उत्तराखण्ड में प्रसिद्ध मूर्तियाँ
वामन मूर्ति (काशीपुर)
विष्णु शेषशयन मूर्ति तथा ब्रहमामूर्ति - बैजनाथ,
द्वाराहाट नश्त्य मुद्रा में शिवमूर्ति - नटरापमंदिर जागेश्वववर
शिव की बजासन मुदा मुर्ति - केदारनाथ मंदिर की द्वार पटिकाओं में
शिव की संहारक मूर्ति (धनुषाकार मुद्रा में आठ भुजाओं में लाखामण्डल देहरादून।
गणपति की वह विशिष्ट मूर्ति जिसमें वे मोर की पीठ पर सवार है बगल में दो अन्य मोर है इसमें उनके चार हाथ छ: सिर है जो 12 वीं सदी का है इस पर दक्षिण का प्रभाव दर्शष्िगोचर होता है- लाखामण्डल देहरादून।
गढ़वाल का वह प्रणय गीत जो पेड़ के नीचे गाया जाता है.. बाजूबंद गीत।
गढ़वाल में कम उम्र की विवाहितों द्वारा मायके के याद में गाया जाने वाला गीत- खुदेड़ गीत (विरह गीत)।
. मिश्रित वन खेती मॉडल के प्रेणता- जगत सिंह चौधरी 'जंगली'
"पौधारोपण नीति लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य उत्तराखण्ड (6 जनवरी 2008 से)
कार्बेट का सर्वाधिक क्षेत्रफल किस जिले में है- पौड़ी (312 वर्ग किमी)
कार्वेट पार्क का प्रवेश द्वार- ठिकाना (नैनीताल)
नंदादेवी राष्ट्रीय उद्यान व फूलों की घाटी की घाटी का
मुख्यालय-जोशीमठ
मुख्यालय-जोशीमठ
• राजाजी नेशनल पार्क का मुख्यालय- देहरादून
• सर्वाधिक कस्तूरी मश्ग है- अस्कोट कस्तूरी मश्ग विहार (67)
राज्य बन जीव बोर्ड का पदेन अध्यक्ष - मुख्यमंत्री।
राज्य में टिन पाया जाता है चमोली में।
राज्य में चांदी पाया जाता है अल्मोड़ा में।
राज्य में सोना पाया जाता है शारदा, अलकनंदा, रामगंगा, पिण्डर की रेत में।
खनन नीति की घोषणा की गयी -4 अप्रैल 2001
टर्शियरी प्रकार की मझ्दा पायी जाती है - शिवालिक पहाडिया तथा दून क्षेत्र में
ज्वालामुखी तथा क्वार्ट्ज मश्दा पाई जाती है - भीमताल (नैनीताल) में।
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