गढ़वाली शिव भजन: भोलेनाथ के डमरू की गूंज
गढ़वाली संस्कृति और संगीत में भगवान शिव की महिमा का वर्णन अद्वितीय है। यह भजन "भोले बाबा" की आराधना और उनकी अलौकिक शक्तियों का सजीव चित्रण करता है। आइए इस गढ़वाली शिव भजन के माध्यम से भोलेनाथ की महिमा में डूब जाएं।
[Intro, Traditional Drumbeats]
अरे भल बजणु चा डमरू ऊँचा कैलाश मा।
अरे छम छमा नचंण लैगे, अरे शिव कैलाश मा।
[Verse 1, Joyful Folk Rhythm]
नाची गेना, अहा नाची गेना,
अरे नाची गेना,
म्यरा भोले बाबाजी नाची गेना। (x2)
[Chorus, Energetic Drums, Chants in Background]
बाजी गेना, अहा बाजी गेना,
डम-डमरू बाजी गेना। (x2)
अरे नाची गेना, हा नाची गेना,
म्यरा भोले बाबाजी नाची गेना।
[Bridge, Traditional Flute Interlude]
जय हो बम बम भोले नाथ।
अरे नाची गेना, म्यरा भोले बाबा। (x2)
[Verse 2, Spiritual Intensity]
एक हाथ तिरशूल तेरु, एक हाथ डमरु। (x2)
आंखी तेरी लाल हुएनी पेय्के भंगुलु। (x2)
अरे नाची गैना, अहा नाची गेना।
भोला पेय्के भंगुलु नाची गैना।
[Chorus, Echoing Drums, Devotional Chants]
बाजी गेना, अहा बाजी गेना,
डम-डमरू बाजी गेना।
अरे मानी गेना, भोले बाबा।
अरे नाची गेना, म्यरा नीलकंठ त्रिपुरारी नाची गेना।
[Verse 3, Call and Response Pattern]
कैलाश मा रोंदा शम्भू गौरा जी का संग। (x2)
गणपति जी लाल तेरा तन रैंदु उलंग।
अरे नाची गेना, अहा नाची गेना।
सभी देवता भी संग त्यारा नाची गेना।
[Chorus, Uplifting Percussion, Chants Layered]
बाजी गेना, अहा बाजी गेना,
डम-डमरू बाजी गेना।
[Outro, Gradual Fade with Rhythmic Drums]
जय हो नीलकंठ महादेव।
जय हो जाता जूट धारी बाबा।
गौल माँ गुरों की बाघम्बर धारी। (x2)
जटा माँ च तेरी नंदी सवारी। (x2)
अरे ऐगेना, अहा एगेना,
भोला नंदी में बैठी आइगेना।
बाजी गेना, अहा बाजी गेना,
डम-डमरू बाजी गेना।
सारांश
यह भजन शिव की अद्भुत महिमा को प्रदर्शित करता है। कैलाश पर्वत पर भोलेनाथ की डमरू की गूंज और सभी देवताओं के संग उनका नृत्य इस भजन को और भी पवित्र बनाता है।
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