हिमाचल: स्वर्ग का एहसास | Himachal: Jannat Ka Ehsaas
हिमाचल प्रदेश, जिसे देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है, अपने अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के हरे-भरे पहाड़, झरने, और साफ-सुथरी हवाएं हर आगंतुक के दिल को छू जाती हैं। इस ब्लॉग में हिमाचल के विभिन्न पहलुओं को शायरी और ग़ज़लों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है, जो इस अद्वितीय भूमि की सुंदरता और शांति को बखूबी दर्शाते हैं।
1. जन्नत का एहसास है हिमाचल
जन्नत का एहसास है हिमाचल,
हर किसी के लिए खास है हिमाचल।
देवों का निवास है हिमाचल,
हम सब के दिल के पास है हिमाचल।
2. पहाड़ों की मस्तियाँ
ख़ुदा के ज़िक्र में मशग़ूल हैं जो मस्त पहाड़,
समझ गए हैं यक़ीनन अदा-ए-वक़्त पहाड़।
3. पहाड़ी ग़ज़ल
छतों पे बारिश, दूर पहाड़ी हल्की धूप,
भीगने वाला पँख, सुखाने वाला मैं।
4. पहाड़ी शाम
दूर पहाड़ी की चोटी पर रोती रह गई धूप,
रात अँधेरे से दुनिया का सौदा कर गई शाम।
5. पहाड़ी जीवन की चुनौती
दरिया हो या पहाड़ हो टकराना चाहिए,
जब तक न साँस टूटे जिए जाना चाहिए।
6. देवभूमि का गुणगान
मंगल ध्वनियाँ गूँजतीं, यहाँ सुबह और शाम,
पग-पग पर बसे हुए, तीर्थ और स्वर्ग तुल्य चारों धाम।
7. पहाड़ की हवाएँ
पहाड़ की सुहानी हवाएं, करती हैं मदहोश,
पाँव जमीं पर न रहें, भर देतीं इतना जोश।
8. प्रकृति का सलीका
प्रकृति सिखाती हमें, जीने का सलीका,
धूप हो या बरसात, फूलों-सा खिलने का तरीका।
9. पहाड़ी जीवनशैली
पहाड़ी जीवनशैली, अनूठी है परम्परा की माला,
ऊँचे पर्वतों के घने जंगल, चलना है इसके साथ संग।
10. पर्वतीय वातावरण
सुबह की धूप, शाम की ठंड,
पर्वतीय वातावरण का है अद्वितीय गुणगान।
गांव की सीनाजोरी, बाजार की रौनक,
हर कोने से बजता धरोहर का ताल।
11. पहाड़ी खेत और संस्कृति
खेतों की हरियाली, गाय के मुखारे,
पहाड़ी जीवनशैली की अनमोल खासियत ये सारे।
धर्म, संस्कृति का है यहाँ अद्भुत संगम,
पर्वतीय जीवन की अद्वितीय दृष्टि का स्रोत ये किनारे का विचार।
12. हिमाचल का आभार
जन्म मिला तेरे आँचल में,
ए हिमाचल तेरा शुक्रिया।
शुक्रिया तेरा देवभूमि,
तूने पावन भूमि पर जन्म दिया।
13. पहाड़ी की गोद
ऊँची चोटियों की गोदी में बसी,
प्रकृति की शान, साफ़ हर किनारा है।
धरती की उसकी गोदी में, दिखता कितना प्यारा है।
पहाड़ों की खूबसूरती में, अमृत की धारा है।
14. हिमाचल की बात
लफ़्ज़ अलग है, ज़ज्बात वही है,
स्वर्ग कहो या हिमाचल, बात वही है।
15. हिमाचल की जन्नत
कहीं झरने, कहीं पहाड़,
घने जंगल, हसीं बादल समझ लेना,
मैं जन्नत कहूँगा, तुम हिमाचल समझ लेना। ❤️
16. हमारा हिमाचल
सुंदर वादियों का हसीन नजारा,
स्वर्ग से सुंदर हिमाचल हमारा।
17. देवभूमि की सादगी
चहचहाना पंछियों का, सादगी भरे लोगों के चेहरे,
देवभूमि यूँ ही नहीं कहते इन्हें, भगवान भी यहाँ आकर हैं ठहरे।
1. स्वर्ग है हिमाचल | Jannat Hai Himachal
जहाँ हवाओं में खुशबू बहती है,
जहाँ सादगी इंसानों में रहती है।
जहाँ पहाड़ों से मिलने आते हैं बादल,
वो स्वर्ग है हिमाचल, वो स्वर्ग है हिमाचल।
निष्कर्ष:
हिमाचल केवल एक राज्य नहीं, बल्कि एक एहसास है जो हर उस व्यक्ति के दिल में बसता है जो यहाँ आता है। यहाँ की हरी-भरी वादियाँ, शांत पहाड़, और लोगों की सादगी इसे स्वर्ग जैसा बनाते हैं। इन शायरियों और ग़ज़लों के माध्यम से हिमाचल की महिमा को और करीब से महसूस किया जा सकता है।
क्या आपने हिमाचल की यात्रा की है? अगर नहीं, तो इन खूबसूरत शायरियों के साथ हिमाचल की यात्रा का आनंद लें और अपने अनुभवों को साझा करें।
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