी का उद्गम स्थल है।

6. नंदादेवी ग्लेशियर की विशेषता क्या है?

  • उत्तर: नंदादेवी ग्लेशियर चमोली जिले में स्थित है और इसे विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है।

7. देवरियाताल के बारे में क्या जानकारी है?

  • उत्तर: देवरियाताल रुद्रप्रयाग जिले में स्थित एक सुंदर झील है जो हिमालय की चोटियों का प्रतिबिंब दिखाती है। इसकी ऊँचाई लगभग 3,000 मीटर है।

8. गौरीकुण्ड कहाँ स्थित है और इसका धार्मिक महत्व क्या है?

  • उत्तर: गौरीकुण्ड केदारनाथ मार्ग पर स्थित है और यह केदारनाथ यात्रा के पहले पड़ाव के रूप में महत्वपूर्ण है। इसे हिन्दू धर्म में विशेष धार्मिक स्थान माना जाता है।

9. हेमकुण्ड के बारे में जानकारी दें।

  • उत्तर: हेमकुण्ड एक सिख धर्म का पवित्र स्थल है जो उत्तराखण्ड के लोकपाल में स्थित है। यह एक प्रमुख तीर्थ स्थल है और यहाँ एक सुंदर झील भी है।

10. पिण्डारी ग्लेशियर कहां स्थित है?

  • उत्तर: पिण्डारी ग्लेशियर बागेश्वर जिले में स्थित है और यह कुमाऊँ क्षेत्र के प्रसिद्ध ट्रेकिंग स्थलों में एक है।

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