हरिद्वार: एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल (Haridwar: A Historical and Religious Place)

हरिद्वार: एक ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल

हरिद्वार, जिसे हरद्वार भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति और धार्मिकता का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। विद्वानों का मानना है कि यह स्थान भगवान बदरीनाथ एवं केदारनाथ का प्रवेशद्वार होने के कारण "हरिद्वार" या "हरद्वार" नाम से जाना जाता है।

गंगाद्वार का महत्व

हरिद्वार को "गंगाद्वार" कहा जाने का कारण यह है कि यहाँ से गंगा नदी मैदानी क्षेत्र में प्रविष्ट होती है। स्कन्द पुराण में इस क्षेत्र को "मायापुरी" कहा गया है, जो इसके आध्यात्मिक महत्व को दर्शाता है। कुमाऊं में प्रचलित जागर गाथाओं में भी इसे "मायापुरहाट" के नाम से जाना जाता है। ऐसा माना जाता है कि "मय" नामक दैत्य के निवास स्थली होने के कारण इसका नाम मायापुरी प्रचलित हुआ।

क्षेत्र का इतिहास

यह मान्यता भी है कि महामाया सती की नाभि गिरने के कारण इस क्षेत्र को "मायाक्षेत्र" कहा गया। भगवान शिव द्वारा अपनी माया से प्रजापति दक्ष को पुनर्जीवित करने के कारण भी इस क्षेत्र का नाम मायापुरी पड़ा। चौदवीं शताब्दी तक यह क्षेत्र मायापुर या गंगाद्वार के नाम से जाना जाता था।

पुरानी पहचान

हरिद्वार के अन्य पुरानी नाम हैं:

  • गंगाद्वार
  • देवताओं का द्वार
  • तीर्थस्थलों का प्रवेश द्वार
  • स्वर्ग द्वार
  • मायापुर
  • खांडव वन क्षेत्र

प्रशासनिक विवरण

  • स्थापना वर्ष: 1988
  • मुख्यालय: हरिद्वार
  • पड़ोसी जिले/राज्य:
    • पूर्व में: पौड़ी
    • दक्षिण एवं पश्चिम में: उत्तर प्रदेश
    • उत्तर में: देहरादून

जनसांख्यिकी

  • क्षेत्रफल: 2360 वर्ग किमी
  • जनसंख्या: 18,90,422 (18.74%)
    • ग्रामीण: 11,97,328
    • शहरी: 6,93,094
  • पुरुष: 10,05,295
  • महिला: 8,85,127
  • जनघनत्व: 801 व्यक्ति/वर्ग किमी

साक्षरता और लिंगानुपात

  • साक्षरता दर: 73.43%
    • पुरुष: 81.04%
    • महिला: 64.79%
  • लिंगानुपात: 830
  • शिशु लिंगानुपात: 877

तहसील और विकासखंड

  • तहसीलें: हरिद्वार, रुड़की, लक्सर, भगवानपुर, नारसन
  • उपतहसील: लालढांग
  • विकासखंड: रुड़की, बहादराबाद, भगवानपुर, नारसन, लक्सर

विधानसभा सीटें

हरिद्वार जनपद में विधानसभा सीटें निम्नलिखित हैं:

  • रुड़की
  • पिरान कलियर
  • मंगलौर
  • भेल
  • ज्वालापुर (SC)
  • झबरेड़ा (SC)
  • लक्सर
  • खानपुर
  • हरिद्वार
  • हरिद्वार ग्रामीण
  • भगवानपुर (SC) (कुल 11)

हरिद्वार की यह जानकारी इस क्षेत्र की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाती है। यहाँ की गंगा आरती, कुंभ मेले, और अन्य धार्मिक उत्सवों ने इसे विश्वभर में एक अद्वितीय स्थान दिलाया है।



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