श्री कार्तिकेय अष्टकम(Sri Kartikeya Ashtakam )

 श्री कार्तिकेय अष्टकम/Sri Kartikeya Ashtakam  

श्री कार्तिकेय अष्टकम विशेषताए:

श्री कार्तिकेय अष्टकम के साथ-साथ यदि कार्तिविर्यर्जुन द्वादश नाम स्तोत्र का पाठ किया जाए तो, श्री कार्तिकेय अष्टकम का बहुत लाभ मिलता है यह अष्टकम शीघ्र ही फल देने लग जाता है, यदि श्री कार्तिकेय अष्टकम के साथ पारद कार्तिकेय मूर्ति की भी पूजा की जाए  तो मनोवांछित कमना पूर्ण होती है| अगर साधक रुद्राक्ष धारण करता है तो यह बहुत शुभ माना जाता है|
Kartik Swami Temple

 श्री कार्तिकेय अष्टकम/Sri Kartikeya Ashtakam  

ॐ श्रीगणेशाय नमः अगस्त्य उवाच-

नमोऽस्तु वृन्दारकवृन्दवन्द्यपादारविन्दाय सुधाकराय ।
षडाननायामितविक्रमाय गौरीहृदानन्दसमुद्भवाय ॥ १ ॥

नमोऽस्तु तुभ्यं प्रणतार्तिहन्त्रे कर्त्रे समस्तस्य मनोरथानाम् ।
दात्रे रथानां परतारकस्य हन्त्रे प्रचण्डासुरतारकस्य ॥ २ ॥

अमूर्तमूर्ताय सहस्रमूर्तये गुणाय गण्याय परात्पराय ।
अपारपाराय परापराय नमोऽस्तु तुभ्यं शिखिवाहनाय ॥ ३ ॥

नमोऽस्तु ते ब्रह्मविदां वराय दिगम्बरायाम्बरसंस्थिताय ।
हिरण्यवर्णाय हिरण्यबाहवे नमो हिरण्याय हिरण्यरेतसे ॥ ४ ॥

तपः स्वरूपाय तपोधनाय तपः फलानां प्रतिपादकाय ।
सदा कुमाराय हि मारमारिणे तृणीकृतैश्वर्यविरागिणे नमः ॥ ५ ॥

नमोऽस्तु तुभ्यं शरजन्मने विभो प्रभातसूर्यारुणदन्तपङ्क्तये ।
बालाय चाबालपराक्रमाय षाण्मातुरायालमनातुराय ॥ ६ ॥

मीढुष्टमायोत्तरमीढुषे नमो नमो गणानां पतये गणाय ।
नमोऽस्तु ते जन्मजरातिगाय नमो विशाखाय सुशक्तिपाणये ॥ ७ ॥

सर्वस्य नाथस्य कुमारकाय क्रौञ्चारये तारकमारकाय ।
स्वाहेय गाङ्गेय च कार्तिकेय शैवेय तुभ्यं सततं नमोऽस्तु ॥ ८ ॥

॥ इति स्कान्दे काशीखण्डतः श्रीकार्तिकेयाष्टकं सम्पूर्णम् ॥
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कार्तिकेय गायत्री मंत्र-

'ॐ तत्पुरुषाय विधमहेः महा सैन्या धीमहि तन्नो स्कंदा प्रचोदयात'। यह मंत्र हर प्रकार के दुख एवं कष्टों के नाश के लिए प्रभावशाली है।

भगवान कार्तिकेय की पूजा का मंत्र -

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'देव सेनापते स्कंद कार्तिकेय भवोद्भव। कुमार गुह गांगेय शक्तिहस्त नमोस्तु ते ॥'

शत्रु नाश के लिए पढ़ें ये मंत्र-

ॐ शारवाना-भावाया नमः ज्ञानशक्तिधरा स्कंदा वल्लीईकल्याणा सुंदरा देवसेना मनः कांता कार्तिकेया नामोस्तुते।

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