नैनीताल जिले के मुख्य तथ्य | Key Facts of Nainital District
हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित, प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर नैनीताल जिला अपने झीलों और पहाड़ियों के लिए प्रसिद्ध है। इसे "सरोवर नगरी" के नाम से भी जाना जाता है। नैनीताल के केंद्र में स्थित "नैनी झील" जिले का मुख्य आकर्षण है। इस लेख में हम नैनीताल जिले के महत्वपूर्ण तथ्यों, ऐतिहासिक घटनाओं, और पौराणिक मान्यताओं को विस्तार से जानेंगे।
नैनीताल जिले की मुख्य जानकारी (Quick Facts)
- जिलाधिकारी: श्री धीराज सिंह गर्बियाल
- स्थापना: 1891
- ऊंचाई: 2084 मीटर
- मुख्यालय: नैनीताल
- क्षेत्रफल: 4,251 वर्ग कि.मी.
- कुल जनसंख्या: 9,54,605
- साक्षरता दर: 83.88%
- जनसंख्या घनत्व: 225 प्रति वर्ग किलोमीटर
- लिंगानुपात: 925
- भाषा: हिंदी, कुमाऊँनी
प्रमुख प्रशासनिक जानकारी
- विधानसभा क्षेत्र: लालकुआँ, हल्द्वानी, नैनीताल (अनु. जाति), रामनगर, भीमताल, कालाढूंगी
- तहसीलें: नैनीताल, हल्द्वानी, रामनगर, धारी, कुश्याकटौली, कालाढूंगी, बेतालघाट, लालकुआँ, ओखलकांडा
- ब्लॉक: हल्द्वानी, भीमताल, रामनगर, कोटाबाग, धारी, बेतालघाट, रामगढ़, ओखलकांडा
स्वास्थ्य सेवाएं (Hospitals)
- बी.डी. पांडे चिकित्सालय, मल्लीताल, नैनीताल
- फोन: 235012
- सुशीला तिवारी चिकित्सालय, हल्द्वानी
- फोन: 255255
- सोबन सिंह जीना बेस चिकित्सालय, हल्द्वानी
- फोन: 251088
डाक सेवाएं (Postal Services)
- लालकुआँ: 262402
- भीमताल: 263136
- नैनीताल (मल्लीताल): 263001
- रामनगर: 244715
नैनीताल जिले की ऐतिहासिक व पौराणिक झलक
पौराणिक तथ्य (Mythological Facts)
हिंदू धर्म के ग्रंथों के अनुसार, नैनीताल झील के पास स्थापित नैना देवी मंदिर माता पार्वती को समर्पित है। मान्यता है कि जब देवी सती ने अपने पिता दक्ष प्रजापति के यज्ञ में अपमानित होकर आत्मदाह किया, तब भगवान शिव उनके जले हुए शरीर को लेकर आकाश भ्रमण करने लगे। इस दौरान जहाँ-जहाँ उनके अंग गिरे, वहाँ शक्तिपीठ बने। नैनीताल में सती के "नयन" गिरे, जिससे यह झील बनी और यहाँ माँ नैना देवी का मंदिर स्थापित हुआ।
मानसखण्ड में वर्णित इतिहास
स्कंद पुराण के मानसखण्ड में नैनीताल को "त्रि-ऋषि सरोवर" कहा गया है। कहा जाता है कि अत्रि, पुलस्त्य और पुलहा ऋषियों ने यहाँ तपस्या की थी। पानी की कमी के चलते उन्होंने मानसरोवर झील का जल यहाँ लाकर इस झील का निर्माण किया। इस झील में स्नान करने से आज भी पुण्य प्राप्ति की मान्यता है।
ऐतिहासिक तथ्य (Historical Facts)
पीटर बैरन द्वारा खोज
हालांकि नैनीताल की खोज का श्रेय पीटर बैरन को दिया जाता है, लेकिन इससे पहले 1823 में जी.जे. ट्रेल इस स्थान पर आए थे। ट्रेल ने नैनीताल की सुंदरता और धार्मिक महत्व को देखकर इसे गुप्त रखा।
1839 में पीटर बैरन, जो उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में व्यापारी थे, नैनीताल आए। उन्हें स्थानीय लोगों से पता चला कि 'शेर का डांडा' नामक पर्वत के पीछे एक सुंदर ताल है। इसे देखने के लिए उन्होंने स्थानीय व्यक्ति की मदद ली और नैनीताल की खोज का श्रेय पाया।
नैनीताल का प्राकृतिक आकर्षण
नैनीताल जिले में लगभग 60 झीलों का उल्लेख मिलता है। इनमें नैनी झील सबसे प्रसिद्ध है। इसके अलावा भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल, और खुरपाताल अन्य प्रमुख झीलें हैं।
मुख्य पर्यटन स्थल (Best Places to Visit)
- नैनी झील
- नैना देवी मंदिर
- माल रोड
- स्नो व्यू प्वाइंट
- टिफिन टॉप
- लॉवर और अपर चीना पीक
- भीमताल
- नौकुचियाताल
निष्कर्ष
नैनीताल जिला अपने पौराणिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व के कारण उत्तराखंड का एक अनमोल रत्न है। झीलों, पहाड़ों और मंदिरों से सजी यह जगह हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देती है। Website: Nainital District Official Website
नैनीताल जिले के FAQ (Frequently Asked Questions)
1. नैनीताल क्यों प्रसिद्ध है?
नैनीताल अपनी नैनी झील, पहाड़ी दृश्यों और नैना देवी मंदिर के लिए प्रसिद्ध है। इसे "सरोवर नगरी" भी कहा जाता है।
2. नैनीताल का इतिहास क्या है?
नैनीताल की खोज 1839 में पीटर बैरन द्वारा की गई थी। पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह स्थान देवी सती के नयन गिरने से बना है और इसे शक्तिपीठ माना जाता है।
3. नैनीताल जिले में कितनी झीलें हैं?
नैनीताल जिले में लगभग 60 झीलें पाई जाती हैं। इनमें नैनी झील, भीमताल, नौकुचियाताल और सातताल प्रमुख हैं।
4. नैनीताल में घूमने के लिए कौन-कौन से स्थान हैं?
- नैनी झील
- नैना देवी मंदिर
- स्नो व्यू प्वाइंट
- भीमताल
- नौकुचियाताल
- टिफिन टॉप
5. नैनीताल जिले में कौन-कौन सी भाषाएँ बोली जाती हैं?
नैनीताल जिले में हिंदी, कुमाऊँनी और अंग्रेजी भाषाएँ प्रमुख रूप से बोली जाती हैं।
6. नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
मार्च से जून और अक्टूबर से दिसंबर के बीच नैनीताल घूमने का सबसे अच्छा समय होता है। गर्मियों में मौसम सुहावना और सर्दियों में ठंडा होता है।
7. नैनीताल कैसे पहुँचा जा सकता है?
- रेल मार्ग: काठगोदाम रेलवे स्टेशन (35 किमी दूर)
- हवाई मार्ग: पंतनगर हवाई अड्डा (70 किमी दूर)
- सड़क मार्ग: दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से सीधी बस और टैक्सी सेवा उपलब्ध है।
8. नैनीताल का मुख्य त्योहार कौन सा है?
नैनीताल में नंदा देवी महोत्सव प्रमुख त्योहार है, जो अगस्त-सितंबर के महीने में मनाया जाता है।
9. नैनीताल में किस प्रकार की जलवायु पाई जाती है?
नैनीताल की जलवायु उप-उष्णकटिबंधीय है। गर्मियों में तापमान 10-25°C के बीच और सर्दियों में -2-15°C के बीच रहता है।
10. नैनीताल में होटल और रुकने की सुविधा कैसी है?
नैनीताल में हर बजट के अनुसार होटल, गेस्ट हाउस और रिसॉर्ट उपलब्ध हैं। मॉल रोड के पास रुकना सबसे सुविधाजनक है।
11. नैनीताल का जिला मुख्यालय कहाँ है?
नैनीताल का जिला मुख्यालय नैनीताल शहर में स्थित है।
12. नैनीताल का पिन कोड क्या है?
नैनीताल का पिन कोड 263001 है।
13. नैनीताल में कौन-कौन सी ट्रेकिंग लोकेशन हैं?
- स्नो व्यू प्वाइंट ट्रेक
- टिफिन टॉप ट्रेक
- चीना पीक ट्रेक
14. नैनीताल जिले के प्रमुख प्रशासनिक ब्लॉक कौन-कौन से हैं?
- हल्द्वानी
- भीमताल
- रामनगर
- कोटाबाग
- ओखलकांडा
15. नैनीताल क्यों धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है?
यहाँ नैना देवी मंदिर स्थित है, जिसे 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। इसके अलावा, यहाँ कई अन्य धार्मिक स्थल भी हैं।
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