पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख आकर्षण पीडीएफ (Major attractions of Pithoragarh district PDF)

पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख आकर्षण

पिथौरागढ़, उत्तराखंड का एक अत्यंत खूबसूरत और ऐतिहासिक जिला है, जो हिमालय की गोदी में बसा हुआ है। यह स्थान न केवल अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां स्थित कई धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। यहां के प्रमुख आकर्षणों के बारे में जानें:

1. नारायण आश्रम

नारायण आश्रम पिथौरागढ़ जिले के सोसा नामक गांव के ऊपर 2734 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह स्थान एक शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करता है और यहां की यात्रा आत्मिक शांति और ध्यान के लिए आदर्श मानी जाती है।

2. ऊँ पर्वत

ऊँ पर्वत पिथौरागढ़ जिले की एक प्रमुख पर्वत श्रृंखला है, जिसकी ऊंचाई 6191 मीटर है। यह पर्वत स्थानीय मान्यताओं के अनुसार एक पवित्र स्थान है, और नाभीडांग में पार्वती माता की नाभि के दर्शन होते हैं। इसे "छोटा कैलाश" भी कहा जाता है।

3. पार्वती ताल

पार्वती ताल कुटी गांव से आगे, ज्योलिंगकांग (आदि कैलाश) के पास स्थित है। यह एक सुंदर झील है और इस स्थान की धार्मिक और प्राकृतिक महत्वता पर्यटकों को आकर्षित करती है।

4. एक हथिया देवाल

यह स्थल रामगंगा और बालती नदियों के संगम पर स्थित है, बल्तिर और अल्मिया गांव के बीच। इसे पौराणिक काल में माल तीर्थ/मालिका तीर्थ के नाम से जाना जाता था और यह भारत का एकमात्र रॉक टेम्पल है।

5. माँ कालिका सिद्धपीठ

माँ कालिका सिद्धपीठ, जिसे हाटकाली भी कहा जाता है, कुमाऊं क्षेत्र के 18 काली मंदिरों में सबसे प्रमुख है। यह मंदिर आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित किया गया था और यहां श्रद्धालु पूजा अर्चना के लिए आते हैं।

6. विर्थी फॉल

विर्थी फॉल कुमाऊं क्षेत्र का सबसे ऊंचा जलप्रपात है, जिसकी ऊंचाई 126 मीटर है। यह प्रपात अपनी खूबसूरती और शांति के लिए प्रसिद्ध है।

7. खलिया टॉप

खलिया टॉप पिथौरागढ़ जिले का एक प्रसिद्ध बुग्याल है, जो ट्रैकिंग के शौकिनों के लिए आदर्श स्थल है। यह स्थान ऊंचाई पर स्थित है और यहां से नयनाभिराम दृश्य दिखाई देते हैं।

8. दरकोट

दरकोट गांव अपनी लकड़ी के घरों और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। यहां के घरों और कला वस्त्रों में पारंपरिक कुमाऊं शैली का सुंदर प्रदर्शन देखा जा सकता है।

9. माहेश्वरी/मेहसर कुण्ड

यह कुण्ड यक्ष की प्रेम कहानी से जुड़ा हुआ है। यह स्थान ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है।

10. मदकोट

मदकोट एक प्रसिद्ध स्थान है, जहां गंधकयुक्त गर्म जल का स्त्रोत है। यह जल स्त्रोत आयुर्वेदिक उपचार के लिए भी जाना जाता है।

11. खेंचुआ

खेंचुआ पिथौरागढ़ का एक स्थानीय प्रसिद्ध मिठाई है। यह स्वादिष्ट और लोकप्रिय मिठाई पर्यटकों द्वारा खूब पसंद की जाती है।

12. नारायण नगर

नारायण स्वामी द्वारा स्थापित आश्रम और नगर पिथौरागढ़ जिले का एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह स्थान तीर्थ यात्रियों और भक्तों के लिए एक पवित्र स्थल है।

13. सीराकोट मंदिर

सीराकोट मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर अपने शांतिपूर्ण वातावरण और दिव्य आभा के लिए प्रसिद्ध है।

14. बालेश्वर मंदिर

बालेश्वर मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जिसे अशोकचल्ल द्वारा निर्माण किया गया था। यह मंदिर ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और भक्तों की श्रद्धा का केंद्र है।


पिथौरागढ़ के ये प्रमुख आकर्षण न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर हैं, बल्कि धार्मिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। यदि आप ट्रैकिंग, धार्मिक पर्यटन, या बस शांति और प्रकृति का आनंद लेने के लिए एक अद्भुत स्थल ढूंढ रहे हैं, तो पिथौरागढ़ जिले के ये स्थल आपके लिए आदर्श होंगे।

FQCS (Frequently Questioned and Clarified Sections) – पिथौरागढ़ के प्रमुख आकर्षण

यहां पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख आकर्षणों के बारे में कुछ सामान्य प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

1. नारायण आश्रम क्या है और इसे कहां स्थित किया गया है?

  • उत्तर: नारायण आश्रम पिथौरागढ़ जिले के सोसा गांव के ऊपर 2734 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह एक शांतिपूर्ण स्थल है जहाँ लोग ध्यान और आत्मिक शांति के लिए आते हैं।

2. ऊँ पर्वत की मान्यता क्या है?

  • उत्तर: ऊँ पर्वत को "छोटा कैलाश" कहा जाता है। यह पर्वत 6191 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और नाभीडांग में पार्वती की नाभि दिखाई देती है, जो धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

3. पार्वती ताल कहां स्थित है?

  • उत्तर: पार्वती ताल कुटी गांव से आगे, ज्योलिंगकांग (आदि कैलाश) के पास स्थित है। यह एक प्राकृतिक झील है और तीर्थ यात्रियों के लिए प्रसिद्ध है।

4. एक हथिया देवाल का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

  • उत्तर: एक हथिया देवाल रामगंगा और बालती नदियों के संगम पर स्थित है और इसे भारत का एकमात्र रॉक टेम्पल माना जाता है। यह पौराणिक काल में माल तीर्थ/मालिका तीर्थ के नाम से जाना जाता था।

5. माँ कालिका सिद्धपीठ का महत्व क्या है?

  • उत्तर: माँ कालिका सिद्धपीठ को हाटकाली भी कहा जाता है। यह कुमाऊं के 18 काली मंदिरों में सबसे प्रमुख है और आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा स्थापित किया गया था।

6. विर्थी फॉल की ऊंचाई कितनी है और यह कहां स्थित है?

  • उत्तर: विर्थी फॉल कुमाऊं क्षेत्र का सबसे ऊंचा जलप्रपात है, जिसकी ऊंचाई 126 मीटर है। यह पिथौरागढ़ जिले के एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।

7. खलिया टॉप क्या है?

  • उत्तर: खलिया टॉप एक बुग्याल (घास का मैदान) है, जो ट्रैकिंग के लिए प्रसिद्ध है। यहां से पर्वत श्रृंखलाओं का खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है।

8. दरकोट क्यों प्रसिद्ध है?

  • उत्तर: दरकोट गांव अपनी लकड़ी के घरों और हस्तशिल्प के लिए प्रसिद्ध है। यहां की पारंपरिक कुमाऊं शैली के घर और कला वस्त्र विशेष रूप से आकर्षक होते हैं।

9. माहेश्वरी कुण्ड का ऐतिहासिक महत्व क्या है?

  • उत्तर: माहेश्वरी कुण्ड यक्ष की प्रेम कहानी से जुड़ा हुआ है और यह स्थल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

10. मदकोट के गर्म जल का क्या महत्व है?

  • उत्तर: मदकोट में गंधकयुक्त गर्म जल का स्त्रोत है, जिसे आयुर्वेदिक उपचार के लिए जाना जाता है। यह स्थल स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रसिद्ध है।

11. नारायण नगर क्या है और कहां स्थित है?

  • उत्तर: नारायण नगर एक धार्मिक स्थल है, जिसे नारायण स्वामी द्वारा स्थापित किया गया था। यह स्थल पिथौरागढ़ जिले में स्थित है और तीर्थ यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है।

12. बालेश्वर मंदिर का इतिहास क्या है?

  • उत्तर: बालेश्वर मंदिर एक प्राचीन मंदिर है, जिसे अशोकचल्ल द्वारा निर्माण किया गया था। यह ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

 Download PDF 👇

उत्तराखंड के सभी जिलों की जानकारी

टिप्पणियाँ

उत्तराखंड के नायक और सांस्कृतिक धरोहर

उत्तराखंड के स्वतंत्रता सेनानी और उनका योगदान

उत्तराखंड के उन स्वतंत्रता सेनानियों की सूची और उनके योगदान, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई।

पहाड़ी कविता और शब्दकोश

उत्तराखंड की पारंपरिक पहाड़ी कविताएँ और शब्दों का संकलन, जो इस क्षेत्र की भाषा और संस्कृति को दर्शाते हैं।

गढ़वाल राइफल्स: एक गौरवशाली इतिहास

गढ़वाल राइफल्स के गौरवशाली इतिहास, योगदान और उत्तराखंड के वीर सैनिकों के बारे में जानकारी।

कुमाऊं रेजिमेंट: एक गौरवशाली इतिहास

कुमाऊँ रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे पुरानी और प्रतिष्ठित पैदल सेना रेजिमेंटों में से एक है। इस रेजिमेंट की स्थापना 18वीं शताब्दी में हुई थी

लोकप्रिय पोस्ट

केदारनाथ स्टेटस हिंदी में 2 लाइन(kedarnath status in hindi 2 line) something

जी रया जागी रया लिखित में , | हरेला पर्व की शुभकामनायें (Ji Raya Jagi Raya in writing, | Happy Harela Festival )

हिमाचल प्रदेश की वादियां शायरी 2 Line( Himachal Pradesh Ki Vadiyan Shayari )

हिमाचल प्रदेश पर शायरी स्टेटस कोट्स इन हिंदी(Shayari Status Quotes on Himachal Pradesh in Hindi)

महाकाल महादेव शिव शायरी दो लाइन स्टेटस इन हिंदी (Mahadev Status | Mahakal Status)

गढ़वाली लोक साहित्य का इतिहास एवं स्वरूप (History and nature of Garhwali folk literature)

हिमाचल प्रदेश पर शायरी (Shayari on Himachal Pradesh )