हनुमान जी पर 4 अद्भुत कविताएँ: संकटमोचन का गुणगान - 4 Amazing Poems on Hanuman #Hanuman: Praise of Sankatmochan

राम भक्त हनुमान पर प्रेरणादायक कविताएँ

कविता 1: महावीर हनुमान

तूफानों से लड़ने का हौंसला जगाया,
धरा पर अंजनी पुत्र ने अवतार पाया।
हर संकट में रक्षा करते वीर बलवान,
सदैव भक्तों के संग रहते हैं हनुमान।

उनका नाम ही मिटा देता दुखों का भार,
जो करते सुमिरन उनका, होता उद्धार।
राम भक्त, महावीर, महाकाय महान,
हम सबकी रक्षा करते पवनसुत हनुमान।


🙏 हनुमान भक्ति भजन | जय हनुमान ज्ञान गुन सागर | संकट हरने वाले महावीर राम राम राम राम राम राम राम

कविता 2: संकट मोचन हनुमान

दूर करो दुख मेरे, संकट हरने वाले,
हे अंजनी सुत, मेरे रखवाले।
राम के सच्चे सेवक, तुम हो परम भक्त,
तुमसे बड़ा नहीं कोई, जगत का रक्षक।

जहां भी भक्त पुकारें, वहां तुम दौड़े आओ,
संकट में जो फंसे हैं, उनको राह दिखाओ।
तुम हो देवताओं में सबसे महान,
हे बजरंगी, हे वीर हनुमान!


कविता 3: जय हनुमान

लाल लंगोट, सिंदूरी देह,
सदा रहो तुम मेरे संग नित, हर वेह।
राम का नाम तेरे होठों पर बसा,
तुमसे हर संकट खुद ही टला।

विजय की प्रतीक, शक्ति का भंडार,
हे महावीर, तुम्हें बार-बार नमस्कार।
साथ रहो सदा, जीवन की हर राह पर,
हे बजरंगबली, संकट हर लो इस वार।


कविता 4: भक्तों के आराध्य हनुमान

भक्तों के आराध्य, हे संकटमोचन,
तेरे बिना राम कथा है अधूरी,
शक्ति, भक्ति, बुद्धि के दाता,
हे हनुमान, तुम हो जग से न्यारे।

तूफान में जो गिरा, उसे तुमने उठाया,
भक्तों की पीड़ा को सदा तुमने मिटाया।
राम-नाम का सुमिरन, और तेरी महिमा गाते,
हे वीर हनुमान, हम सदा तुझसे आशा लगाए।

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