पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख बुग्याल और मंदिर पीडीएफ (Major Bugyals and Temples of Pithoragarh District PDF)
पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख बुग्याल और मंदिर
जिले के प्रमुख बुग्याल
- पिण्डारी बुग्याल
- कोट बुग्याल
- नामिक बुग्याल
- खलिया टॉप बुग्याल
- छिपला बुग्याल
- जोहार बुग्याल
- रहाली बुग्याल
- लड़ी पांगती बुग्याल
- थाला बुग्याल
- छियालेख बुग्याल
- बरम बुग्याल
- दारमा बुग्याल
- धनिया बुग्याल
जिले के प्रमुख मंदिर:
- ध्वज का खण्डेनाथ मंदिर - सत गढ़वाल एटा मार्ग से ऊपर 7500 फीट की ऊंचाई पर।
- ध्वज का जयंती मंदिर - खंडे नाथ मंदिर के ऊपर।
- कपिलेश्वर मंदिर - जिले के दक्षिणी छोर में स्थित।
- घुन्सेरा मंदिर - मुख्यालय से 5 किमी दूर।
- चौपखिया मंदिर - वड्डा से अड़किनी रोड पर।
- मड़ का सूर्य मंदिर - चौबाटी, डीडीहाट में।
- दुगई आगर का सूर्य मंदिर - गंगोलीहाट।
- पामै का मौनादित्य सूर्य मंदिर - गंगोलीहाट।
- चौपाता सूर्य मंदिर - देवलथल के समीप।
- चटकेश्वर मंदिर - पण्डा गाँव, धारचूला मार्ग में।
- अर्जुनेश्वर मंदिर - अर्जुन द्वारा निर्मित मंदिर, मासू गांव में।
- कुचियादेव मंदिर - बलुवाकोट के निकट शैलाश्रय (उडियार) में।
- नकुलेश्वर मंदिर - शिलिंग गांव।
- गुरना माता मंदिर - पिथौरागढ़ से 13 किमी दूर।
- दुगई आगर विष्णु मंदिर - गंगोलीहाट में।
- गेटली का विष्णु मंदिर - भड़कटिया के निकट दिगांस गांव में स्थित।
- हाटकालिका मंदिर - गंगालीहाट स्थित कुमाऊँ रेजीमेंट की आस्था विश्वास केन्द्र।
- गंगोलीहाट - मंकेश्वर मंदिर, चुलदेव मंदिर, गुप्तेश्वर मंदिर।
- सीराकोट मंदिर - डीडीहाट में।
- उल्का देवी मंदिर - पिथौरागढ़ नगर में।
- कामाख्या मंदिर - कासनी में।
- कोटगाड़ी देवी मंदिर - चौकोड़ी में स्थित।
- कोकिला माता मंदिर - धारचूला में।
- गोम्पा बौद्ध मठ - सुखौली, पिथौरागढ़ में।
- होकरा मंदिर - तेजम गांव के निकट मुनस्यारी में।
- मां कौशल्या देवी मंदिर - पिथौरागढ़।
- नन्दा देवी मंदिर - मुनस्यारी नगर में।
- छिपलाकेदार मंदिर - धारचूला के स्यांकुरी, खेला, रांथी एवं जुम्मा गांवों में।
- नौला देव मंदिर - जुम्मा गांव, धारचूला में।
- धुरा मंदिर - गर्गुवा नामक गांव धारचूला के ऊपर संतान प्राप्ति हेतु प्रसिद्ध मंदिर।
- हंसेश्वर मंदिर - तीतरी, बगड़ीहाट में।
- तालेश्वर मंदिर - झूलाघाट।
- धनलेख मंदिर - सिंगाली, डीडीहाट।
- लछैर मंदिर - लछैर।
- बागनाथ मंदिर - थल।
- कालामुनि मंदिर - बिर्थी।
- मलयनाथ का मंदिर - डीडीहाट में 6 हजार फीट की ऊंचाई पर।
- लटेश्वर मंदिर - बड़ावे में।
- इग्यार देवी मंदिर - गुरना के निकट।
- सेरादेवल मंदिर - झूलाघाट मार्ग पर कासनी के निकट।
- रामगंगा मंदिर - रामगंगा एवं सरयू नदियों के तट पर।
पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख बुग्याल:
1. पिण्डारी बुग्याल क्या है और यह कहां स्थित है?
- पिण्डारी बुग्याल पिथौरागढ़ जिले का एक प्रसिद्ध उच्च पर्वतीय बुग्याल है, जो हिमालय की सुंदरता और हरियाली के लिए जाना जाता है। यह ट्रैकिंग के शौकिनों के लिए एक प्रमुख आकर्षण स्थल है।
2. कोट बुग्याल में क्या विशेषताएं हैं?
- कोट बुग्याल पिथौरागढ़ जिले का एक प्रमुख बुग्याल है जो अपनी शांतिपूर्ण और सुरम्य प्रकृति के लिए प्रसिद्ध है। यहां के नज़ारे ट्रैकिंग और एडवेंचर के शौकिनों के लिए बेहद आकर्षक होते हैं।
3. नामिक बुग्याल की ट्रैकिंग के लिए सबसे अच्छा समय कौन सा है?
- नामिक बुग्याल की ट्रैकिंग के लिए मई से अक्टूबर तक का समय सबसे अच्छा माना जाता है, जब मौसम साफ और ट्रैकिंग के लिए अनुकूल होता है।
4. खलिया टॉप बुग्याल तक कैसे पहुंचें?
- खलिया टॉप बुग्याल तक पहुँचने के लिए पिथौरागढ़ से ट्रैकिंग करनी पड़ती है। यह बुग्याल ऊंचाई पर स्थित है और यहां से खूबसूरत हिमालयी दृश्य दिखाई देते हैं।
5. धनिया बुग्याल की विशेषता क्या है?
- धनिया बुग्याल एक अन्य लोकप्रिय स्थल है जो पर्यटकों को अपने स्वच्छ और शांत वातावरण से आकर्षित करता है। यह बुग्याल अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और बर्फ से ढकी पहाड़ियों के दृश्यों के लिए जाना जाता है।
पिथौरागढ़ जिले के प्रमुख मंदिर:
1. ध्वज का खण्डेनाथ मंदिर कहाँ स्थित है?
- यह मंदिर पिथौरागढ़ जिले के सत गढ़वाल एटा मार्ग से ऊपर 7500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है और यहां की यात्रा धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
2. घुन्सेरा मंदिर किस स्थान पर स्थित है?
- घुन्सेरा मंदिर मुख्यालय से 5 किमी दूर स्थित है और यह क्षेत्रीय आस्था का केंद्र है।
3. गंगोलीहाट में कौन-कौन से प्रमुख मंदिर हैं?
- गंगोलीहाट में मंकेश्वर मंदिर, चुलदेव मंदिर और गुप्तेश्वर मंदिर प्रमुख हैं। ये धार्मिक स्थल स्थानीय श्रद्धालुओं और पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
4. कामाख्या मंदिर की विशेषता क्या है?
- कामाख्या मंदिर कासनी में स्थित है और यह विशेष रूप से देवी कामाख्या की पूजा के लिए प्रसिद्ध है। यह मंदिर हिंदू धर्म में बहुत महत्व रखता है।
5. नन्दा देवी मंदिर कहाँ स्थित है और इसका महत्व क्या है?
- नन्दा देवी मंदिर मुनस्यारी नगर में स्थित है और यह देवी नन्दा की पूजा का प्रमुख स्थल है। यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए आस्था और विश्वास का प्रतीक है।
6. कुचियादेव मंदिर किस गांव में स्थित है?
- कुचियादेव मंदिर बलुवाकोट के निकट शैलाश्रय (उडियार) में स्थित है, जो एक प्रमुख धार्मिक स्थल है।
7. धुरा मंदिर का क्या महत्व है?
- धुरा मंदिर गर्गुवा नामक गांव धारचूला के ऊपर स्थित है और यह संतान प्राप्ति हेतु प्रसिद्ध है। श्रद्धालु यहां अपनी इच्छा पूरी करने के लिए पूजा अर्चना करते हैं।
8. रामगंगा मंदिर कहाँ स्थित है?
- रामगंगा मंदिर रामगंगा और सरयू नदियों के तट पर स्थित है और यह एक ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है, जहां श्रद्धालु पूजा करने आते हैं।
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