भगवान सूर्य के पर्यायवाची नाम और उनकी महिमा (Synonymous names of Lord Sun and his glory)

भगवान सूर्य के पर्यायवाची नाम और उनकी महिमा


पर्यायवाची शब्द क्या हैं?
एक ही वस्तु या व्यक्ति को व्यक्त करने वाले भिन्न-भिन्न शब्दों को पर्यायवाची कहा जाता है। भारतीय धर्मशास्त्रों में प्रत्येक देवी-देवता को उनके गुण, कार्य और स्वरूप के आधार पर अनेक नामों से पुकारा गया है। भगवान सूर्य देव भी ऐसे ही एक देवता हैं, जिनके अनेक नाम हैं।

सूर्य देव के इन नामों का जप करने से भक्तों को स्वास्थ्य, ऐश्वर्य, दीर्घायु और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।


श्री सूर्य दादशनाम-स्तोत्रम्

यहाँ भगवान सूर्य के 12 प्रसिद्ध नाम दिए गए हैं:

श्लोक

आदित्यः प्रथमं नाम दितीयं तु विभाकरः।  
तृतीयं भास्करः प्रोक्त चतुर्थ च प्रभाकरः॥  
पञ्चमं च सहस्रांशुः षष्ठं चैव त्रिलोचनः।  
सप्तमं हरिदश्वश्च अष्टमं च विभावसुः॥  
नवमं दिनकृत प्रोक्तं दशमं दादशात्मकः।  
एकादशं त्रयोमूर्तिर्दादशं सूर्य एव च॥  

अर्थ:

  • आदित्य: आदिती पुत्र।
  • विभाकर: प्रकाश फैलाने वाले।
  • भास्कर: जो जगत को रोशनी प्रदान करते हैं।
  • प्रभाकर: जिनसे प्रभा उत्पन्न होती है।
  • सहस्रांशु: जिनकी किरणें हजारों की संख्या में हैं।
  • त्रिलोचन: तीनों लोकों के दृष्टा।
  • हरिदश्व: जिनका रथ हरे घोड़ों से खींचा जाता है।
  • विभावसु: जो हर दिशा में प्रकाश देते हैं।
  • दिनकृत: दिन के निर्माणकर्ता।
  • द्वादशात्मक: 12 स्वरूप वाले।
  • त्रयोमूर्ति: ब्रह्मा, विष्णु, महेश के रूप।
  • सूर्य: ऊर्जा के असीम स्रोत।

सूर्य स्तोत्र का पाठ करने के लाभ

  1. दुःस्वप्न नाशक: इस स्तोत्र का प्रातःकाल पाठ सभी प्रकार के दुःस्वप्नों को समाप्त करता है।
  2. आरोग्य और स्वास्थ्य: इसे जपने से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहते हैं।
  3. दीर्घायु और ऐश्वर्य: सूर्य भगवान का ध्यान दीर्घायु, समृद्धि और ऐश्वर्य प्रदान करता है।
  4. वंश वृद्धि: यह पाठ वंश परंपरा को समृद्ध और उन्नत करता है।
  5. सर्व सिद्धियों की प्राप्ति: साधक को सभी प्रकार की सिद्धियों और सुखों की प्राप्ति होती है।

पूजा विधि

  1. प्रातःकाल सूर्योदय से पहले उठें और स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
  2. सूर्य देव को जल अर्पित करते समय उनकी उपासना करें।
  3. उपरोक्त 12 नामों का ध्यान करें और इनका जप करें।
  4. श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान सूर्य का स्मरण करें।

निष्कर्ष

भगवान सूर्य देव के इन 12 नामों का निरंतर जप करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है। उनकी आराधना से व्यक्ति सभी प्रकार के दुखों से मुक्त होता है और एक स्वस्थ, दीर्घायु एवं समृद्ध जीवन प्राप्त करता है।

"सूर्य देव की आराधना करें और उनके आशीर्वाद से जीवन को प्रकाशमय बनाएं।"

जय सूर्यदेव! 🌞

भगवान सूर्य के पर्यायवाची नाम और उनकी महिमा"  Frequently Asked Questions (FQCs) 

1. सूर्य देव के पर्यायवाची नाम क्या हैं?

सूर्य देव के विभिन्न पर्यायवाची नाम हैं, जैसे:

  • आदित्य (आदिती के पुत्र)
  • विभाकर (प्रकाश फैलाने वाले)
  • भास्कर (जगत को रोशनी देने वाले)
  • प्रभाकर (जो प्रभा उत्पन्न करते हैं)
  • सहस्रांशु (जिनकी किरणें हजारों होती हैं)
  • त्रिलोचन (तीनों लोकों के दृष्टा)
  • हरिदश्व (जिनका रथ हरे घोड़ों से खींचा जाता है)
  • विभावसु (जो हर दिशा में प्रकाश देते हैं)
  • दिनकृत (दिन का निर्माण करने वाले)
  • द्वादशात्मक (12 स्वरूप वाले)
  • त्रयोमूर्ति (ब्रह्मा, विष्णु, महेश के रूप में)
  • सूर्य (ऊर्जा के असीम स्रोत)

2. भगवान सूर्य के नामों का जप करने से क्या लाभ होते हैं?

सूर्य देव के नामों का जप करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं:

  • स्वास्थ्य और आरोग्य: शरीर और मन की समृद्धि और स्वास्थ्य में वृद्धि होती है।
  • दीर्घायु और ऐश्वर्य: जीवन में दीर्घायु और समृद्धि प्राप्त होती है।
  • दुःस्वप्न नाशक: यह पाठ रात के बुरे सपनों से रक्षा करता है।
  • वंश वृद्धि: परिवार की उन्नति और वंश परंपरा में वृद्धि होती है।
  • सर्व सिद्धियां प्राप्त होती हैं: साधक को सभी प्रकार की सिद्धियां और सुखों की प्राप्ति होती है।

3. सूर्य स्तोत्र का पाठ किस समय करना चाहिए?

सूर्य स्तोत्र का पाठ प्रातःकाल सूर्योदय से पहले किया जाता है। इसके लिए स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें और सूर्य देव को जल अर्पित करें।

4. सूर्य देव के नामों का जप किस प्रकार किया जाता है?

सूर्य देव के 12 नामों का जप श्रद्धा और भक्ति के साथ करना चाहिए। इन नामों का ध्यान करके जप करना चाहिए, और सूर्य देव की उपासना करते हुए उनका स्मरण करना चाहिए।

5. सूर्य देव की पूजा विधि क्या है?

सूर्य देव की पूजा में निम्नलिखित विधियों का पालन करें:

  • प्रातःकाल सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें।
  • सूर्य देव को जल अर्पित करते समय उनके 12 नामों का जप करें।
  • श्रद्धा और भक्ति से सूर्य देव का स्मरण करें।

6. भगवान सूर्य की महिमा क्या है?

सूर्य देव की महिमा अत्यधिक महान है। वे जीवन के ऊर्जा स्रोत हैं और उनके आशीर्वाद से सभी जीवों को ऊर्जा, समृद्धि, और दीर्घायु प्राप्त होती है। सूर्य देव के 12 नामों का जाप करने से जीवन में सुख, समृद्धि और शांति आती है।

7. सूर्य देव के पर्यायवाची नामों का जप करने से किस प्रकार की मानसिक स्थिति प्राप्त होती है?

सूर्य देव के नामों का जप करने से मानसिक शांति, स्पष्टता और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जो मानसिक तनाव और चिंता को दूर करती है।

8. क्या सूर्य स्तोत्र का जाप नियमित रूप से करना चाहिए?

हां, सूर्य स्तोत्र का जाप नियमित रूप से करने से जीवन में सुख, समृद्धि, स्वास्थ्य, और दीर्घायु का वरदान मिलता है। यह साधक को आत्मिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति भी प्रदान करता है।

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