सावन की तीज के मौके पर गाए जाने वाले गाने और गीत पारंपरिक होते हैं, जो इस त्योहार के उल्लास और भक्ति को दर्शाते हैं। ये गाने न सिर्फ मनोरंजन का साधन होते हैं, बल्कि वे इस पर्व के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को भी दर्शाते हैं। यहाँ कुछ लोकप्रिय तीज गीतों के बोल और जानकारी दी गई है:
सावन की तीज के पारंपरिक गीत
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1. तीज त्योहार सुणायो भाभी
यह गाना हरियाली तीज की मस्ती और उल्लास का वर्णन करता है। इस गाने में महिलाओं के बीच के रिश्तों और उनके उल्लास का चित्रण किया गया है।
गीत के बोल:
तीज त्योहार सुणायो भाभी, तीज त्योहार सुणायो। नाचै मोरे अंगना में, झूला पड़ायो भाभी। झूला पड़ायो सुणायो भाभी, झूला पड़ायो। फूलों से सजायो भाभी, मोर पंख लगायो। नीम के पत्तों से झूला सजायो, झूला पड़ायो भाभी। बाजरे की रोटी खायो, नीम्बू का अचार खायो। सुन री मेरी प्यारी भाभी, तीज त्योहार सुणायो। नाचै मोरे अंगना में, झूला पड़ायो भाभी।
2. घिर आए बदरा सावन के
यह गाना सावन के महीने में आने वाली बारिश और हरियाली को दर्शाता है। यह गीत उत्साह और प्रसन्नता का प्रतीक है जो हरियाली तीज के दौरान अनुभव किया जाता है।
गीत के बोल:
घिर आए बदरा सावन के, संग लाए खुशबू माटी की। झूले पड़ गए गाँव गली में, किलकारी बजी हर आंगन में। कहें कजरी और मल्हार गाएँ, तीज का त्योहार है भाई। गूँजे खुशियों के राग-अलाप, बाजे ढोल, मजीरा और बीन। पिया संग देखो मीत चले, ले सखियाँ झूम-झूम झूले। हरियाली तीज का मेला आया, खुशियों से हर दिल को भराया।
3. मेहंदी रंग लाई
इस गाने में तीज के दौरान महिलाओं द्वारा हाथों में लगाई जाने वाली मेहंदी की सुंदरता और उसका महत्व बताया गया है। यह गाना तीज के विशेष अवसर पर महिलाओं की सजधज और उनके उल्लास को दिखाता है।
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गीत के बोल:
मेहंदी रंग लाई, हाथों में खनके कंगना। सज गई मैं सजनी, झूम उठी मनभावना। सावन का रंग है छाया, साजन संग मन को भाया। तीज के दिन की रौनक देखो, हर कोई गाए गीत नया। घूंघट की ओट से झांकूं, सखियों संग में बातें करूं। पिया मेरे संग झूलूं, झूला डाले पेड़ की डाली। मेहंदी के रंग ने रचा है, साजन के नाम का चांद। तीज की मस्ती में खो जाऊं, हरी-भरी सावन की चांदनी।
4. हरियाली तीज का त्यौहार आया
यह गीत हरियाली तीज के त्योहार की महत्ता और उल्लास को दर्शाता है। यह गाना सावन के मौसम की सुंदरता और त्योहार की भव्यता को वर्णित करता है।
गीत के बोल:
हरियाली तीज का त्यौहार आया, सावन का महीना हर्षित लाया। धरती पर हरियाली छाई, सारा जगत खुशी से गाया। सखियाँ मिलकर गाएँ गीत, साजन संग झूलें हर्षित। घटाएँ घिरकर बरसें जल, हर दिल को मिला सुख का पल। झूले पड़ें पेड़ की शाखों पर, मन में उमंगें और हर्ष भर। सखियों का संग, रिमझिम की बौछार, हरियाली तीज का प्यारा त्यौहार।
5. सखी री मेरी मन भावनी
यह गीत पारंपरिक लोक गीत है जो सखियों के साथ त्योहार की मस्ती और झूला झूलने की परंपरा को दर्शाता है।
गीत के बोल:
सखी री मेरी मन भावनी, झूला डाले सावन की रुत आई। मेहंदी से रंगे हाथों में, सखियों की टोली संग लाई। लहर-लहर झूमे झूला, पेड़ की शाखें गुनगुनाएँ। सखियाँ संग घूमें, गाएँ कजरी गीत, सावन की रुत गुनगुनाएँ। पिया का संग पाएँ, सावन की ठंडी छाँव में। हरियाली तीज की मस्ती, सखियों की हंसी से भरी।
6. घूमर रा रंग
यह गीत राजस्थानी परंपरा के अनुसार तीज के अवसर पर गाया जाता है। यह घूमर नृत्य के साथ प्रस्तुत किया जाता है और तीज की मस्ती को जीवंत बनाता है।
गीत के बोल:
घूमर रा रंग छायो रे, घूमर घूमूँ मैं सखियों संग रे। सावन की आई मस्ती भरी रात रे, सज धज कर आई मैं तेरे साथ रे। घूमर घूमर रा रंग लागे प्यारा रे, मन मेरा नाचे झूम के सावन की छाँव रे। घूंघट की ओट में मुस्काएँ लाज से, सखियाँ संग नाचे, घूमर गाए साथ रे।
7. रंग रंगीला सावन आईो
इस गीत में सावन के महीने की रंगीनी और तीज के त्योहार की मस्ती का वर्णन किया गया है। यह गीत महिलाओं के उल्लास और खुशियों को दर्शाता है।
गीत के बोल:
रंग रंगीला सावन आईो, हरिया-भरी छाया लाई। सखियाँ संग झूले पड़ गए, हर आंगन खुशबू फैलाई। लहर-लहर कर मस्तियाँ लाई, हर मन को भायी सावन की बौछार। सज-धज कर निकलीं सब सखियाँ, तीज की रात में मस्ती छाई। हरियाली तीज का पर्व आया, सावन की ठंडी हवाएँ लाई। मन में उमंग, खुशियों का रंग, सबके चेहरों पर छाया है।
8. सावन की झूला
यह गीत सावन की फुहारों और झूला झूलने की परंपरा को दर्शाता है। यह गीत सावन के मौसम की ठंडक और तीज की मस्ती को प्रस्तुत करता है।
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गीत के बोल:
सावन की झूला पड़ गए, पेड़ों की शाखों पर। मन में उमंग, सखियों संग, झूलूं झूलें सावन की छाँव में। रिमझिम बारिश की फुहारें, मन को भिगो दें प्यार में। तीज की मस्ती में खो जाऊं, हरियाली की बौछार में। झूला झूलूँ सावन की छाँव में, सखियों संग गीत गाऊँ। मन का मौसम मस्त हुआ है, हर आंगन में बजी बांसुरी।
9. सखियाँ आई तीज मनाने
इस गाने में सखियों के बीच की मित्रता और तीज की मस्ती को दिखाया गया है। यह गीत उनके मिलन और त्योहार के आनंद को दर्शाता है।
गीत के बोल:
सखियाँ आई तीज मनाने, खुशियों की बौछार लाने। झूला झूलें, गीत गाएं, सावन की मस्ती में खो जाएं। सखियाँ संग सजना-संवरना, हंसी-खुशी में खो जाना। तीज का त्योहार है प्यारा, सबके मन को भा जाए। हरियाली तीज की रौनक छाई, हर दिल को खुशियों से भर आई। सखियों का संग, त्योहार की मस्ती, झूला झूलें संग-संग।
10. तीज का त्योहार आया
यह गीत तीज के त्योहार की धूम और उल्लास का वर्णन करता है। यह गीत उस खुशी और उमंग को दिखाता है जो तीज के दिन चारों ओर बिखरी रहती है।
गीत के बोल:
तीज का त्योहार आया, खुशियों की सौगात लाया। हरियाली छाई हर आंगन में, सावन की बौछार लाई। सखियों संग झूला झूलें, गीतों की धुन में खो जाएं। मन में उमंग, आँखों में सपने, तीज का त्योहार है प्यारा। सावन की ठंडी बयार में, हरियाली की छाँव में। संग में सखियाँ, गीतों की मस्ती, तीज का त्योहार मनाएं।
बॉलीवुड के कुछ लोकप्रिय तीज गाने
बॉलीवुड फिल्मों में भी तीज के मौके पर कई गाने बने हैं, जो इस पर्व के महत्व को और भी खूबसूरती से पेश करते हैं। यहाँ कुछ प्रसिद्ध बॉलीवुड गाने हैं जो तीज पर गाए जाते हैं:
1. "कजरा मोहब्बत वाला" - फिल्म किस्मत (1968)
यह गाना सावन के मौके पर गाए जाने वाले गानों में से एक है। यह गीत प्रेम और उत्सव का प्रतीक है और इसे विभिन्न मौकों पर गाया जाता है।
2. "बोल चूड़ियां" - फिल्म कभी खुशी कभी ग़म (2001)
यह गाना शादी और तीज के मौकों पर बहुत पसंद किया जाता है। यह गाना महिलाओं के बीच की खुशी और साज-सज्जा को दर्शाता है।
3. "तीज का त्योहार आया" - फिल्म बागबान (2003)
यह गाना तीज के त्योहार की मस्ती और उल्लास को दर्शाता है। इसे शादियों और तीज के पर्व पर गाया जाता है।
4. "मेरे हठीले श्याम" - फिल्म चंद्रावल (1984)
इस गाने में तीज के त्योहार की खुशियों का वर्णन है। इसे तीज के मौकों पर विशेष रूप से गाया जाता है।
5. "आजा नचले" - फिल्म आजा नचले (2007)
यह गाना नृत्य और उत्सव के लिए जाना जाता है और इसे तीज के अवसर पर गाया जाता है। यह गीत त्योहार की उमंग और खुशी को बढ़ा देता है।
तीज के गानों का महत्व
सावन की तीज के गीत इस पर्व का अहम हिस्सा हैं। ये गाने न सिर्फ त्योहार की मस्ती को बढ़ाते हैं बल्कि हमें हमारी संस्कृति और परंपराओं से भी जोड़ते हैं। इन गीतों के माध्यम से हम अपनी संस्कृति के प्रति आस्था और प्रेम को अभिव्यक्त करते हैं।
तीज के गीतों में सखियों के बीच की मित्रता, प्रेम, उल्लास और त्योहार की मस्ती का वर्णन होता है। ये गीत त्योहार के आनंद को दुगना कर देते हैं और हमारे मन में खुशी की लहर दौड़ाते हैं।
इन गानों को सुनकर और गाकर हम तीज के पर्व की महत्ता और सुंदरता का अनुभव कर सकते हैं। सावन की तीज के गीत हमारे लोक संस्कृति की धरोहर हैं, जिन्हें हमें संभालकर रखना चाहिए।
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