गणपति देवा हो: एक भक्ति गीत - ganpati deva ho: ek bhakti geet

गणपति देवा हो: एक भक्ति गीत

गणपति देवा हो

मुखड़ा:

गणपति देवा हो, ये हिमाल माझ,
शिव को सौरास, पार्वती को मैत गणपति देवा हो।
गणपति देवा हो, ये हिमाल माझ,
शिव को सौरास, पार्वती को मैत गणपति देवा हो।

अंतरा 1:

गोलु गंगी सैमा, भैरो भुमिया का भुमियाला,
यो भूमि उजाई रौली जब तक याँ रुलो,
तेरो चैं आशिशा हो, गणपति देवा हो।

मुखड़ा:

गणपति देवा हो, ये हिमाल माझ,
शिव को सौरास, पार्वती को मैत गणपति देवा हो।
गणपति देवा हो, ये हिमाल माझ,
शिव को सौरास, पार्वती को मैत गणपति देवा हो।

अंतरा 2:

कसारी की भगवती, नन्दा कोट नन्दामायी,
आदी शक्ति वैष्णो माता, करिये सबोकैं छाई,
देश परदेशा हो, गणपति देवा हो।

मुखड़ा:

गणपति देवा हो, ये हिमाल माझ,
शिव को सौरास, पार्वती को मैत गणपति देवा हो।
गणपति देवा हो, ये हिमाल माझ,
शिव को सौरास, पार्वती को मैत गणपति देवा हो।

अंतरा 3:

राजी खुशी जाँ रुँलो, तुमुकैंणी विसरुँलो,
तुमरौ मान सम्मान, तुमरौ गीत गानै रुँलो,
तुमरी छु शरण हो, गणपति देवा हो।

अंतरा 4:

यो हिमाल माझी, शिव को कैलाश,
पार्वती को मैत गणपति देवा हो,
जय जय गणपति महाराज।


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