काफी सारे लोगों ने इनके गीत को नया रूप दिया हैं गोपाल बाबू गोस्वामी जी

काफी सारे लोगों ने इनके गीत को नया रूप दिया हैं  "गोपाल बाबू गोस्वामी जी"


गोपाल बाबू गोस्वामी जी एक महान गीतकार थे गोपाल बाबू गोस्वामी जी ने उत्तराखंड के कई सारे गीतों का वर्णन किया है कहीं से आज के दौर में भी उनका गानों का लोक कॉफी कर दोबारा से उनकी तो को लोगों के माध्यम ला रहे हैं उसे तो गोपाल बाबू गोस्वामी के कई सारे गीतों को आज लोगों ने मॉडर्न तरीके से गाया है
उत्तराखंड के कई संगीतकारों ने जो प्रेम कथा अपने गीतों के माध्यम से लोगों तक पहुंचाई हैं गोपाल बाबू गोस्वामी ने वहां गीत 40 साल पहले ही ही गा चुके हैं और आज उनकी तो को कई लोगों ने नया रूप दिया है आपके सामने एक गीत पेशकश कर रहा हूं गोपाल बाबू गोस्वामी का उत्तराखंड की संस्कृति को बचाने की प्रति कई सारे गीत हैं

गोपाल बाबु गोस्वामी के यह गीत जिसमे एक आदमी अपनी पत्नी की सुन्दरता की बडाई करता और उसे अभिनेत्री हेमा मालिनी से तुलना करता करता है! कहा जाता है इस गाने में हेमा मालिनी ने गोस्वामी जी के लिए मुकुदामा किया था !

छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
घरवे आज आगे, आकाश जूना
रूप गगरी जसी यो सिया बाना
फर -२ निशान जसी, लथ की थान जसी
रसली आम जसी, मिश्री डयी डयी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२............
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
हाई रे हिट्नो तेरो हाई रे मिजाता
कमर तेरी हाई रे लटाका
तू हाई पलँग जसी, दाती
दाती आखोडा जसी
चमकी रे सुवा मेरी कांस की थाय - २
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२............
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२
खिल रे गुलाब जसी, सोलवा साल में
खिल रे कडुवा जसी, भरी जवानी में
चंदा चकोर जसी हाई रे कात्कोरा मेरी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२............
छैला ओह मेरी छबेली ओह मेरी हेमा मालिनी
आँख तेरी कायी - २ नशीली हाई .२

टिप्पणियाँ