उत्तराखण्ड सामान्य ज्ञान | Uttarakhand GK in Hindi | ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं समसामयिक जानकारी
उत्तराखण्ड अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर, ऐतिहासिक स्थलों, लोक परंपराओं और धार्मिक महत्व के कारण देश में एक विशिष्ट स्थान रखता है। इस लेख में हम आपको उत्तराखण्ड से जुड़े महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान (GK) बिंदुओं की जानकारी दे रहे हैं, जो विभिन्न परीक्षाओं एवं सामान्य अध्ययन के लिए उपयोगी हो सकते हैं।
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🔹 ऐतिहासिक और सांस्कृतिक तथ्य
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मोछंग: राज्य में विशेष रूप से पशुचारकों द्वारा बजाया जाने वाला पारंपरिक वाद्य यंत्र है।
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नैनीताल पर्वतारोहण की स्थापना: 1948 में चंडलाल ठुल्हारिया द्वारा की गई थी।
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बोट हाउस क्लब की स्थापना: 1890 में नैनीताल में की गई।
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एक हथिया देवल: पिथौरागढ़ में स्थित है, जिसका निर्माण बाजबहादुर चन्द द्वारा किया गया था।
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गौरा देवी: 1925 में टिहरी के लाता गांव में जन्मी थीं, जिन्होंने चिपको आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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लक्षेश्वर मंदिर: उत्तरकाशी में स्थित एक प्राचीन मंदिर है।
🔹 भूगोल और पर्यावरण
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क्षेत्रीय मिट्टी अन्वेषण प्रयोगशाला: उधमसिंह नगर जिले में स्थित है।
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गोविंद घाट: अलकनंदा और लक्ष्मणगंगा नदियों के संगम पर स्थित है।
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नंधौर वन्य जीव विहार: बाघ और महाशीर मछली के लिए संरक्षित क्षेत्र है।
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जाड गंगा (जान्हवी): इसका उद्गम जन्सफर ग्लेशियर, उत्तरकाशी में है।
🔹 उत्तराखण्ड के प्रमुख व्यक्तित्व और योगदान
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दशोली ग्राम स्वराज संघ: 1964 में चंडी प्रसाद भट्ट द्वारा स्थापित किया गया था।
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वन आंदोलन की पहली महिला बंदी: दुर्गा देवी थीं।
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हर्ष देव ओली: काली कुमाऊं के नेता, जिन्हें ‘काली कुमाऊं का मुसोलिनी’ कहा गया।
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चन्द्र कुंवर बड़थ्वाल: जिन्हें सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला' के समकक्ष माना जाता है।
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वृज मोहन नेगी: प्रसिद्ध चित्रकार।
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जसवंत सिंह रावत: नूरानांग युद्ध (1962) के वीर योद्धा।
🔹 महत्वपूर्ण संस्थाएं और आंदोलन
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एफ.आर.आई देहरादून: इसका वास्तुकार सी.जी. था।
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हिल मोटर ट्रांसपोर्ट कंपनी: 1920 में ललित प्रसाद टम्टा द्वारा स्थापित की गई।
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महादेवी कन्या पाठशाला: 15 सितम्बर 1902 को देहरादून में स्थापित की गई।
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श्रीनगर गढ़वाल सम्मेलन 1938: प्रताप सिंह नेगी द्वारा अध्यक्षता की गई।
🔹 धार्मिक स्थल और लोक पर्व
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वैतरणी सरोवर: वेदनी बुग्याल में स्थित है।
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गंगा दशहरा मेला: टिहरी और हरिद्वार में लगता है।
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हरूणी मेला: भटवाड़ी में, जिसका संबंध फसल से है।
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चौपखिया मेला: पिथौरागढ़ में विजयदशमी से एक दिन पूर्व आयोजित होता है।
🔹 अन्य महत्वपूर्ण जानकारियाँ
जानकारी | विवरण |
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मनोनीत विधायक | 1 |
मिस्टर जोन्स का चाय बागान | भीमताल |
मोरध्वज मुद्राएं | कुषाण शासक |
ब्राइड एंड कॉर्नर | अल्मोड़ा |
झटैला और टैखुवा प्रथा | खस समाज |
कमिश्नर लूशिंगटन | नैनीताल की खोज |
ई. गार्डनर | प्रथम कमिश्नर |
गढ़तांग गढ़ | भोटिया जाति से संबंधित |
हिमयाण पट्टी | टिहरी गढ़वाल |
गोरखाली शिविर | खलंगा |
🔹 उत्तराखण्ड के प्रेरणादायक उदाहरण
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बद्री दत्त पाण्डे: ‘40 हजार बहादुर हैं’ जैसी वीरतापूर्ण पंक्तियाँ कही थीं।
- उत्तराखंड के प्रमुख साहित्यकार
- गढ़वाली और कुमाऊँनी कविता संग्रह
- उत्तराखंड और बॉलीवुड
- कुमाऊँनी लोक साहित्य
- उत्तराखंड का इतिहास
- उत्तराखंड के प्रसिद्ध त्योहार
- उत्तराखंड के सभी राष्ट्रीय उद्यान
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‘हिमालय परिचय’ एवं ‘वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली’ जैसी रचनाओं के लेखक राहुल सांकृत्यायन थे।
🔹 नवीनतम तथ्य
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उत्तराखण्ड चारधाम यात्रा के ब्रांड एंबेसडर: विराट कोहली
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पहला कैशलेस हिल स्टेशन: मसूरी
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नन्दा गौरा कन्या धन योजना: ₹50,000 की आर्थिक सहायता
📜 निष्कर्ष
उत्तराखण्ड एक समृद्ध इतिहास, साहसिक संघर्षों, सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण राज्य है। उपरोक्त तथ्यों के माध्यम से हमें न केवल इसकी भौगोलिक और ऐतिहासिक गहराई का पता चलता है, बल्कि उन महान लोगों की गाथाएं भी मिलती हैं, जिन्होंने उत्तराखण्ड को विशेष बनाया।
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