राज्य के प्रमुख ग्लेशियर Head of State Glacier


 राज्य के प्रमुख ग्लेशियर 

Head of State Glacier 

ग्लेशियर                     जिला।                    लम्बाई /विशेष
 
मिलम ग्लेशियर             पिथौरागढ़        16 किमी लम्बा ग्लेशियर,
गोरी गंगा का उद्मम        नामिक                     पिथौरागढ़
रालम                                                       पिथौरागढ़ पोंटिंग                                                      पिथौरागढ़
                कूट भाषा पोंटिग राना से मिल। पो- पोंटिंग । रा रालम। ना- नामिक। मिल मिलम।

कफनी ग्लेशियर                     बागेश्वर
मैकातोोली                             बागेश्वर      पिंडर नदी 
पिण्डर                                  बागेश्वर       का उद्गम
सुन्दर दूंगा                             बागेश्वर

कुट भाषा बाघ के कफन में पिस्सू।
बाध - बाधेश्वर या बागेश्वर। 
कफन -कफनी।
 में -मैकातोली।
पि-पिंडारी।
सू -सुंदरदुगा।

यमुनोत्री                  उत्तरकाशी
खततिंग              टिहरी          भिलगना नदी का उद्गम।
कूट भाषा खत लिख दे टिहरी के नाम ।
डोरियानी             उत्तरकाशी
बंदरपूछ               उत्तरकाशी      यमुना नदी का उद्गम।
चौरावारी              रूद्रप्रयाग        मंदाकिनी नदी का उद्गम
केदारनाथ            रूद्रप्रयाग
गंगोत्री                 उत्तरकाशी        भागीरथी का उदगम। 
                                                सबसे बड़ा ग्लेशियर
दूनागिरी               चमोली
तिपारबमक          चमोली
सतोपंथ               चमोली                 अलकनंदा का उद्गम

ग्लेशियरों को स्थानीय भाषा में बमक भी कहा जाता है राज्य में कुल 238 ग्लेशियर है, और यह लगभग 735 वर्ग किमी0 में फैले है।

3. मध्य हिमालय -इसकी औसत चौड़ाई 70 से 120 किमी0 हैं। समुद्र तल से औसत ऊचाई 4700 मीटर तक पायी जाती है। इस भाग में राज्य का अल्मोड़ा, गढ़वाल, व नैनीताल का उत्तरी भाग सम्मिलित है। इस क्षेत्र में कई झीलें स्थित है। जैसे -नैनीताल, भीमताल, आदि।

4. शिवालिक श्रेणी - यह मध्य हिमालय के दक्षिणी भाग में स्थित है। इसे बाहय हिमालय भी कहते है। इस श्रेणी में तथा मध्य हिमालय के बीच लम्बी -लम्बी घाटियां पायी जाती है। यह
घाटियां प्रायः 24 से 25 किमी चौड़ी व समुद्र तट से 350 से 700 मी ऊंचाई पर स्थित है। जिन्हें पश्चिम में दून व पूर्व में द्वार कहतें है। जैसे - देहरादून, हरिद्वार, कोटद्वार आदि।

5. तराई व भावर

शिवालिक व गंगा नदी के मैदान के बीच पट्टी के रूप में तराई भावर का क्षेत्र स्थित है। भावर के क्षेत्र में छोटी पर्वतीय नदियां आकर लुप्त हो जाती है। और तराई के क्षेत्र में आकर प्रकट हो जाती है। यह क्षेत्र राज्य के नैनीताल व पौढ़ी गढ़वाल में पाया जाता है।
तराई क्षेत्र नम, दलदलीय मैदान है। यह भावर के ठीक दक्षिणी भाग में समानांतर रूप से स्थित है। इस भाग में भावर की विलुप्त नदियां आकर प्रकट हो जाती है। यह क्षेत्र कृषि के लिए प्रसिद्ध है। रूद्रपुर, काशीपुर तराई में बसे प्रमुख शहर है।

जय देव भूमि उत्तराखंड

उत्तराखंड ( Uttarakhand )

उत्तराखंड सामान्य ज्ञान (Uttarakhand General Knowledge)
(भारतीय इतिहास, भूगोल, राजव्यवस्था, सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान एवं जनसंख्या-2021 का बिन्दुवार सम्मिलन सहित) 
(Including point-wise integration of Indian History, Geography, Polity, General Knowledge, General Science and Population-2021)
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