महादेव प्रेम शायरी महादेव लव शायरी महादेव लाइन (Mahadev Prem Shayari Mahadev Love Shayari Mahadev Line)
महादेव प्रेम शायरी | महादेव लव शायरी | महादेव लाइन
महादेव, जिन्हें शिव, भोलेनाथ, महाकाल और त्रिशूलधारी के नाम से जाना जाता है, भक्तों के दिलों में एक खास स्थान रखते हैं। उनकी भक्ति में डूबे हुए लोग अपने मन की भावनाओं को शायरी के माध्यम से व्यक्त करते हैं। आज हम आपके लिए लाये हैं कुछ बेहद खास महादेव प्रेम शायरी, जो शिव भक्तों के लिए आत्मा को छू लेने वाली हैं।
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महादेव प्रेम शायरी महादेव |
महादेव प्रेम शायरी
नाच रहे ड़मरू की ताल पर शिवशंम्भु
त्रिशुलधारी गंगाधर बाबा महाकाल सर्वेशु...।।
माया को चाहने वाला, बिखर जाता है
और मेरे महाकाल को चाहने वाला, निखर जाता है...।।
काल का भी उस पर क्या आघात हो
जिस बंदे पर महाकाल का हाथ हो...।।
क्या फर्क पड़ता है कि जिंदगी कैसी होगी
विश्वास भोलेनाथ पर है तो
सब ठीक ही होगा हर हर महादेव...।।
रूद्र हूं महाकाल हूँ
मृत्यु रूप में विकराल हूं
नित्य हूं निरंतर हूं
शांति रूप में शंकर हूं...।।
महादेव प्रेम शायरी जारी है...
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महादेव प्रेम शायरी महादेव |
मैं आरंभ हूँ..मैं ही अंत हूँ
मैं जीवन हूँ.. मृत्यु भी मैं ही हूँ
मैं नीलकण्ठ हूँ..नारायण मैं ही हूँ
मैं देव ही नहीं.. महादेव हूँ...।।
माया-मोह को छोड़ दिया मैंने
शिव से नाता जोड़ लिया मैंने...।।
ॐ नम: शिवाये...
रखना मस्तक महादेव के दर पर सहारा मिलेगा
भक्त है जो महादेव के उन्हे भक्ति का
अवसर अगले जन्म मे दोबारा मिलेगा...।।
मेरे महाकाल तुम्हारे बिना मैं शून्य हूँ
तुम साथ हो महाकाल तो में अनंत हूँ
जय श्री त्रिकालनाथ महाकाल...।।
जख्म भी भर जायेगे, चेहरे भी बदल जायेगे
तू करना याद महादेव को तुझे दिल और
दिमाग मे सिर्फ आर सिर्फ महाकाल नजर आयेगे हर हर महादेव...।।
मंदिर की घंटी, आरती की थाली
नदी के किनारे सूरज की लाली
जिंदगी लाए खुशियों की बहार
मुबारक हो आपको सावन का त्यौहार...।।
और भी कुछ खास महादेव शायरी
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महादेव प्रेम शायरी महादेव |
कर से कर को जोड़कर
शिव को करू प्रणाम
हर पल शिव का ध्यान धर
सफल होवें सब काम...।।
चिलम के धुंये में हम खोते चले गये
बाबा होश में थे मदहोश होते चले गये
जाने क्या बात है महादेव के नाम में
न चाहते हुये भी उनके होते चले गये...।।
शिव की बनी रहे आप पर छाया
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया
मिले आपको वो सब इस अपनी ज़िन्दगी में
जो कभी किसी ने भी ना पाया...।।
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महादेव प्रेम शायरी महादेव |
तन की जाने, मन की जाने
जाने चित की चोरी उस महाकाल से क्या छिपावे
जिसके हाथ है सब की डोरी...।।
कैसे कह दूँ कि मेरी
हर दुआ बेअसर हो गई
मैं जब जब भी रोया
मेरे भोलेनाथ को खबर हो गई...।।
हर हर महादेव!
अगर आप महादेव भक्त हैं तो ये शायरी आपके मन को छू जाएंगी और आपके दिल की आवाज़ को बयान करेंगी। इन्हें अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें और शिव की भक्ति को फैलाएं।
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