हनुमानजी का शक्तिशाली मंत्र: सभी बुरी शक्तियों से रक्षा - Hanumanji's powerful mantra: Protection from all evil powers

हनुमानजी का शक्तिशाली मंत्र: सभी बुरी शक्तियों से रक्षा

हनुमानजी, जिन्हें भगवान श्रीराम का भक्त माना जाता है, सभी अपने भक्तों की मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं। उनकी शक्ति और भक्ति से हर संकट का सामना किया जा सकता है। विशेष रूप से, हनुमानजी का एक शक्तिशाली मंत्र है, जो आपको बुरी शक्तियों से सुरक्षा प्रदान करता है। इस ब्लॉग में हम इस मंत्र के महत्व और जप विधि के बारे में चर्चा करेंगे।

हनुमानजी का मंत्र

मंत्र:

ऊँ ऐं श्रीं ह्रीं ह्रीं हं ह्रौं ह्रः ऊँ नमो भगवते महाबल पराक्रमाय 
भूत-प्रेत-पिशाच ब्रह्म राक्षस शाकिनी डाकिनी यक्षिणी पूतना मारीमहामारी 
राक्षस भैरव बेताल ग्रह राक्षसादिकान् क्षणेन हन हन, भंजय भंजय मारय मारय, 
क्षय शिक्षय महामहेश्वर रुद्रावतार।

मंत्र का महत्व

यह मंत्र बुरी शक्तियों जैसे भूत, प्रेत, पिशाच, राक्षस, और अन्य दुष्ट शक्तियों से रक्षा करने के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली है। इसमें हनुमानजी की कृपा और बल का आवाहन किया गया है, जो भक्तों को सुरक्षा और साहस प्रदान करता है।

मंत्र जप विधि

  1. स्थान: एक शांत और पवित्र स्थान का चयन करें जहाँ आप बिना किसी विघ्न के मंत्र का जप कर सकें।

  2. स्नान और शुद्धता: जप करने से पहले स्नान करें और पवित्र वस्त्र धारण करें। यह ध्यान दें कि आपका मन और शरीर दोनों शुद्ध हों।

  3. माला का उपयोग: 108 दानों की माला का उपयोग करें। इससे आपको जप करने में मदद मिलेगी और मंत्र का प्रभाव बढ़ेगा।

  4. जप संख्या: इस मंत्र को 12 बार जप करें। नियमित रूप से इसे जपने से मन में आंतरिक शक्ति और सकारात्मकता का संचार होता है।

  5. ध्यान और संकल्प: जप करते समय हनुमानजी का ध्यान करें और अपनी इच्छाओं और मनोकामनाओं का संकल्प लें।

परिणाम

अगर आप इस मंत्र को सही विधि से जपते हैं, तो भयानक से भयानक डर और बुरी शक्तियों का प्रभाव खत्म हो सकता है। हनुमानजी की कृपा से आपके जीवन में सुख, शांति, और सुरक्षा का आगमन होगा।

निष्कर्ष

हनुमानजी का यह मंत्र केवल बुरी शक्तियों से रक्षा करने वाला नहीं है, बल्कि यह आपके भीतर की शक्ति को जागृत करने का भी कार्य करता है। इस मंत्र का जप करते हुए श्रद्धा और भक्ति से हनुमानजी को स्मरण करें।


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