उत्तराखंड के सभी राष्ट्रीय उद्यान

राष्ट्रीय उद्यान (National Park) वे संरक्षित क्षेत्र हैं जो किसी राष्ट्र की प्रशासन प्रणाली द्वारा औपचारिक रूप से प्राकृतिक पर्यावरण की रक्षा के लिए स्थापित किए जाते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य प्राकृतिक संसाधनों और जैव विविधता का संरक्षण करना होता है। इसके साथ ही ये पर्यटकों के मनोरंजन और आनंद का स्थान भी होते हैं।
भारत में वर्तमान में 106 राष्ट्रीय उद्यान हैं। इनमें से पहला राष्ट्रीय उद्यान कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान है।
उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य
भारत के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों का परिचय
1. कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान (Corbett National Park)
- स्थापना: 1936
- क्षेत्रफल: 520.82 वर्ग किमी (पौढ़ी - 312.76 किमी², नैनीताल - 208.8 किमी²)
- स्थिति: पौढ़ी और नैनीताल
- मुख्यालय: कालाढूंगी
- विशेषताएं:
- भारत का पहला और एशिया का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान।
- इसका नाम पहले हेली नेशनल पार्क था, जिसे बाद में प्रकृति प्रेमी जिम कार्बेट के नाम पर रखा गया।
- यहां से प्रोजेक्ट टाइगर की शुरुआत हुई थी।
- यहां बाघों और घड़ियालों का संरक्षण किया जाता है।
- उद्यान का प्रवेश द्वार ढिकाला रामनगर में है।
उत्तराखंड के राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभयारण्य
2. गोविंद राष्ट्रीय उद्यान (Govind National Park)
- स्थापना: 1980
- क्षेत्रफल: 472 वर्ग किमी
- स्थिति: उत्तरकाशी
- मुख्यालय: देहरादून
- विशेषताएं:
- इसका नाम स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गोविंद बल्लभ पंत के नाम पर रखा गया।
- इस उद्यान में टौंस नदी बहती है और हर की दून घाटी स्थित है।
- यहां हिम तेंदुआ और दाढ़ी वाले गिद्धों का संरक्षण किया जाता है।
3. नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान (Nanda Devi National Park)
- स्थापना: 1982
- क्षेत्रफल: 624 वर्ग किमी
- स्थिति: चमोली
- मुख्यालय: जोशीमठ
- विशेषताएं:
- यह भारत का सबसे ऊंचाई पर स्थित उद्यान (5431 मीटर) है।
- 1988 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया।
- यहां नंदा देवी पर्वत और ऋषि ग्लेशियर स्थित हैं।
4. फूलों की घाटी (Valley of Flowers National Park)
- स्थापना: 1982
- क्षेत्रफल: 87.5 वर्ग किमी
- स्थिति: चमोली
- मुख्यालय: जोशीमठ
- विशेषताएं:
- उत्तराखंड का सबसे छोटा राष्ट्रीय उद्यान।
- इसे 2005 में यूनेस्को विश्व धरोहर घोषित किया गया।
- यहां लगभग 500 प्रकार के फूल खिलते हैं।
- इसे नंदकानन और गंधमादन जैसे नामों से भी जाना जाता है।
5. राजाजी राष्ट्रीय उद्यान (Rajaji National Park)
- स्थापना: 1983
- क्षेत्रफल: 820 वर्ग किमी
- स्थिति: देहरादून, हरिद्वार, पौढ़ी
- मुख्यालय: देहरादून
- विशेषताएं:
- यह तीन हिस्सों (मोतीचूर, चीला, राजाजी वन विहार) को मिलाकर बना है।
- यहां हाथी और बारहसिंगा की बड़ी संख्या है।
- इसका नाम चक्रवर्ती राजगोपालाचारी के नाम पर रखा गया है।
6. गंगोत्री राष्ट्रीय उद्यान (Gangotri National Park)
- स्थापना: 1989
- क्षेत्रफल: 2390 वर्ग किमी
- स्थिति: उत्तरकाशी
- मुख्यालय: देहरादून
- विशेषताएं:
- उत्तराखंड का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान।
- यहां से भागीरथी नदी बहती है।
- यह हिमालयन भालू और कस्तूरी मृग के लिए प्रसिद्ध है।
भारत के राष्ट्रीय उद्यानों का महत्व
राष्ट्रीय उद्यान पर्यावरण संरक्षण, जैव विविधता के प्रबंधन और पर्यटकों को प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने का अवसर प्रदान करते हैं। इनमें संरक्षित प्रजातियों और पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण सुनिश्चित किया जाता है।
प्रेरणादायक कविता:
"प्रकृति की गोद में बसे, अद्भुत नजारे हैं,
हरियाली से भरे ये पार्क, जीवन के सहारे हैं।
बाघों की दहाड़ सुनो, नदियों की कल-कल धारा,
राष्ट्रीय उद्यान हैं हमारी धरोहर का प्यारा सितारा।"
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