उत्तराखंड की प्रमुख विभूतियाँ: उनकी जीवनी और योगदान - Major personalities of Uttarakhand: His biography and contributions
उत्तराखंड की प्रमुख विभूतियाँ: उनकी जीवनी और योगदान
उत्तराखंड, एक राज्य जो अपनी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, ने कई महान विभूतियों को जन्म दिया है जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में अद्वितीय योगदान दिया। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख विभूतियों के बारे में:
1. मोलाराम तोमर
मोलाराम तोमर गढ़वाली शैली के प्रसिद्ध चित्रकार थे जिनका जन्म 1743 ई. में श्रीनगर में हुआ। उनके गुरु रायसिंह थे और मोलाराम ने कई प्रमुख चित्रशालाओं की स्थापना की। उनके चित्रों में 'राधाकृष्ण मिलन' विश्व प्रसिद्ध है। मोलाराम के चित्रों को प्रसिद्धि दिलाने में बैरिस्टर मुकुन्दीलाल का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने हिन्दी, फारसी और संस्कृत पर भी अधिकार प्राप्त किया। मोलाराम की मृत्यु 1833 ई. में हुई।
2. वीरांगना तीलू रौतेली
गढ़वाल की लक्ष्मीबाई के नाम से प्रसिद्ध तीलू रौतेली का जन्म पौड़ी गढ़वाल के गुराड़ गांव में लगभग 1661 में हुआ। तीलू रौतेली ने 15 वर्ष की आयु में रणभूमि में कूदकर अपनी वीरता का परिचय दिया। उन्होंने कत्यूरी आक्रमणकारियों का डटकर मुकाबला किया और सराईखेत के युद्ध में शहीद हुईं। उनकी मृत्यु 22 वर्ष की आयु में हुई और उनकी मूर्ति वीरोंखाल में स्थापित है।
3. रानी कर्णावती
रानी कर्णावती, गढ़वाल शासक महिपति शाह की पत्नी और पृथ्वीपतिशाह की संरक्षिका थीं। 1636 ई. में मुगल शासक शाहजहां ने गढ़वाल पर आक्रमण किया, लेकिन रानी कर्णावती ने मुगलों को पकड़कर उनके नाक कटवा दिए। उन्हें 'नाककटनी रानी' के नाम से जाना जाता है। कर्णावती ने देहरादून का करनपुर गाँव भी बसाया।
4. जियारानी
कुमाऊँ की लक्ष्मीबाई के नाम से मशहूर जियारानी का जन्म हरिद्वार के राजा अमरदेव पुंडीर के घर हुआ था। उनका उपनाम पिंगला या फ्यौं ला था। जियारानी ने तैमूर लंग से युद्ध किया और रानीबाग में विजय प्राप्त की। उनकी समाधि चित्रशिला रानीबाग में है।
5. एडवर्ड जिम कार्बेट
जिम कार्बेट का जन्म 1875 में नैनीताल में हुआ। वे एक प्रसिद्ध शिकारी, पर्यावरण प्रेमी और लेखक थे। उनकी प्रसिद्ध पुस्तकें 'माई कुमाऊँ', 'माई इंडिया', और 'मैन ईटिंग लेपर्ड ऑफ रूद्रप्रयाग' हैं। उनके नाम पर 1957 में कार्बेट नेशनल पार्क की स्थापना की गई और 1976 में उनके नाम पर डाक टिकट जारी हुआ।
6. वैद्यराज गुमानी पंत
गुमानी पंत का जन्म 1790 में काशीपुर में हुआ। वे काशीपुर के राजा गुमान सिंह देव के राजकवि थे और उन्हें कुमाऊँ का प्राचीन कवि माना जाता है। उनकी प्रमुख रचनाओं में 'गंगा शतक', 'राममहिमा', और 'नीतिशतक' शामिल हैं।
7. फ्रेडरिक विल्सन
फ्रेडरिक विल्सन को पहाड़ी विल्सन के नाम से जाना जाता है। उन्होंने उत्तरकाशी की मुखवा गाँव की संग्रामी गुलाबी रूथ से शादी की। मसूरी स्थित कैमल बैंक सेड के कब्रिस्तान में उनकी कब्र स्थित है।
इन विभूतियों ने अपने अद्वितीय योगदान और संघर्ष से उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है। उनकी कहानियाँ और कार्य आज भी हमें प्रेरित करते हैं और हमें अपने क्षेत्र की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर की ओर देखने की प्रेरणा देते हैं।
विशेष लेख
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पं० हरगोविंद पंत के जन्मदिवस पर नगरवासियों ने माल्यार्पण कर मिष्ठान वितरण किया
पं० हरगोविंद पंत की स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका और उनके जन्मदिवस पर नगरवासियों द्वारा किए गए सम्मान की जानकारी।वीर अमर शहीद श्री देव सुमन की शहादत का विवरण
श्री देव सुमन के बलिदान की पूरी कहानी और उनकी शहादत के प्रभाव पर लेख।कुमाऊँ के नायक बद्रीदत्त पांडे की कहानी
स्वतंत्रता संग्राम में बद्रीदत्त पांडे के योगदान पर लेख।उत्तराखंड के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों की जानकारी
उत्तराखंड के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों और उनके संघर्ष पर लेख।उत्तराखंड के प्रमुख व्यक्तियों और उनकी जीवन कहानी
उत्तराखंड के प्रमुख व्यक्तियों और उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं पर लेख।उत्तराखंड के स्वतंत्रता सेनानियों की सूची और उनकी कहानियाँ
स्वतंत्रता सेनानियों की सूची और उनके जीवन की कहानियाँ।संग्राम सिंह: वीर स्वतंत्रता सेनानी और उनका योगदान
संग्राम सिंह की बहादुरी और उनके योगदान पर लेख।पंडित हरगोविंद पंत: नायक की कहानी
पंडित हरगोविंद पंत की बहादुरी और उनकी जीवन यात्रा पर लेख।पंडित हरगोविंद पंत: जीवन कथा
पंडित हरगोविंद पंत के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाएँ और उनके संघर्ष पर लेख।बद्रीदत्त पांडे: बहादुर स्वतंत्रता सेनानी की जीवन गाथा
बद्रीदत्त पांडे की बहादुरी और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर लेख।बद्रीदत्त पांडे: प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी
स्वतंत्रता संग्राम में बद्रीदत्त पांडे की प्रमुख भूमिका पर लेख।शहीद श्री देव सुमन: अमर शहीद की कहानी
श्री देव सुमन की शहादत की पूरी कहानी और उनके संघर्ष पर लेख।शहीद श्री देव सुमन: महान स्वतंत्रता सेनानी की गाथा
श्री देव सुमन की महानता और उनके योगदान की कहानी।कुली बेगार आंदोलन के प्रमुख नेता कalu महार
कalu महार, उत्तराखंड के पहले स्वतंत्रता सेनानी और उनकी विद्रोही गतिविधियाँ।
जय देव भूमि: फॉलो करें
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें