शिव रुद्राभिषेक स्तोत्र: वस्तुएं और उनका महत्व - Shiva Rudrabhishek Stotra: Objects and their significance.

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शिव रुद्राभिषेक स्तोत्र: वस्तुएं और उनका महत्व

शिवरात्रि के अवसर पर शिव के अभिषेक में विभिन्न प्रकार के वस्तुओं का उपयोग किया जाता है, जो भक्त अपनी मनोकामनाओं की प्राप्ति के लिए उपयोग करते हैं। इस अद्भुत प्रक्रिया में शिव को समर्पित करते हुए उनकी कृपा की प्राप्ति की जाती है। निम्नलिखित वस्तुओं का उपयोग शिव रुद्राभिषेक में किया जाता है:

  1. गंगाजल: शिव कृपा प्राप्ति हेतु और पापों का नाश करने हेतु।

  2. दही और बुरे: आजीविका प्राप्ति हेतु।

  3. देसी घी: राजयोग जैसे सुख प्राप्ति हेतु।

  4. दूध: रोग मुक्ति और अवसाद मुक्ति हेतु।

  5. लाल चंदन: मान सम्मान पद प्रतिष्ठा प्राप्ति हेतु।

  6. मशहूर की दाल: ऋण मुक्ति हेतु।

  7. केसर: मांगलिक दोष निवारण हेतु।

  8. चीनी: वैभव प्राप्ति हेतु।

  9. भांग: ग्रह पीड़ा और गृह दोष मुक्ति हेतु।

  10. अक्षत: पुत्र यश धन संपत्ति प्राप्ति हेतु।

  11. काले तिल: बंधन मुक्ति हेतु।

  12. बेलपत्र: शिव को प्रसन्न करने हेतु और पूर्ण कृपा प्राप्ति हेतु, विशेष रूप से बेलपत्र पर राम नाम का अंकित करें।

ये वस्तुएं और उनके महत्व शिवरात्रि के पर्व में भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होते हैं, जो शिव की कृपा और आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए इनका उपयोग करते हैं।

इस ब्लॉग पोस्ट में आप विभिन्न प्रकार के अभिषेक के तरीके, उनके लाभ और शिवरात्रि पर उनका महत्व पर विस्तार से विचार कर सकते हैं। इसके साथ ही, भक्तों को अपनी मनोकामनाओं को पूरा करने के लिए शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।

शिवरात्रि पर विशेष: शिव रुद्राभिषेक के माध्यम से मनोकामनाओं की पूर्ति

भगवान शिव, जिन्हें महादेव के नाम से भी जाना जाता है, सृष्टि के संहारक और कल्याणकारी देवता हैं। भक्तगण उनकी आराधना के विभिन्न रूपों में करते हैं, जिनमें शिव रुद्राभिषेक एक प्रमुख साधना है। रुद्राभिषेक के दौरान, शिवलिंग का अभिषेक विभिन्न वस्तुओं से किया जाता है, जिनका विशेष आध्यात्मिक और धार्मिक महत्व होता है। प्रत्येक सामग्री अलग-अलग प्रकार की मनोकामनाओं को पूरा करने में सहायक होती है।

1. शिव कृपा प्राप्ति और पूर्व जन्म के पापों का नाश
जो व्यक्ति शिव की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और पूर्व जन्म के पापों का नाश करना चाहते हैं, उन्हें गंगाजल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। गंगाजल को पवित्रता का प्रतीक माना जाता है और यह पापों का नाश करता है।

2. आजीविका या रोजगार प्राप्ति
रोजगार और आजीविका की प्राप्ति के लिए, दही और बूरा (शक्कर का बुरादा) से अभिषेक करना चाहिए। यह अभिषेक आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करता है और व्यवसाय में सफलता प्रदान करता है।

3. राजयोग प्राप्ति
जो भक्त राजयोग, अर्थात् समाज में उच्च स्थान और धन-धान्य का सुख प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें शिव का अभिषेक गाय के शुद्ध देसी घी से करना चाहिए। यह अभिषेक शक्ति, वैभव और मान-सम्मान में वृद्धि करता है।

4. रोग, चिंता और अवसाद मुक्ति
दूध से अभिषेक करने पर व्यक्ति को रोगों, चिंता और अवसाद से मुक्ति मिलती है। यह अभिषेक मानसिक शांति और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।

5. लक्ष्मी प्राप्ति
धन और समृद्धि की देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए, गंगाजल द्वारा अभिषेक करना चाहिए। यह अभिषेक धन-वैभव और आर्थिक समृद्धि को बढ़ाता है।

6. मान-सम्मान और प्रतिष्ठा की प्राप्ति
समाज में मान-सम्मान और प्रतिष्ठा प्राप्त करने के लिए, भगवान शिव का अभिषेक लाल चंदन से करना चाहिए। यह अभिषेक समाज में उच्च प्रतिष्ठा दिलाता है।

7. ऋण मुक्ति
जो व्यक्ति ऋण से छुटकारा पाना चाहते हैं, उन्हें मसूर की दाल अर्पित करनी चाहिए। यह अभिषेक ऋण मुक्ति में सहायक होता है।

8. मांगलिक दोष निवारण
जिन व्यक्तियों की कुंडली में मांगलिक दोष होते हैं, वे केसर से अभिषेक कर सकते हैं। यह अभिषेक वैवाहिक जीवन में सुख और संतुलन लाता है।

9. वैभव प्राप्ति
वैभव और संपत्ति प्राप्त करने के लिए चीनी अर्पित करनी चाहिए। यह अभिषेक भौतिक सुख-सुविधाओं और धन-धान्य की प्राप्ति में सहायक होता है।

10. ग्रह पीड़ा और गृह दोष मुक्ति
भांग से शिव का अभिषेक करने से ग्रह पीड़ा और गृह दोषों से मुक्ति मिलती है। यह अभिषेक जीवन के विभिन्न दोषों और बाधाओं को दूर करता है।

11. आर्थिक और सांसारिक दुखों से मुक्ति
आक पुष्प अर्पित करने से व्यक्ति को आर्थिक और सांसारिक दुखों से मुक्ति मिलती है। यह अभिषेक सांसारिक सुख और संपत्ति की प्राप्ति में सहायक होता है।

12. शत्रु मुक्ति
जो व्यक्ति शत्रुओं से मुक्ति पाना चाहते हैं, वे सरसों के तेल से अभिषेक करें और धतूरा अर्पित करें। यह अभिषेक शत्रुओं से रक्षा करता है।

13. पुत्र, यश, धन-संपत्ति प्राप्ति
अक्षत (चावल) अर्पित करने से पुत्र, यश, धन-संपत्ति की प्राप्ति होती है।

14. बंधन मुक्त जीवन
जो व्यक्ति बंधनों से मुक्त होना चाहते हैं, वे काले तिल अर्पित करें। यह अभिषेक जीवन में आने वाली बाधाओं को समाप्त करता है।

15. शिव को प्रसन्न करने और सर्व सुख प्राप्ति
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बेलपत्र अर्पित करें, विशेषकर बेलपत्र पर राम नाम अंकित कर। यह अभिषेक सभी सुखों की प्राप्ति में सहायक होता है।


रुद्राभिषेक की महत्ता
शिवरात्रि के दिन रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है। यह न केवल भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का माध्यम है, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन की समस्याओं का नाश करने और सुख-समृद्धि की प्राप्ति का भी उपाय है। शिव रुद्राभिषेक के दौरान, भक्तजन शिव रुद्राष्टक या शिव स्तोत्र का पाठ करते हुए उपर्युक्त वस्तुओं का उपयोग कर सकते हैं। शिवरात्रि के अवसर पर इन सभी वस्तुओं को एक साथ अर्पित करना असीम पुण्य का दाता माना जाता है।

हर-हर महादेव! शिव कृपा सब पर बनी रहे और भगवान शिव सबके दुखों का नाश करते हुए सभी को सुख और शांति का वरदान दें।

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