उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान: राज्य से जुड़े प्रमुख तथ्य और रोचक जानकारियाँ
उत्तराखण्ड की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता यह लेख सामाजिक आंदोलनों, वैज्ञानिक उपलब्धियों, पुरातात्विक स्थलों, त्योहारों और प्रसिद्ध व्यक्तित्वों के रोचक तथ्यों का अद्भुत संग्रह है।

भूमिका:
उत्तराखण्ड, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है बल्कि यह सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक और सामाजिक दृष्टि से भी एक समृद्ध राज्य है। इस ब्लॉग में हम उत्तराखण्ड राज्य से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों, ऐतिहासिक घटनाओं, पर्यटन स्थलों, परंपराओं और प्रमुख स्थानों की जानकारी प्रस्तुत कर रहे हैं जो प्रतियोगी परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होंगी।
🏞 प्रमुख पर्यटन स्थल और उनके जिले
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जार्ज एवरेस्ट हाउस पार्क: मसूरी में स्थित, कुल क्षेत्रफल – 172.91 एकड़
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दूधातोली, खिर्रा, घोड़ीखाल: पौड़ी जिले में स्थित प्रसिद्ध स्थल
📚 राज्य निर्माण और भाषा संरक्षण
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पृथक उत्तराखण्ड राज्य निर्माण का मुख्य कारण: असंतुलित विकास व पिछड़ापन
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उत्तराखण्ड का सांस्कृतिक पोर्टल भाषाओं के लिए: हिन्दी, संस्कृत, कुमाऊंनी, गढ़वाली
🌲 वन क्षेत्र और जैव विविधता
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राज्य में अभिलिखित वन क्षेत्र: 38,000 किमी²
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कुमाऊं मण्डल में वनों का प्रतिशत: 40.30%
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गढ़वाल मण्डल में वनों का प्रतिशत: 59.70%
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सर्वाधिक वन भूमि वाली घाटियाँ: टोंस, कोसी, यमुना
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वन पंचायत हेतु नयाबाद व वेस्टलैंड रूल्स: 1 अगस्त 1934 से लागू
- उत्तराखंड के प्रमुख साहित्यकार
- गढ़वाली और कुमाऊँनी कविता संग्रह
- उत्तराखंड और बॉलीवुड
- कुमाऊँनी लोक साहित्य
- उत्तराखंड का इतिहास
- उत्तराखंड के प्रसिद्ध त्योहार
- उत्तराखंड के सभी राष्ट्रीय उद्यान
🕉 धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल
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राम घाट – हरिद्वार
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कण्वाश्रम – हेमकूट व मणिकूट पर्वत पादों पर
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चरण पादुका – बद्रीनाथ धाम
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काशिल बूवू देवता मंदिर – कपकोट, बागेश्वर
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डोडीताल – कैलाश व वरुणावत पर्वतों के मध्य
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ब्राह्मवाटिका – केदारनाथ, रुद्रप्रयाग
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दिदुरी ताल – ऊखीमठ, रुद्रप्रयाग
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डाट काली मन्दिर सुरंग – एम. विश्वश्वरैया सुरंग, देहरादून
🎥 संस्कृति और फिल्में
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"बडी द क्लॉउड" – निर्माता: संजय सिंह (थीम: पलायन)
📖 इतिहास और क्रांति
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इन्द्रसिंह गढ़वाली – क्रांतिकारी जिनका उपनाम था प्रेम प्रकाश मुनि
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1814 खलंगा युद्ध – नालागढ़ी का युद्ध
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1857 हल्द्वानी क्रांति का दमन – ग्रीवज एवं रीड
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कुमाऊँ परिषद (1926) – अध्यक्ष: बैरिस्टर मुकुन्दीलाल
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बेगार प्रथा को श्रम की चोरी कहा – कार्ल मार्क्स
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बेगार आंदोलन के संस्मरण लेखक – मंगतराम खंतवाल
🏛 संस्थाएं और योजनाएं
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तरूण पर्यावरण विज्ञान संस्थान – डुण्डा, उत्तरकाशी
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स्वर संगम संस्था – पौड़ी गढ़वाल
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पुरोहित पेंशन योजना – 12 अक्टूबर 2014
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राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना – 2005
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नवीनीकरण ऊर्जा नीति – 29 जनवरी 2008
🌾 भौगोलिक विशेषताएं
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सर्वाधिक ऊसर भूमि वाला जिला – चमोली
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सर्वाधिक उपजाऊ भूमि वाला जिला – उधम सिंह नगर
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हवालबाग कस्बा – कोसी नदी तट पर
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पितरखाड़ी – कटारमल मंदिर की पूर्वी ढाल, अल्मोड़ा
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पितृ धार – रुद्रप्रयाग, गढ़वाल मंडल
🧭 अन्य रोचक तथ्य
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अटल बिहारी वाजपेयी हवाई अड्डा – जॉली ग्रांट, देहरादून
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संरक्षित अंग्रेजों का कब्रिस्तान – रुड़की, हरिद्वार
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इन्द्रधनुष का कुमाऊँनी नाम – इन्द्रौणी
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‘दुर्गुन’ रस्म – विवाह के बाद की परंपरा
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बुग्गी – बुग्याल की घास
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कप – उत्कीर्ण महापाषाणी गर्त
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मार्क बीजड़ व जीजड़ – खस राजाओं से संबंध
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अशोक चल्ल – भूतल का राजा
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गुरु नानक देव – 1529 में नामकमत्ता यात्रा
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लण्ढौर बाजार – मसूरी का पुराना बाजार
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रामझरोखा आश्रम – डिवाइन लाइट सोसाइटी, ऋषिकेश
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झलतोला टी स्टेट – बेरीनाग, पिथौरागढ़
🔚 निष्कर्ष
उत्तराखण्ड न केवल हिमालय की गोद में बसा हुआ एक सुंदर राज्य है, बल्कि यह ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और प्राकृतिक धरोहरों से भी समृद्ध है। यहाँ की विविधता और ज्ञान की गहराई इसे एक विशिष्ट पहचान देती है। चाहे प्रतियोगी परीक्षाएं हों या सामान्य रुचि, उत्तराखण्ड के इन तथ्यों का अध्ययन अवश्य करें।
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