गढ़वाल राइफल्स और कारगिल युद्ध (Garhwal Rifles in Kargil War)

गढ़वाल राइफल्स  कारगिल युद्ध (Garhwal Rifles Kargil War)

गढ़वाल राइफल्स  कारगिल युद्ध

गढ़वाल राइफल्स की वीरता और साहस का इतिहास भारतीय सेना के हर अभियान में उल्लेखनीय रहा है, लेकिन 1999 के कारगिल युद्ध में गढ़वाल राइफल्स के अद्वितीय बलिदान और वीरता का परिचय आज भी याद किया जाता है। इस युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की विभिन्न बटालियनों ने अपने अदम्य साहस से देश की सीमाओं की रक्षा की और दुश्मनों को भागने पर मजबूर कर दिया।

17वीं बटालियन का पराक्रम

कारगिल युद्ध के दौरान गढ़वाल राइफल्स की 17वीं बटालियन को बटालिक सब-सेक्टर में जुबर हाइट्स पर एरिया बंप और कलापत्थर को कब्जे में लेने का कार्य सौंपा गया था। चढ़ाई अत्यंत कठिन थी, और दुश्मन की भारी गोलाबारी का सामना करते हुए वीर जवानों ने बहादुरी से हमला किया। इस दौरान कैप्टन जिंटू गोगोई ने अपनी जान की परवाह किए बिना यूएमजी सेंगर पर हमला किया और दुश्मनों का सफाया किया। इस वीरता के लिए उन्हें मरणोपरांत वीर चक्र से सम्मानित किया गया। 17वीं बटालियन को इस युद्ध में बहादुरी के लिए बैटल ऑनर 'बटालिक' और जीओसी-इन-सी उत्तरी कमान से प्रशंसा प्राप्त हुई।

18वीं बटालियन की वीरता

गढ़वाल राइफल्स की 18वीं बटालियन को प्वाइंट 4700 और आसपास की ऊँचाइयों पर दुश्मन से कब्जा करने का कार्य मिला था। इस अभियान में कैप्टन सुमीत रॉय ने अपनी अद्भुत बहादुरी का प्रदर्शन किया, जिसने प्वाइंट 4700 पर कब्जा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बाद में दुश्मन की गोलीबारी में घायल होने के बाद वे शहीद हो गए। 18वीं बटालियन के अन्य वीर सिपाहियों ने दुश्मन के खिलाफ जंग जारी रखी और कई पदक अर्जित किए, जिनमें छह वीर चक्र, सेना मेडल, और अन्य प्रशंसाएँ शामिल हैं।

रेजिमेंट का योगदान और बलिदान

कारगिल युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की 17वीं, 18वीं और 10वीं बटालियन शामिल थीं, जिन्होंने युद्ध में उल्लेखनीय भूमिका निभाई। इस अभियान में रेजिमेंट के 55 जांबाजों ने अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी वीरता के लिए उन्हें अनेक वीरता पुरस्कार और पदकों से सम्मानित किया गया।

सम्मान और पुरस्कार

कारगिल युद्ध के दौरान गढ़वाल राइफल्स ने कई वीरता पुरस्कार प्राप्त किए, जिनमें वीर चक्र, सेना मेडल, और अन्य प्रशंसा पत्र शामिल हैं। आजादी के बाद विभिन्न युद्धों में गढ़वाल राइफल्स ने असंख्य पदक अर्जित किए हैं, जिनमें:

  • अशोक चक्र: 01
  • महावीर चक्र: 04
  • कीर्ति चक्र: 11
  • वीर चक्र: 52
  • शौर्य चक्र: 38
  • सेना मेडल: 194
  • मेंशन इन डिस्पैच: 107

गढ़वाल राइफल्स का सामाजिक योगदान

सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि गढ़वाल राइफल्स पर्यावरण संरक्षण जैसे मुद्दों पर भी अग्रणी रही है। रेजिमेंट के जवानों ने न केवल युद्ध के मैदान में बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी अपनी पहचान बनाई है।

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