ॐ जय साईं हरे: शिरडी साईं बाबा की आरती और उनका दिव्य आशीर्वाद (Om Jai Sai Hare)

ॐ जय साईं हरे: शिरडी साईं बाबा की आरती और उनका दिव्य आशीर्वाद"

Introduction: साईं बाबा की उपासना न केवल भारत में, बल्कि पूरे विश्व में श्रद्धा और भक्ति का एक अद्भुत रूप है। शिरडी साईं बाबा का जीवन, उनके चमत्कारी कार्य और उनकी कृपा का प्रभाव लाखों लोगों के जीवन में महसूस किया जाता है। उनकी आरती, "ॐ जय साईं हरे", न केवल उनका आशीर्वाद प्राप्त करने का एक मार्ग है, बल्कि यह उनके दिव्य दर्शन और उनके प्रेममयी संदेश का प्रतीक भी है। इस ब्लॉग में हम साईं बाबा की प्रसिद्ध आरती का गहराई से विश्लेषण करेंगे और समझेंगे कि किस प्रकार यह आरती भक्तों के जीवन में शांति, सुख और समृद्धि लाती है।


"ॐ जय साईं हरे" - शिरडी साईं बाबा की आरती का महत्व

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।

भक्तजनों के कारण, उनके कष्ट निवारण॥
शिरडी में अवतरे, ॐ जय साईं हरे॥ ॐ जय...॥

दुखियन के सब कष्टन काजे, शिरडी में प्रभु आप विराजे।
फूलों की गल माला राजे, कफनी, शैला सुन्दर साजे॥

कारज सब के करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय...॥
काकड़ आरत भक्तन गावें, गुरु शयन को चावड़ी जावें।

सब रोगों को उदी भगावे, गुरु फकीरा हमको भावे॥
भक्तन भक्ति करें, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय...॥

हिन्दु मुस्लिम सिक्ख इसाईं, बौद्ध जैन सब भाई भाई।
रक्षा करते बाबा साईं, शरण गहे जब द्वारिकामाई॥

अविरल धूनि जरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय...॥
भक्तों में प्रिय शामा भावे, हेमडजी से चरित लिखावे।

गुरुवार की संध्या आवे, शिव, साईं के दोहे गावे॥
अंखियन प्रेम झरे, ॐ जय साईं हरे ॥ ॐ जय...॥

ॐ जय साईं हरे, बाबा शिरडी साईं हरे।
शिरडी साईं हरे, बाबा ॐ जय साईं हरे॥

श्री सद्गुरु साईंनाथ महाराज की जय॥ 

साईं बाबा के जीवन से मिली शिक्षाएं:

साईं बाबा का जीवन न केवल चमत्कारी घटनाओं से भरा हुआ था, बल्कि उन्होंने हमें अपनी शिक्षाओं के माध्यम से जीवन को सरल और सच्चा बनाने का मार्ग भी दिखाया। उन्होंने हमेशा यह सिखाया कि धर्म, जाति और सम्प्रदाय से ऊपर इंसानियत है। साईं बाबा का जीवन हमें यह बताता है कि अगर हम सच्ची भक्ति और प्रेम से किसी से मिलते हैं, तो हमारे जीवन में सुख और शांति निश्चित रूप से आएगी।

साईं बाबा की शिक्षाओं का सार:

  1. धर्म से ऊपर इंसानियत: साईं बाबा ने हमेशा बताया कि सभी धर्म समान हैं। हमें इंसानियत के रास्ते पर चलकर अपनी जीवन यात्रा को सफल बनाना चाहिए।
  2. भक्ति और सच्चाई: साईं बाबा ने अपने जीवन के माध्यम से यह सिद्ध किया कि भक्ति सच्ची होनी चाहिए, और हमारे आंतरिक भावनाओं का प्रमाण हमारी भक्ति में झलकता है।
  3. कृपा और आशीर्वाद: बाबा का आशीर्वाद हमेशा अपने भक्तों पर बरसता है, और उन्होंने यह बताया कि सच्ची भक्ति और श्रद्धा से हर व्यक्ति अपने जीवन के कष्टों से मुक्ति पा सकता है।

Conclusion: "ॐ जय साईं हरे" की आरती न केवल शिरडी साईं बाबा के प्रति हमारी श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह हमें उनके जीवन और शिक्षाओं की गहरी समझ भी प्रदान करती है। बाबा का जीवन, उनके कार्य और उनका आशीर्वाद हर किसी को शांति, सुख और समृद्धि की दिशा में मार्गदर्शन देता है। जब भी हमें अपने जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़े, हम इस आरती का जाप करके साईं बाबा से अपने कष्टों का निवारण कर सकते हैं और उनके आशीर्वाद से एक शांतिपूर्ण जीवन की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

जय साईं बाबा!


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