सुरा देवी मंदिर, देहरादून – समय, इतिहास, प्रवेश शुल्क, चित्र, पूजा/आरती, स्थान और फ़ोन (Sura Devi Temple, Dehradun)

सुरा देवी मंदिर, देहरादून – समय, इतिहास, प्रवेश शुल्क, चित्र, पूजा/आरती, स्थान और फ़ोन

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में स्थित सुरा देवी मंदिर एक प्राचीन और शांत स्थल है। यह मंदिर घने जंगलों और पहाड़ियों के बीच स्थित है और देवी सुरा (देवी वरुणी) को समर्पित है। यह स्थान धार्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम है।


सुरा देवी मंदिर का महत्व

मंदिर देवी वरुणी की शक्ति का प्रतीक है, जो समुद्र मंथन से उत्पन्न चार देवियों में से एक थीं। यह स्थान भक्तों के लिए आस्था और शांति का केंद्र है।
मंदिर का ट्रेक मार्ग भी इसे विशेष बनाता है, जहाँ घने जंगलों और प्राकृतिक दृश्यों के बीच एक अनोखा अनुभव मिलता है।


सुरा देवी मंदिर: एक यात्रा का अनुभव

यदि आप एक शांतिपूर्ण वातावरण में आध्यात्मिक अनुभव की तलाश में हैं, तो सुरा देवी मंदिर आपके लिए एक आदर्श स्थान है। इसके घने जंगल, प्राचीन वास्तुकला, और धार्मिक महत्त्व इसे देहरादून के प्रमुख आकर्षणों में से एक बनाते हैं।

आशा है कि आपकी यह यात्रा सुखद और यादगार रहेगी! 🙏


सुरा देवी मंदिर ट्रेक और प्राकृतिक सौंदर्य

मंदिर तक पहुँचने का मार्ग बेहद खूबसूरत है। यह रास्ता घने साल के जंगलों से होकर गुजरता है, जहाँ प्राकृतिक सुंदरता और शांति का अनुभव होता है।

  • पैदल यात्रा की दूरी: 4.6 किमी (आगे-पीछे)
  • समय: लगभग 1.5 घंटे

मंदिर का समय और प्रवेश शुल्क

  • मंदिर का समय:
    • सोमवार से रविवार: सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक
  • प्रवेश शुल्क:
    • कोई प्रवेश शुल्क नहीं है।

मंदिर का पता और फ़ोन नंबर

  • पता: मालसी, देहरादून, उत्तराखंड, 248009, भारत
  • फ़ोन नंबर: उपलब्ध नहीं।

सुरा देवी मंदिर का इतिहास

सुरा देवी मंदिर का निर्माण 1854 से 1874 के बीच हुआ था। इसका निर्माण गुरु राम राय दरबार के तत्कालीन महंत नारायण दास ने करवाया था।
यह देवी वरुणी (सुरा देवी) को समर्पित है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे समुद्र मंथन से उत्पन्न हुई थीं। इस मंदिर का जीर्णोद्धार 1996 में किया गया था।
नवरात्रि उत्सव:
सुरा देवी मंदिर में शारदीय नवरात्रि के दौरान विशेष पूजा और मेले का आयोजन होता है, जो सितंबर या अक्टूबर में मनाया जाता है।


सुरा देवी मंदिर तक कैसे पहुंचें?

सुरा देवी मंदिर देहरादून के मालसी क्षेत्र में स्थित है। यहां तक पहुंचने के लिए आप विभिन्न साधनों का उपयोग कर सकते हैं:

  1. हवाई मार्ग:

    • निकटतम हवाई अड्डा जॉली ग्रांट एयरपोर्ट (देहरादून) है, जो मंदिर से लगभग 30 किमी दूर है।
  2. रेल मार्ग:

    • निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून रेलवे स्टेशन है। यहां से आप टैक्सी या ऑटो लेकर मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
  3. सड़क मार्ग:

    • आप राजपुर रोड के माध्यम से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। यहाँ तक गाड़ी से आने वालों के लिए पर्याप्त पार्किंग की सुविधा है।

मंदिर तक ट्रेकिंग मार्ग

मंदिर तक जाने का मार्ग एक खूबसूरत ट्रेकिंग अनुभव प्रदान करता है।

  • ट्रेक दूरी: लगभग 4.6 किमी (आना-जाना)।
  • समय: लगभग 1.5 घंटे।
  • मार्ग में साल के घने जंगलों और पहाड़ी रास्तों से गुजरना होता है।
  • यह ट्रेकिंग पथ राजपुर गांव के पास से शुरू होता है।

सुरा देवी मंदिर जाने का सही समय

  • मंदिर दर्शन का सही समय:
    • अप्रैल और सितंबर/अक्टूबर के दौरान नवरात्रि का समय।
  • देहरादून घूमने का सही समय:
    • अक्टूबर से मई तक का समय मौसम के लिहाज से सबसे बेहतर है।

सुरा देवी मंदिर की विशेषताएं

  • यह मंदिर देवी वरुणी को समर्पित है, जो समुद्र मंथन से उत्पन्न चार देवियों में से एक मानी जाती हैं।
  • मंदिर का मार्ग साल के पेड़ों और घने जंगलों के बीच से होकर गुजरता है, जो इसे ट्रेकिंग और साइकिलिंग के लिए एक बेहतरीन जगह बनाता है।
  • मंदिर से देहरादून शहर और आसपास की पहाड़ियों का मनमोहक दृश्य देखा जा सकता है।

देहरादून में अन्य प्रमुख आकर्षण

  1. सहस्त्रधारा: एक प्राकृतिक झरना।
  2. मालसी डियर पार्क: वन्यजीव प्रेमियों के लिए।
  3. राजाजी नेशनल पार्क: अद्भुत वन्यजीवों का घर।

सुरा देवी मंदिर: एक आध्यात्मिक और प्राकृतिक अनुभव

सुरा देवी मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक ऐसा स्थान है जहाँ प्रकृति और आध्यात्मिकता का अद्भुत मेल होता है। यहाँ की शांत वादियाँ, घने जंगल, और पहाड़ी रास्ते इसे एक अद्वितीय यात्रा अनुभव बनाते हैं।

तो अगर आप देहरादून जा रहे हैं, तो सुरा देवी मंदिर को अपने यात्रा कार्यक्रम में जरूर शामिल करें।

FAQ (Frequently Asked Questions) - सुरा देवी मंदिर, देहरादून

1. सुरा देवी मंदिर कहाँ स्थित है?

सुरा देवी मंदिर उत्तराखंड के देहरादून शहर में मालसी क्षेत्र में स्थित है।


2. सुरा देवी मंदिर में प्रवेश शुल्क क्या है?

मंदिर में प्रवेश के लिए कोई शुल्क नहीं है।


3. मंदिर का खुलने और बंद होने का समय क्या है?

मंदिर सप्ताह के सभी दिनों में सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है।


4. सुरा देवी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

  • नवरात्रि के समय (अप्रैल और सितंबर/अक्टूबर) मंदिर में दर्शन के लिए सबसे अच्छा समय होता है।
  • देहरादून घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मई तक है।

5. सुरा देवी मंदिर तक कैसे पहुंचा जा सकता है?

  • निकटतम हवाई अड्डा: जॉली ग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून।
  • निकटतम रेलवे स्टेशन: देहरादून रेलवे स्टेशन।
  • आप देहरादून में निजी टैक्सी या स्थानीय परिवहन का उपयोग करके मंदिर तक पहुँच सकते हैं।

6. क्या सुरा देवी मंदिर में पार्किंग की सुविधा है?

जी हां, मंदिर के पास वाहन पार्किंग की पर्याप्त सुविधा उपलब्ध है।


7. मंदिर का इतिहास क्या है?

सुरा देवी मंदिर का निर्माण 1854 से 1874 के बीच गुरु राम राय दरबार के तत्कालीन महंत नारायण दास द्वारा किया गया था।


8. सुरा देवी कौन हैं?

सुरा देवी, देवी वरुणी का एक रूप हैं, जिनका उल्लेख समुद्र मंथन की कथा में किया गया है।


9. क्या मंदिर के पास कोई ट्रैकिंग या वॉकिंग मार्ग है?

मंदिर तक पहुँचने के लिए "राजपुर-झड़ीपानी" ट्रेक रूट है। यह मार्ग घने साल के जंगलों से होकर गुजरता है और बेहद सुंदर है।


10. क्या मंदिर में किसी विशेष त्योहार का आयोजन होता है?

मंदिर में शारदीय नवरात्रि के दौरान विशेष मेले का आयोजन होता है।


11. क्या साल के जंगलों का महत्व है?

साल के पेड़ (शोरिया रोबस्टा) की लकड़ी टिकाऊ और मजबूत होती है। इसका उपयोग घर बनाने और औषधीय उपचारों में भी होता है।


12. क्या मंदिर परिवार और बच्चों के साथ घूमने के लिए उपयुक्त है?

जी हां, यह मंदिर शांत वातावरण और प्राकृतिक सुंदरता के साथ परिवार और बच्चों के लिए एक आदर्श स्थान है।


13. क्या मंदिर के पास खाने-पीने की व्यवस्था है?

मंदिर के आसपास राजपुर रोड पर कई कैफे और चाय की दुकानें स्थित हैं, जैसे 'हाथी चाय की दुकान' और 'श्रेया टी पॉइंट'।


14. क्या सुरा देवी मंदिर धार्मिक और प्राकृतिक अनुभव का संयोजन है?

जी हां, यह मंदिर धार्मिक आस्था और प्राकृतिक सौंदर्य का बेहतरीन मेल प्रस्तुत करता है।


15. मंदिर की पैदल यात्रा में कितना समय लगता है?

संपूर्ण यात्रा (आगे और पीछे) लगभग 4.6 किमी की है, जिसे 1.5 घंटे में पूरा किया जा सकता है।

टिप्पणियाँ