हिमाचल प्रदेश की झीलें (Lakes of Himachal Pradesh)
हिमाचल प्रदेश की झीलें (Lakes of Himachal Pradesh)
- बनावटी झीलें (कृत्रिम झीलें)-
- गोविंद सागर झील:- गोविंद सागर हिमाचल की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। यह झील बिलासपुर जिले में सतलुज नदी पर बनी है। इस जिल की लम्बाई 88 मीटर है। इस जिल का क्षेत्रफल 168 वर्ग किमी॰ है।
- पौंग झील:- यह झील कांगड़ा जिले में हैं। यह झील व्यास नदी पर बनी हुयी है। इसकी लम्बाई 42 किमी॰ है। इस झील के पास पौंग डैम भी है, जो 1960 में बना था। इस झील को महाराणा प्रताप सागर के नाम से जाना जाता है।
- पंडोह झील:- यह झील मंडी के ब्यास नदी पर बनाई गयी है। इसकी लम्बाई 14 किमी॰ है और यह राष्ट्रीय राजमार्ग 21 के किनारे है।
- हिमाचल प्रदेश की प्राकृतिक झीलें :-
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हिमाचल प्रदेश की झीलें (Lakes of Himachal Pradesh) |
(1) चम्बा -
- गड़ासरू झील - 1 किमी. परिधि, ऊँचाई - 3505 मी. (चुराह तहसील में देवी कोठी के पास स्थित है।)
- खजियार झील - 0.5 किमी. लंबी, ऊँचाई 1951 मी.। खजियार को हिमाचल प्रदेश का स्विट्जरलैंड भी कहा जाता है। इसे यह नाम पी. ब्लेजर ने 7 जुलाई, 1992 को दिया। यह विश्व का 160 वां स्थान है, जिसे मिनी स्विटजरलैंड का दर्जा दिया गया है। यह स्विट्जरलैंड की राजधानी बर्न से 6194 किमी. दूर है।
- लामा झील - इस झील की ऊँचाई - 3962 मी. है। यह सात झीलों का समूह है। (भरमौर उपमंडल में स्थित है।)
- मणिमहेश झील - इस झील की ऊँचाई - 3950 मी. है। यह कैलाश पर्वत के नीचे स्थित है।
- चमेरा झील - (कृत्रिम झील है, जो रावी नदी के पानी से बनी है।)
- महाकाली झील - इस झील की ऊँचाई - 3657 मी. है। यह झील देवी काली को समर्पित है। (चुराह तहसील के खुंडी में चांजू पंचायत में स्थित है।)
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हिमाचल प्रदेश की झीलें (Lakes of Himachal Pradesh) |
(2) हिमाचल प्रदेश की झीलें काँगड़ा -
- डल झील - इस झील की ऊँचाई - 1775 मीटर है। यह धर्मशाला से 11 किमी. दूर है।
- करेरी झील - इस झील की ऊँचाई - 1810 मीटर है।
(3) हिमाचल प्रदेश की झीलें मण्डी -
- कुमारवाह झील - इस झील की ऊँचाई - 3150 मी. है।
- पराशर झील - इस झील की ऊँचाई - 2743 मी. है।
- रिवालसर झील - इस झील को बौद्ध लोग पद्माचन भी कहते हैं। बौद्ध भिक्षु पद्मसम्भव के जन्म दिन पर यहाँ छेच्शु मेला लगता है। यह झील हिन्दू, सिख व बौद्ध तीनों धर्मों के लोगों का तीर्थ स्थान है। इसे तैरते हुए टापुओं की झील भी कहते हैं।
- कुन्त भयोग (पवित्र झील- कुंत भयोग)
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हिमाचल प्रदेश की झीलें (Lakes of Himachal Pradesh) |
- सुखसागर झील सुख सागर झील हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित है| यह झील समुद्रतल से 1760 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है|
- कामरुनाग (कमरुनाग झील भारत के हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में स्थित है। यह बल्ह और धौलाधार पर्वतमाला की घाटियों के बीच समुद्र तल से 3,334 मीटर (10,938 फीट) की ऊंचाई पर स्थित है। झील तक पहुँचने के लिए रोहांडा से कमरुनाग तक एक पैदल मार्ग है जिसमें लगभग 3-4 घंटे लगते हैं और यह खड़ी पहाड़ी इलाके पर लगभग 6 किमी (3.7 मील) है।)
- कालासर झील (यह झील रिवालसर के ऊपर पहाड़ी में 1755 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।)
(4) कुल्लू - हिमाचल प्रदेश की झीलें
- मनतलाई झील (पार्वती नदी का उद्गम स्थल)
- भृगु
- दशहर (रोहतांग दर्रे के समीप)
- स्त्रयुल
- सरवालसर (बंजार उपमंडल में स्थित है )
(5) लाहौल-स्पीती हिमाचल प्रदेश की झीलें
- सूरजताल झील - इस झील की ऊँचाई 4800 मीटर है। भागा नदी का उद्गम स्थान बारालाचा दर्रे के समीप यह झील स्थित है।
- चंद्रताल झील - इस झील की ऊँचाई 4270 मीटर है। (इसे लोहित्य सरोवर के नाम से भी जाना जाता है।)
- ढंखर झील (ढंखर झील - यह झील स्पिति घाटि में स्थित है।यह झील ढंखर गांव के समीप है।इसकी समुद्र तल से ऊँचाई लगभग 4270 मी. है।)
(6) शिमला - हिमाचल प्रदेश की झीलें
- चन्द्रनाहन झील, रोहडू (Chandranahan Lake)- यह झील रोहडू उपमण्डल की चांसल नामक घाटी में समुद्रतल से 4267 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है। यह झील पब्बर नदी का उद्गम स्त्रोत भी है। इस स्थान को चारमाई ताल भी कहते हैं। इस झील का व्यास एक हैक्टेयर है।
- तानु जुब्बल झील, नारकण्डा (Tanu Jubbal Lake)- यह झील शिमला से 68 किमी की दूरी पर स्थित है। यह झील प्रमुख पर्यटक स्थल हाटू के समीप है। यह झील समुद्रतल से 2708 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है।
- गढ़ कुफर झील (Garh Kufar lake)- यह झील शिमला में स्थित है।
- कराली झील (Karali Lake)- यह झील शिमला में छोटा शाल्ली पहाड़ी पर स्थित है। यह झील गंदे पानी से भरी हुई है। इसके अलावा बराडसर (रोहडू), खड़साली (चिडगांंव), गढ़कुफर (ठियोग) आदि शिमला की झीलें है।
- बरादोनसर झील- बरादोनसर झील शिमला के डोडरा क्वार और किन्नौर के सांगला के बीच 5500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस झील का घेरा 1 किमी है।
(7) किन्नौर - हिमाचल प्रदेश की झीलें
- नाको झील - इस झील की ऊँचाई 3662 मी. है।
- सोरंग झील
(8) सिरमौर - हिमाचल प्रदेश की झीलें
- रेणुका झील - यह हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़ी प्राकृतिक झील है, जो 2.5 किमी. लंबी है। इसकी आकृति सोई हुई स्त्री जैसी है। रेणुका भगवान परशुराम (विष्णु के छठे अवतार) की माता है। रेणुका को अपने पुत्र परशुराम के हाथों बलिदान होना पड़ा, जिसने अपने पिता जमदग्नि की आज्ञा का पालन करते हुआ ऐसा किया। जमदग्नि जामलू देवता के रूप में भी जाने जाते थे।
- सुकेती झील - सुकेती जीवाश्म पार्क, जिसे शिवालिक जीवाश्म पार्क के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख जीवाश्म पार्क है जो भारत में हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में स्थित है। यह पार्क एशिया का पहला पार्क है जो उसी स्थान पर स्थित है जहां वास्तविक जीवाश्मों का पता लगाया गया था, और इसमें कशेरुक जीवाश्मों और कंकालों का संग्रह है जो प्रागैतिहासिक काल के हैं, और ऊपरी और मध्य शिवालिक भूवैज्ञानिक से बरामद किए गए हैं। सुकेती में बलुआ पत्थर और मिट्टी की संरचनाएँ।
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