राम सिंह धौनी: अल्मोड़ा के महान स्वतंत्रता सेनानी - Ram Singh Dhoni: The Great Freedom Fighter of Almora
राम सिंह धौनी: अल्मोड़ा के महान स्वतंत्रता सेनानी
परिचय:
राम सिंह धौनी, भारत के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, का जन्म 24 फरवरी 1893 को अल्मोड़ा जिले के तल्ला बिनौला गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम हिम्मत सिंह धौनी और माता का नाम कुंती देवी था। उन्होंने अपने जीवन को भारत माता की गुलामी से मुक्ति के लिए समर्पित कर दिया। उनके द्वारा दिया गया "जय हिंद" का नारा स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक बन गया।
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा:
राम सिंह धौनी बचपन से ही अत्यंत मेधावी थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव के प्राथमिक विद्यालय में प्राप्त की और उच्च शिक्षा के लिए अल्मोड़ा के टाउन स्कूल में दाखिला लिया। 1917 में उन्होंने इलाहाबाद के इविन क्रिश्चियन कॉलेज से एफ.ए. और 1919 में बी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की। बी.ए. पास करने वाले वह अपने क्षेत्र के पहले व्यक्ति थे, जिससे उनकी ख्याति फैल गई।
सादगी और देशप्रेम:
राम सिंह धौनी सादा जीवन और उच्च विचारों के प्रतीक थे। उन्होंने सरकारी नौकरी के प्रस्तावों को ठुकराकर जीवनभर देश सेवा में खुद को समर्पित कर दिया। खादी के कपड़े पहनने वाले धौनी ने गांधीवादी विचारों को आत्मसात किया और उन्हें अपने जीवन में उतारा।
स्वतंत्रता संग्राम में योगदान:
धौनी जी ने 1921 में फतेहपुर (जयपुर) में कांग्रेस कमेटी की स्थापना की और वहाँ के नवयुवकों को संगठित किया। वह फतेहपुर में "युवक सभा" और "साहित्य समिति" की स्थापना के माध्यम से राष्ट्रीय भावनाओं का प्रचार-प्रसार करते रहे। उनके द्वारा रचित कविताएँ, जैसे "तेरी बारी है होली", अंग्रेजों को देश से बाहर करने का आह्वान करती थीं।
धौनी जी का साहित्य सृजन:
राम सिंह धौनी ने साहित्य के माध्यम से देशभक्ति की भावना को जागृत किया। उनकी कविताओं में देश प्रेम की स्पष्ट झलक मिलती है। "भारत मैं तुझको श्रद्धा से प्रणाम करता हूं..." जैसी कविताएँ उनकी राष्ट्रीय भावना को दर्शाती हैं।
अंतिम समय:
राम सिंह धौनी का जीवन सेवा और समर्पण का प्रतीक था। उन्होंने अल्मोड़ा डिस्ट्रिक्ट बोर्ड के सदस्य और चेयरमैन के रूप में भी कार्य किया। लेकिन, 12 नवंबर 1930 को चेचक से पीड़ित होकर इस महान स्वतंत्रता सेनानी ने दुनिया को अलविदा कह दिया।
राम सिंह धौनी का जीवन आज भी एक प्रेरणा स्रोत है, जो हमें सिखाता है कि सादगी, समर्पण, और देशभक्ति के माध्यम से हम अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों का निर्वाह कर सकते हैं। उनका योगदान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में अमर है।
प्रश्न 1: राम सिंह धौनी का जन्म कब और कहाँ हुआ था?
- A) 24 फरवरी 1889, नैनीताल
- B) 24 फरवरी 1893, तल्ला बिनौला
- C) 24 मार्च 1893, अल्मोड़ा
- D) 24 फरवरी 1895, देहरादून
उत्तर: B) 24 फरवरी 1893, तल्ला बिनौला
प्रश्न 2: 'जय हिंद' का नारा सबसे पहले किसने दिया था?
- A) महात्मा गांधी
- B) सुभाष चंद्र बोस
- C) राम सिंह धौनी
- D) भगत सिंह
उत्तर: C) राम सिंह धौनी
प्रश्न 3: राम सिंह धौनी ने किस विद्यालय से बी.ए. की पढ़ाई पूरी की?
- A) इलाहाबाद विश्वविद्यालय
- B) क्रिश्चियन कॉलेज, इलाहाबाद
- C) दिल्ली विश्वविद्यालय
- D) बनारस हिंदू विश्वविद्यालय
उत्तर: B) क्रिश्चियन कॉलेज, इलाहाबाद
प्रश्न 4: राम सिंह धौनी ने सरकारी नौकरी का प्रस्ताव क्यों ठुकरा दिया?
- A) क्योंकि वह देश सेवा करना चाहते थे
- B) क्योंकि उन्हें सरकारी नौकरी में रुचि नहीं थी
- C) क्योंकि उन्होंने विदेश में नौकरी करना पसंद किया
- D) क्योंकि उन्हें स्वतंत्रता संग्राम में शामिल होना था
उत्तर: A) क्योंकि वह देश सेवा करना चाहते थे
प्रश्न 5: राम सिंह धौनी का साहित्यिक योगदान क्या था?
- A) उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया
- B) उन्होंने कई कविताएँ और लेख लिखे
- C) उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काम किया
- D) उन्होंने कृषि क्षेत्र में सुधार किए
उत्तर: B) उन्होंने कई कविताएँ और लेख लिखे
प्रश्न 6: राम सिंह धौनी ने किस क्षेत्र में स्वतंत्रता संग्राम की अलख जगाई?
- A) फतेहपुर (जयपुर)
- B) लखनऊ
- C) दिल्ली
- D) मुंबई
उत्तर: A) फतेहपुर (जयपुर)
प्रश्न 7: राम सिंह धौनी का निधन कब हुआ था?
- A) 10 नवंबर 1930
- B) 12 नवंबर 1930
- C) 15 नवंबर 1930
- D) 18 नवंबर 1930
उत्तर: B) 12 नवंबर 1930
प्रश्न 8: राम सिंह धौनी ने किस प्रकार के सामाजिक कार्य किए?
- A) छुआछूत खत्म करना
- B) शिक्षा का प्रचार
- C) देश प्रेम की भावना का प्रचार
- D) उपरोक्त सभी
उत्तर: D) उपरोक्त सभी
प्रश्न 9: राम सिंह धौनी के साहित्यिक योगदान के उदाहरण कौन से हैं?
- A) 'भारत मैं तुझको श्रद्धा से प्रणाम करता हूं...'
- B) 'बहुत उजाड़ा नंदन वन को...'
- C) 'जन गण मन...'
- D) A और B दोनों
उत्तर: D) A और B दोनों
प्रश्न 10: राम सिंह धौनी ने कौन-कौन से स्कूलों में अध्यापन कार्य किया?
- A) सूरतगढ़ मिडिल स्कूल
- B) रामचंद्र नेवटिया हाईस्कूल
- C) देहरादून स्कूल
- D) A और B दोनों
उत्तर: D) A और B दोनों
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