उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान – महत्वपूर्ण तथ्य एक स्थान पर

- उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान
- उत्तराखण्ड के प्रमुख तथ्य
- उत्तराखण्ड के रोचक तथ्य
- उत्तराखण्ड का इतिहास और संस्कृति
- उत्तराखण्ड पर्यटन स्थल
- उत्तराखण्ड की भौगोलिक विशेषताएँ
- उत्तराखण्ड के धार्मिक स्थल
- उत्तराखण्ड के ऐतिहासिक स्थल
- उत्तराखण्ड की संस्कृति और परंपराएँ
- उत्तराखण्ड राज्य निर्माण और भाषा संरक्षण
उत्तराखण्ड न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और सामाजिक महत्व भी बेहद समृद्ध है। यहाँ प्रस्तुत हैं उत्तराखण्ड से संबंधित कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान तथ्य जो प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य अध्ययन के लिए उपयोगी सिद्ध हो सकते हैं:
🌿 इतिहास, संस्कृति और व्यक्तित्व
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नीम करौली बाबा का वास्तविक नाम – लक्ष्मीनारायण शर्मा
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पूर्वी स्त्रीराज्य किसे कहा जाता था – सुवर्णगोत्र
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कन्याकुब्ज का सांमत (वर्धन वंश) – यशोवर्मन
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प्रजामंडल की स्थापना – श्रीदेव सुमन
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अमर शहीद श्रीदेव सुमन के रचनाकार – श्रीराम शर्मा
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कुमाऊँनी बोली के पहले गायक – आनन्द सिंह नेगी
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कबूतरी देवी किस प्रकार के गीत गाती हैं – ऋतुरैण
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‘अल्मोड़ा की बेटी और पाकिस्तान की बहु’ – आइरन पंत
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द्वितीय रंगीलो बैराट के नाम से जाना जाता है – उत्तरकाशी
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उत्तराखण्ड के प्रथम लेफ्टिनेंट जनरल – सुरेन्द्र सिंह पंवार
🛕 धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर
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हिमालय म्यूजियम – ऋषिकेश
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मून माउंटेन – तुंगनाथ
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बधाणगढ़ (ग्वालदम के निकट) – चमोली
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तालेश्वर दानपत्रों में वर्णित मंदिर – विनसर महादेव मंदिर
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गोपेश्वर स्थित गोपीनाथ मंदिर की शैली – कत्यूरी
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डोडीताल से निकलने वाली नदी – असी गंगा
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नाग टिब्बा – टिहरी
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तोप टिब्बा – मसूरी
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ईको केव पार्क – नैनीताल
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सूर्यप्रयाग – रुद्रप्रयाग
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तारकेश्वर मंदिर (पौड़ी) – विषगंगा और मधुगंगा का उद्गम
- उत्तराखंड के प्रमुख साहित्यकार
- गढ़वाली और कुमाऊँनी कविता संग्रह
- उत्तराखंड और बॉलीवुड
- कुमाऊँनी लोक साहित्य
- उत्तराखंड का इतिहास
- उत्तराखंड के प्रसिद्ध त्योहार
- उत्तराखंड के सभी राष्ट्रीय उद्यान
📜 ऐतिहासिक स्थल और घटनाएं
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कर्णावती द्वारा निर्मित मौर्यकालीन व्यापार केंद्र – कालूकट
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ब्रिटिश कमिश्नर लुशिगंटन द्वारा गैरसैंण को पौड़ी का मुख्यालय बनाने का प्रस्ताव
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नैनीताल-काठगोदाम मोटर मार्ग का श्रेय – हैनरी रेम्जे
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उत्तराखण्ड में राजस्व पुलिस व्यवस्था – 1874 से
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उत्तराखण्ड में पुरातत्व खोज का श्रेय – हेनबुड
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अल्मोड़ा अखबार पर प्रतिबंध (1918) – डिप्टी पर लेख के कारण
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दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र स्थापना – 8 दिसंबर 2006
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गैरसैंण के पास ऐतिहासिक चांदपुरगढ़ी – आटा गाड़ नदी के समीप
🌄 भूगोल एवं प्राकृतिक विशेषताएं
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उत्तराखण्ड की अर्थव्यवस्था – मनी ऑर्डर अर्थव्यवस्था
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लधिया नदी का उद्गम – गजार, पिथौरागढ़
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झोड़ा गीत का केंद्र – बागेश्वर
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सास-बहु नामक खेत – बागेश्वर
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बेगुल नदी – उधमसिंह नगर
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कमल नदी – पुरोला घाटी, उत्तरकाशी
🪕 संगीत, पोशाक और संस्कृति
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मशकबीन का मूल स्थान – स्कॉटलैंड
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मौरी पहनते हैं – गढ़वाली पुरुष
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झगुल कोट पहनते हैं – कुमाऊंनी बच्चे
🧠 ज्ञानवर्धक रोचक तथ्य
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भारत माला परियोजना – राष्ट्रीय राजमार्ग
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राज्य पर्वतारोहण की शुरुआत – 1905 (सफलता 1936)
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नन्दा गौरा योजना के तहत धनराशि – ₹51,000
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कुम्भ मेला यूनेस्को विश्व धरोहर में शामिल – 7 दिसंबर 2017
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उत्तराखण्ड का पहला प्रेस क्लब (हिमालय क्लब) – 1841
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वर्ष 1920 में देहरादून में सम्मेलन की अध्यक्षता – जवाहरलाल नेहरू
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दुगड्डा (ब्रिटिश गढ़वाल) में प्रथम राजनैतिक सम्मेलन – 1930
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अन्तर्राष्ट्रीय परिवार दिवस – 15 मई
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समुद्र दिवस – 8 जून
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ईस्ट इंडिया कंपनी का पहला रुपया सिक्का – 19 अगस्त 1757, कोलकाता
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उत्तराखण्ड का राज्य गीत – उत्तराखण्ड देव भूमि, मातृभूमि शत्-शत् वंदन
📌 निष्कर्ष:
उत्तराखण्ड की विविधता, समृद्ध संस्कृति, ऐतिहासिक विरासत और भौगोलिक विशिष्टताओं को एकत्र कर पाना आसान नहीं, लेकिन उपर्युक्त जानकारी आपको इसके अनेक पहलुओं से अवगत कराती है। चाहे आप किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हों या सिर्फ ज्ञानवर्धन के लिए जानकारी खोज रहे हों – यह संग्रह आपके लिए बेहद उपयोगी है।
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