श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर, देहरादून: समय, इतिहास, और विशेषताएँ (Shri Prakasheshwar Mahadev Temple, Dehradun: Time, History, and Features)
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर, देहरादून: समय, इतिहास, और विशेषताएँ
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर, देहरादून, भगवान शिव को समर्पित एक अनोखा मंदिर है, जो शांत वादियों और हरियाली के बीच मसूरी रोड पर स्थित है। यह मंदिर न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि इसकी अनोखी परंपराएँ इसे अन्य मंदिरों से अलग बनाती हैं।
मंदिर का पता और संपर्क जानकारी
- पता: मसूरी रोड, कौथल गेट, सालन गांव, भगवंतपुर, खाला गांव, देहरादून, उत्तराखंड, 248009
- फ़ोन: 09897659091
- रेटिंग: 4/5 (38 समीक्षाओं के आधार पर)
मंदिर के बारे में विशेष जानकारी
1. इतिहास और निर्माण
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण वर्ष 1987 में हुआ था। शुरुआत में यह एक छोटा सा शिव मंदिर था, जहाँ साधु-संत शिव की आराधना करते थे। 1990 में हरिद्वार के मूल निवासी शिवदास मूलचंद खत्री ने इस मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी ली और इसे एक भव्य मंदिर का रूप दिया।
2. अनोखी परंपरा: दान पर प्रतिबंध
यह मंदिर "नो डोनेशन" (दान निषेध) की नीति का पालन करता है। यहाँ भक्तों से किसी प्रकार का चढ़ावा या दान स्वीकार नहीं किया जाता। दीवारों पर "No Donation" के संकेत साफ दिखते हैं। यह मंदिर इस सिद्धांत पर चलता है कि ईश्वर ने हमें सब कुछ दिया है, इसलिए मनुष्य से कुछ लेने की आवश्यकता नहीं।
3. धार्मिक गतिविधियाँ और विशेष आयोजन
- हर दिन यहाँ पूजा और आरती का आयोजन किया जाता है।
- महाशिवरात्रि और सावन के अवसरों पर भव्य "भंडारा" आयोजित किया जाता है।
- प्रसाद के रूप में खीर और चाय की व्यवस्था मंदिर प्रशासन द्वारा की जाती है।
4. स्थापत्य और दर्शन
प्रवेश शुल्क और समय
- प्रवेश शुल्क: निशुल्क
- समय:
- सोमवार से रविवार: सुबह 8:00 बजे से रात 9:00 बजे तक
मंदिर तक कैसे पहुँचे?
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर, देहरादून से मसूरी मार्ग पर स्थित है और देहरादून रेलवे स्टेशन से 7 किमी तथा जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से 34 किमी की दूरी पर है।
- बस सेवा: राजपुर मार्ग की बसें कुठाल गेट पर रुकती हैं।
- टैक्सी सेवा: देहरादून के स्थानीय टैक्सी सेवा केंद्रों से वाहन किराए पर लिया जा सकता है।
मंदिर में दर्शन का सर्वश्रेष्ठ समय
- उत्तम समय: अक्टूबर से मईइस अवधि में देहरादून का मौसम बेहद सुहावना होता है। सावन और महाशिवरात्रि जैसे अवसरों पर यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।
विशेष आकर्षण
- मंदिर परिसर में कुछ दुकानों पर राशि चक्र के आभूषण और रत्न बिकते हैं।
- पर्यटक यहाँ से दून घाटी और आसपास के पहाड़ों के सुंदर नज़ारे का आनंद ले सकते हैं।
निष्कर्ष
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर देहरादून के सबसे खास धार्मिक स्थलों में से एक है। यह न केवल शिवभक्तों के लिए, बल्कि प्रकृति प्रेमियों और पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र है। अगर आप आध्यात्मिक शांति और प्रकृति की सुंदरता का अनुभव करना चाहते हैं, तो इस मंदिर की यात्रा अवश्य करें।
ध्यान दें: मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है। यात्रा के दौरान अपने कैमरे का उपयोग न करें।
देहरादून की यात्रा को यादगार बनाते हुए भगवान शिव का आशीर्वाद लें और प्राकृतिक सुंदरता का आनंद उठाएँ।
मंदिर दर्शन के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- मंदिर के अंदर फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की मनाही है।
- मंदिर का भ्रमण करने में लगभग एक घंटे का समय लगता है।
- रात में ठंड से बचने के लिए हल्का जैकेट साथ रखें।
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर FAQs (Frequently Asked Questions)
श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर कहाँ स्थित है?
- श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर, मसूरी रोड पर, कौथल गेट, सालन गांव, भगवंतपुर, खाला गांव, देहरादून, उत्तराखंड में स्थित है।
मंदिर का इतिहास क्या है?
- श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण 1987 में हुआ था और 1990 में शिवदास मूलचंद खत्री द्वारा इसका विस्तार किया गया। पहले यह एक साधारण शिव मंदिर था, लेकिन अब यह एक भव्य मंदिर बन चुका है।
क्या मंदिर में दान स्वीकार किया जाता है?
- नहीं, श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर में दान या चढ़ावा लेने की नीति नहीं है। मंदिर में "नो डोनेशन" का पालन किया जाता है।
मंदिर में पूजा और आरती कब होती है?
- मंदिर में हर दिन पूजा और आरती का आयोजन होता है। महाशिवरात्रि और सावन के समय विशेष भंडारे आयोजित किए जाते हैं।
मंदिर का समय और प्रवेश शुल्क क्या है?
- मंदिर का समय: सोमवार से रविवार, सुबह 8:00 बजे से रात 9:00 बजे तक।
- प्रवेश शुल्क: निशुल्क।
मंदिर तक कैसे पहुँचा जा सकता है?
- श्री प्रकाशेश्वर महादेव मंदिर देहरादून रेलवे स्टेशन से 7 किमी और जॉली ग्रांट हवाई अड्डे से 34 किमी दूर स्थित है। आप टैक्सी या बस सेवा का उपयोग कर सकते हैं।
मंदिर में दर्शन का सर्वोत्तम समय कब है?
- अक्टूबर से मई तक का समय सर्वोत्तम है क्योंकि इस अवधि में मौसम सुहावना रहता है। सावन और महाशिवरात्रि के समय मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ रहती है।
क्या मंदिर में फोटोग्राफी की अनुमति है?
- मंदिर में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी की अनुमति नहीं है। दर्शन के दौरान कैमरे का उपयोग न करें।
मंदिर दर्शन में कितना समय लगता है?
- मंदिर में दर्शन करने में लगभग एक घंटे का समय लगता है।
मंदिर परिसर के पास क्या विशेष आकर्षण हैं?
- मंदिर परिसर में राशि चक्र के आभूषण और रत्न बिकते हैं, और यहाँ से दून घाटी और आसपास के पहाड़ों के सुंदर दृश्य का आनंद लिया जा सकता है।
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