संकल्प खेतवाल: उत्तराखंड के गढ़वाली गायक की सफलता की कहानी (Sankalp Khetwal: The success story of Uttarakhand's Garhwali singer)

संकल्प खेतवाल: उत्तराखंड के गढ़वाली गायक की सफलता की कहानी | Rising Star से दिल है हिंदुस्तानी तक

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उत्तराखंड के नौजवानों ने हर क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है, और संगीत की दुनिया में भी उत्तराखंड के कुछ ऐसे सितारे हैं जिन्होंने अपनी आवाज और हुनर से पूरे देश को प्रभावित किया है। संकल्प खेतवाल उन्हीं में से एक हैं, जिन्होंने गढ़वाली गानों के माध्यम से न केवल उत्तराखंड के लोगों को अपना दीवाना बनाया, बल्कि देशभर में अपने गायन का जलवा भी बिखेरा।

प्रारंभिक जीवन

संकल्प खेतवाल का जन्म 12 मार्च 1995 को उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हुआ था। हालांकि, बचपन में ही उनके माता-पिता उन्हें देहरादून ले आए, जहां पर संकल्प ने अपनी स्कूलिंग से लेकर पूरी पढ़ाई की। उनके पिता, संतोष खेतवाल, एक प्रसिद्ध लोकगीत गायक और उत्तराखंड के जाने-माने व्यक्तित्व हैं, और उनकी मां का नाम पुष्पा देवी है। संकल्प की दो बहनें और एक छोटा भाई भी है, जिनमें से उनकी बड़ी दीदी डॉक्टर हैं, जबकि छोटी दीदी टीचर हैं।

संकल्प खेतवाल का परिवार संगीत के क्षेत्र में बहुत सक्रिय रहा है, और उनके पिता के साथ उनका गहरा जुड़ाव था। संकल्प ने आठ साल की उम्र में ही गाने की प्रैक्टिस शुरू कर दी थी और धीरे-धीरे गायन में अपनी पहचान बनाने लगे थे। उनके पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए उन्होंने लोकगीतों और पहाड़ी संगीत को समझने और गाने में रूचि ली।

संगीत यात्रा और सफलता

संकल्प खेतवाल की संगीत यात्रा 2014 में शुरू हुई जब उनकी पहली कैसेट "मैना स्याली" रिलीज हुई। इस कैसेट को खूब पसंद किया गया और इस सफलता के बाद, उन्होंने 2016 में अपनी दूसरी एलबम "बाजुली रे" लॉन्च की। इन दोनों एलबमों ने संकल्प को उत्तराखंड में एक प्रसिद्ध गायक के रूप में स्थापित किया।

संकल्प ने अपनी संगीत शिक्षा पूरी करने के बाद संगीत महाविद्यालय से भी संगीत में ट्रेनिंग ली, और अपने गायन को एक नई दिशा दी। उनके पिता संतोष खेतवाल का मानना है कि संकल्प ने पिछले 15 सालों से संगीत में प्रशिक्षण लिया है, और यही प्रशिक्षण उन्हें म्यूजिक शो "राइजिंग स्टार" में अपनी आवाज का जादू बिखेरने के लिए तैयार कर पाया।

"राइजिंग स्टार" और "दिल है हिंदुस्तानी"

संकल्प खेतवाल ने "राइजिंग स्टार" जैसे बड़े मंच पर अपनी गायकी से न केवल उत्तराखंड का नाम रोशन किया, बल्कि देशभर में पहाड़ी संगीत की अहमियत को भी सामने लाया। इस शो ने उन्हें एक राष्ट्रीय पहचान दिलाई और संगीत की दुनिया में उन्हें एक खास स्थान दिलवाया।

इसके बाद, संकल्प खेतवाल स्टार प्लस के रियलिटी शो "दिल है हिंदुस्तानी" (सीजन 2) का हिस्सा बने, जहां उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर देशभर में अपनी गायकी से धूम मचाई। इस शो में जज की भूमिका में सुनिधि चौहान, बादशाह, और प्रीतम थे, जबकि शो की होस्टिंग उत्तराखंड के राघव जुयाल ने की। दिलचस्प बात यह है कि संकल्प खेतवाल और राघव जुयाल बचपन के साथी रहे हैं और दोनों ने स्कूल के वार्षिकोत्सव में भी साथ में प्रदर्शन किया था।

संगीत में योगदान और उत्तराखंड की संस्कृति

संकल्प खेतवाल ने अपने संगीत के माध्यम से न केवल पहाड़ी संगीत को बढ़ावा दिया, बल्कि उत्तराखंड की गढ़वाली और कुमाऊंनी संस्कृति को भी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया। उनका प्रसिद्ध गीत "जरा माठू माठू हिट छोरी तेरी", जिसे उनके पिता संतोष खेतवाल ने लिखा था, गाने के बाद उत्तराखंड की लोक भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली।

इस गीत को गाकर संकल्प ने साबित किया कि पहाड़ी भाषा और संस्कृति को बड़े मंचों पर भी सम्मान मिल सकता है। इस प्रकार, संकल्प खेतवाल उत्तराखंड के एक ऐसे युवा गायक बने जिन्होंने अपने संगीत के माध्यम से न केवल उत्तराखंड का नाम रोशन किया बल्कि भारतीय लोक संगीत को एक नया दृष्टिकोण भी प्रदान किया।

आगे की योजनाएं

आज संकल्प खेतवाल न केवल गायन में अपना योगदान दे रहे हैं, बल्कि वह अपना एक बैंड भी चला रहे हैं, जिसका नाम "भैरवॉच" है। इस बैंड का नाम उत्तराखंड के देवता भैरव बाबा के नाम पर रखा गया है। इसके साथ ही, संकल्प अपने पिता और भाई के साथ अपनी नई कैसेट "रूपा" लॉन्च करने की तैयारी भी कर रहे हैं, जिससे वह अपने संगीत की यात्रा को और भी आगे बढ़ाएंगे।

निष्कर्ष

संकल्प खेतवाल ने अपनी गायकी के माध्यम से उत्तराखंड की संस्कृति, भाषा, और संगीत को एक नई पहचान दी है। उनका संगीत न केवल उत्तराखंड में बल्कि पूरे देश में अपनी छाप छोड़ चुका है। उनकी सफलता यह साबित करती है कि मेहनत, समर्पण, और सही मार्गदर्शन से कोई भी व्यक्ति अपने सपनों को साकार कर सकता है। संकल्प खेतवाल आज के समय में उत्तराखंड के सबसे बड़े युवा गायकों में से एक माने जाते हैं और उनकी गायकी से हम सबको प्रेरणा मिलती है।


FAQs for Blog:

1. संकल्प खेतवाल कौन हैं?
संकल्प खेतवाल उत्तराखंड के एक प्रसिद्ध गायक हैं, जिन्होंने गढ़वाली संगीत को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई है। वे शो "राइजिंग स्टार" और "दिल है हिंदुस्तानी" के हिस्सा रह चुके हैं।

2. संकल्प खेतवाल के पिता कौन हैं?
संकल्प के पिता संतोष खेतवाल एक प्रसिद्ध लोकगीत गायक हैं और उत्तराखंड के एक प्रमुख संगीतकार माने जाते हैं।

3. संकल्प खेतवाल ने संगीत की ट्रेनिंग कहां से ली?
संकल्प ने अपनी संगीत की ट्रेनिंग संगीत महाविद्यालय से ली और बचपन से ही अपने पिता से गायन की शिक्षा ली।

4. संकल्प खेतवाल का प्रसिद्ध गीत कौन सा है?
संकल्प का प्रसिद्ध गीत "जरा माठू माठू हिट छोरी तेरी" है, जिसे उनके पिता संतोष खेतवाल ने लिखा था।

5. संकल्प खेतवाल का बैंड का नाम क्या है?
संकल्प खेतवाल का बैंड "भैरवॉच" है, जिसे उन्होंने उत्तराखंड के देवता भैरव बाबा के नाम पर रखा है।

6. संकल्प खेतवाल ने कौन-कौन से रियलिटी शोज में हिस्सा लिया है?
संकल्प खेतवाल ने "राइजिंग स्टार" और "दिल है हिंदुस्तानी" जैसे रियलिटी शोज में हिस्सा लिया है और अपनी गायकी से धूम मचाई है।

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