गीत: गुलाबै फूल जसी
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आसमानै परि झै लागै, हरी साड़ी में तू
गुलाबै फूल जसी, फुलभाड़ी में तू।
जूनै लै उज्यालौ पायो, तेरा सौउना मुखे लै
तेरा हसी ले मिटी जानी, घेरी कसा दुखे लै
जीवन असान भयो, बैठी मेरी गाड़ी में तू
आसमानै परि झै लागै, हरी साड़ी में तू
गुलाबै फूल जसी, फुलभाड़ी में तू।
धड़कन बढ़ै दिन्छ, तेरौ टकटक हिटनो
तेरि चार तरफे घुमु, भै धरति को रिटनो
अलगै चमकनी रये, तारा भाड़ी में तू
आसमानै परि झै लागै, हरी साड़ी में तू
गुलाबै फूल जसी, फुलभाड़ी में तू।
सबौ है सुकून, तेरा हात में मेरो हात
प्रेम रसा गीत जसि, छ तेरी हर बात
सबौ है ठुली काडी, सब काडी में तू
आसमानै परि झै लागै, हरी साड़ी में तू
गुलाबै फूल जसी, फुलभाड़ी में तू।
शब्दार्थ:
- झै लागै: जैसी लगती है।
- जूनै लै: चाँद ने।
- सौउना: सुन्दर
- रिटनो: घूमना।
- तारा भाड़ी: तारामंडल।
- काडी: अतिकुशल।
अर्थ और विश्लेषण:
"गुलाबै फूल जसी" गीत में प्रेम और सुंदरता की भावनाओं को अभिव्यक्त किया गया है।
1. प्राकृतिक सुंदरता और प्रेम:
- गीत में प्रेमिका की सुंदरता की तुलना आसमान और गुलाब के फूल से की गई है। प्रेमिका का सौंदर्य और हँसी जीवन को सरल और सुखद बनाती है।
2. गहराई और शांति:
- प्रेमिका के साथ बिताए गए पल सुकून और प्रेम से भरे हुए हैं। उसके साथ का हर क्षण एक गीत की तरह सुखद और मनमोहक है।
3. रिश्ते की मजबूती:
- प्रेमिका के साथ हाथ में हाथ डालकर बिताए गए समय को शांति और प्रेम से भरा हुआ बताया गया है। यह दर्शाता है कि रिश्ता मजबूत और परिपूर्ण है।
4. प्राकृतिक प्रभाव:
- प्रेमिका की चमक और उसकी उपस्थिति को तारा मंडल की चमक से जोड़कर उसका महत्व और विशेषता दर्शाई गई है।
Keywords:
- प्रेम
- सुंदरता
- सुकून
- प्राकृतिक सुंदरता
- रिश्ते की मजबूती
"गुलाबै फूल जसी" गीत प्रेम और खूबसूरती की भावना को व्यक्त करता है, जिसमें प्रेमिका की सुंदरता को प्रकृति की विभिन्न छवियों के साथ जोड़कर उसकी विशेषता को उजागर किया गया है।
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