हिमाचल प्रदेश की शिक्षा (Education of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश की शिक्षा (Education of Himachal Pradesh)

हिमाचल प्रदेश की शिक्षा
1951 में प्रदेश की साक्षरता दर मात्र 7.98% थी। उस समय प्रदेश में 457 प्राथमिक विद्यालय, 94 माध्यमिक विद्यालय और 25 उच्च विद्यालय थे। उस समय केवल एक ही महाविद्यालय था। 2011 में प्रदेश की कुल साक्षरता 83.78% है, जिसमें 90.83% पुरुष व 76.68% स्त्रियाँ साक्षर हैं। हिमाचल प्रदेश के पहले शिक्षा निदेशक 1958 में के. एल. सेठी बने। हिमाचल प्रदेश में 2012 तक 10,620 प्राथमिक स्कूल, 2,339माध्यमिक स्कूल और 2000 उच्चतम/वरिष्ठ स्कूल थे। हिमाचल प्रदेश के जनजातीय एवं दुर्गम क्षेत्रों में नियुक्त वरिष्ठ माध्यमिक अध्यापकों के समुचित आवास प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार ने 1999 ई. में यशवंत गुरूकुल आवास योजना चलाई है।
  • SCERT - स्टेट काउंसिल ऑफ़ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में स्थित है। कॉलेज ऑफ़ स्कूल एजुकेशन सोलन की स्थापना 1954 में हुई जिसे 1970 में स्टेट इंस्टिट्यूट ऑफ़ एजुकेशन में बदला गया। स्टेट इंस्टिट्यूट का पुनर्गठन कर 1984 ई, में SCERT की स्थापना की गई।
  • हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड - इसकी स्थापना 3 जुलाई,1969 को शिमला में की गई। इसने पहली परीक्षा 1970 में 99 परीक्षा केन्द्रों में ली। 1983 में हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड को धर्मशाला में स्थानांतरित किया गया। वर्तमान समय में यह धर्मशालामें कार्य कर रहा है। यह बोर्ड स्कूली शिक्षा का पाठ्यक्रम निर्धारित करता है तथा मिडिल/हाई/सीनियर सेकेण्डरी कक्षाओं की परीक्षाएँ लेकर, उनके परिणाम निकालकर प्रमाण पत्र जारी करता है।
  • तकनीकी शिक्षा -
  1. हिमाचल प्रदेश तकनीकी विभाग की स्थापना 1968 में की गई। हिमाचल प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड की स्थापना 1986 ई. में धर्मशाला (डरी) में की गई। इसके अंतर्गत 132 VTC, 10 सरकारी और 24 निजी बहुतकनीकी (Polytechnic) संस्थान, 84 सरकारी और 95 निजी ITI (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) कार्यरत हैं। कण्डाघाट सोलन में महिलाओं का पॉलिटेक्निक संस्थान है।
  2. हिमाचल प्रदेश में 2 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज जवाहर लाल नेहरू इंजीनियरिंग कॉलेज सुंदरनगर (2006 में स्थापित) और अटल बिहारी वाजपेयी इंजीनियरिंग एवं तकनीकी कॉलेज, प्रगतिनगर (2012 में स्थापित) के अलावा 17 निजी इंजीनियरिंग कॉलेज भी स्थित है।कालाअम्ब आई. आई. टी. इंजीनियरिंग कॉलेज हिमाचल प्रदेश का पहला निजी इंजीनियरिंग कॉलेज है जिसकी स्थापना 1997 ई. में हुई। हिमाचल प्रदेश के रोहडू में 2005 में सरकारी B फॉर्मेसी कॉलेज की स्थापना हुई। प्रदेश में वर्तमान में मेंएक सरकारी और 12 निजी B फॉर्मेसी कॉलेज हैं। सुंदरनगर में विकलांगों की आई. टी. आई. है।
  • विश्वविद्यालय शिक्षा - हिमाचल प्रदेश में राज्य सरकार के अधीन 3 सरकारी विश्वविद्यालय, 70 सरकारी कॉलेज, 5 संस्कृत सरकारी कॉलेज (फागली, सोलन, नाहन, सुंदर नगर और कैरटू) कार्यरत हैं। इसके अलावा प्रदेश में 17 निजी संस्कृत कॉलेज, 59 निजी डिग्री कॉलेज और 16 निजी विश्वविद्यालय कार्यरत हैं।
  1. (i) हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (शिमला) - हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला की स्थापना 1970 में हुई थी। विश्वविद्यालय के पहले उपकुलपति राम कर्ण सिंह बने। विश्वविद्यालय के पत्राचार पाठ्यक्रम निदेशालय ने 1971 में कार्य करना आरंभ किया। 1995 ई. में इसे अंतर्राष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं मुफ्त अध्ययन केंद्र के नाम से जाना जाने लगा। डी. सी. सी. के पहले निदेशक के. पी. पाण्डे बने।
  2. डॉ. वाई. एस. परमार उद्यान व वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी (सोलन) - इस विश्वविद्यालय की स्थापना 1985 ई. में की गई। यहाँ पर उद्यान एवं वानिकी के महाविद्यालय खोले गए हैं। इस विश्वविद्यालय के पहले उपकुलपति एम. आर. ठाकुर बने।
  3. हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर (काँगड़ा) - इस विश्वविद्यालय की स्थापना 1978 ई. में की गई। इस विश्वविद्यालय को श्रवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर के नाम से भी जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय का दर्जा दिया गया। धौलाकुआं और बजौरा (कुल्लू) में कृषि विश्वविद्यालय, पालमपुर के क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र हैं।
  4. केन्द्रीय विश्वविद्यालय - वर्ष 2009 में हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में केन्द्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। विश्वविद्यालय का एक कैम्पस देहरा में भी स्थित है।
  5. आई. आई. टी. - मण्डी के कमाण्ड में 2009 ई. में आई. आई. टी. की स्थापना की गई।
  6. NIT - हमीरपुर के अणु में NIT संस्थान स्थित है। इसे पूर्व में REC (रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज) के नाम से जानते थे जिसकी स्थापना 1986 ई. में हुई थी। हमीरपुर REC को NIT का दर्जा 2002 में दिया गया।
  • निजी विश्वविद्यालय - हिमाचल प्रदेश में निम्नलिखित निजी विश्वविद्यालय स्थित है -
(1) अरनी विश्वविद्यालय - काठगढ़ (इंदौरा), काँगड़ा
(2) APG विश्वविद्यालय - शोधी (शिमला)
(3) बाहरा विश्वविद्यालय - वाकना बिसहा (सोलन)
(4) बद्दी विश्वविद्यालय - भूड (बद्दी), सोलन
(5) चितकारा विश्वविद्यालय - बरोटीवाला (सोलन)
(6) कैरियर प्वाइंट विश्वविद्यालय - टिक्कर (भोरंज)
(7) इटर्नल विश्वविद्यालय - बडू साहिब (सिरमौर)
(8) इण्डस विश्वविद्यालय - बाथू (हरोली), ऊना
(9) ICFAI विश्वविद्यालय - बरोटीवाला (सोलन)
(10) IEC विश्वविद्यालय - बद्दी (सोलन)
(11) जे. पी. विश्वविद्यालय - वाकनाघाट (सोलन)
(12) महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय -बद्दी (सोलन)
(13) मानव भारती विश्वविद्यालय - लाडो (सोलन)
(14) सूलनी विश्वविद्यालय - ओछ घाट (सोलन)
(15) महाऋषि मार्कण्डेय विश्वविद्यालय - कुमारहट्टी (सोलन)
(16) श्री साईं विश्वविद्यालय - बधानी (पालमपुर)
  • सिरमौर जिले के कोलर (धौलाकुआं) में IIM की स्थापना की जाएगी।
  • अध्यापक शिक्षा - हिमाचल प्रदेश में शिक्षकों के प्रशिक्षण के लिए बी. एड. एवं 12 जिलों में J.B.T. संस्थान कार्य कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश प्रदेश विश्वविद्यालय, शिक्षा विभाग, धर्मशाला कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन, वल्लभ कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन मण्डी और D.A.V. कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन दौलतपुर चौक (ऊना) में सरकारी बी. एड. कॉलेज कार्यरत हैं। इसके अलावा प्रदेश में 75 से अधिक निजी बी.एड. कॉलेज स्थित हैं।
  1. साक्षरता - हमीरपुर को 1995 में पूर्ण साक्षर जिला घोषित किया गया। हमीरपुर हिमाचल प्रदेश का सबसे अधिक साक्षर जिला है। इस जिले की साक्षरता 2011 में 89.01% थी। चम्बा प्रदेश का सबसे कम साक्षरता वाला जिला है। इसकी साक्षरता 2011 में केवल 73.19% थी। हिमाचल प्रदेश देश का 5वां सबसे अधिक साक्षर राज्य है। यह केरल, मिजोरम, गोवा और त्रिपुरा के बाद 5वें स्थान पर आता है।
  2. सैनिक स्चूल - हिमाचल प्रदेश में एकमात्र सैनिक स्कूल सुजानपुर टीहरा (हमीरपुर) में खोला गया है।
  3. आई. आई. ए. एस. - इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ एडवांस स्टडीज, शिमला के समरहिल में स्थित वायसरिगल लाज/राष्ट्रपति निवास में चल रहा है। इसका निर्माण 1884-1888 के बीच में लॉर्ड डफरिन ने करवाया था। 20 अक्टूबर, 1965 को यहाँ भारतीय उच्च अध्ययन संस्थान (आई.आई.ए.एस.) ने कार्य करना शुरू किया। इसके प्रथम निदेशक निरंजन रे बने।
  4. अनुसंधान केंद्र व पाठशालाएँ -
(1) सेन्ट्रल पोटैटो रिसर्च इंस्टिट्यूट - शिमला (कुफरी)।
(2) काउंसिल ऑफ़ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च कॉम्प्लेक्स - पालमपुर।
(3) नेशनल बायोलॉजिकल लैबोरेट्री -पालमपुर।
  • पुस्तकालय - महिमा पुस्तकालय, नाहन, हिमाचल प्रदेश का सबसे पुराना पुस्तकालय है।मोतीलाल नेहरू सेंट्रल स्टेट लाइब्रेरी सोलन में है। महिमा पुस्तकालय, नाहन को 1926 में महाराजा अमर प्रकाश ने बनवाया था।

हिमाचल प्रदेश के विविध,

  1. हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण स्थान व संस्थान (Important Places and Institutions of Himachal Pradesh)
  2. हिमाचल प्रदेश की शिक्षा (Education of Himachal Pradesh)
  3. हिमाचल प्रदेश का स्वास्थ्य (Health of Himachal Pradesh)
  4. हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण व्यक्ति (Important People of Himachal Pradesh)
  5. हिमाचल प्रदेश के खेल (Sports of Himachal Pradesh)
  6. हिमाचल प्रदेश का सबसे छोटा, बड़ा, प्रथम व ऊंचा (Smallest, biggest, first and tallest of Himachal Pradesh)
  7. हिमाचल प्रदेश के सिंचाई व परियोजनाएं (Irrigation and Projects of Himachal Pradesh)
  8. हिमाचल प्रदेश का मानव संसाधन(Human Resources of Himachal Pradesh)

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