आख़िर क्या है बद्रीनाथ से जुड़ा अनोखा रहस्य ( After all, what is the unique secret related to Badrinath?)
आख़िर क्या है बद्रीनाथ से जुड़ा अनोखा रहस्य ( After all, what is the unique secret related to Badrinath?)
बद्रीनाथ से जुड़ा अनोखा रहस्य |
![]() |
बद्रीनाथ से जुड़ा अनोखा रहस्य |
![]() |
बद्रीनाथ से जुड़ा अनोखा रहस्य |
बद्रीनाथ का क्या इतिहास था?
- बद्रीनाथ मंदिर का निर्माण ७वीं-९वीं सदी में होने के प्रमाण मिलते हैं बद्रीनाथ मन्दिर में हिंदू धर्म के देवता विष्णु के एक रूप "बद्रीनारायण" की पूजा होती है। यहाँ उनकी १ मीटर (३.३ फीट) लंबी शालिग्राम के वृक्षों के कारण पड़ा था। एडविन टी॰ एटकिंसन ने अपनी पुस्तक, "द हिमालयन गजेटियर" में इस बात का उल्लेख किया है कि इस स्थान पर पहले बद्री के घने वन पाए जाते थे, हालाँकि अब उनका कोई निशान तक नहीं बचा है।
- विष्णु पुराण में इस क्षेत्र से संबंधित एक कथा है, जिसके अनुसार धर्म के दो पुत्र हुए- नर तथा नारायण) और नर-नारायण ने ही क्रमशः अगले जन्म में क्रमशः अर्जुन तथा कृष्ण के रूप में जन्म लिया था।
- महाभारतकालीन एक अन्य मान्यता यह भी है कि इसी स्थान पर पाण्डवों ने अपने पितरों का पिंडदान किया था। इसी कारण से बद्रीनाथ के ब्रम्हाकपाल क्षेत्र में आज भी तीर्थयात्री अपने पितरों का आत्मा का शांति के लिए पिंडदान करते हैं।
- बद्रीनाथ मन्दिर की उत्पत्ति के विषय में अनेक मत प्रचलित हैं। कुछ स्रोतों के अनुसार, यह मन्दिर आठवीं शताब्दी तक एक बौद्ध मठ था, जिसे आदि शंकराचार्य ने एक हिन्दू मन्दिर में परिवर्तित कर दिया। इस तर्क के पीछे मन्दिर की वास्तुकला एक प्रमुख कारण है, जो किसी बौद्ध विहार (मन्दिर) के सामान है; इसका चमकीला तथा चित्रित मुख-भाग भी किसी बौद्ध मन्दिर के समान ही प्रतीत होता है।
- अन्य स्रोत बताते हैं कि इस मन्दिर को नौवीं शताब्दी में आदि शंकराचार्य द्वारा एक तीर्थ स्थल के रूप में स्थापित किया गया था। एक अन्य मान्यता यह भी है कि शंकराचार्य छः वर्षों तक (८१४ से ८२० तक) इसी स्थान पर रहे थे। इस स्थान में अपने निवास के दौरान वह छह महीने के लिए बद्रीनाथ में, और फिर शेष वर्ष केदारनाथ में रहते थे। हिंदू अनुयायियों का कहना है कि बद्रीनाथ की मूर्ति देवताओं ने स्थापित की थी। जब बौद्धों का पराभव हुआ, तो उन्होंने इसे अलकनन्दा में फेंक दिया। शंकराचार्य ने ही अलकनंदा नदी में से बद्रीनाथ की इस मूर्ति की खोज की, और इसे तप्त कुंड नामक गर्म चश्मे के पास स्थित एक गुफा में स्थापित किया।
👉🏻जानिए बद्रीनाथ के तप्त कुंड का क्या है रहस्य? (janiye badrinath ke tapt kund ka kya hai rahasya?)
👉🏻 श्री बद्रीनाथ जी... (shri badrinath ji...)
👉🏻 सर्वश्रेष्ठ आराध्य देव श्री बद्रीनारायण ( पहला वैकुंठ धाम:- धरती पर बद्रीनाथ, )
👉🏻 इतिहास /बद्रीनाथ की कथा - महाशिवरात्रि और यक्ष (itihas /badrinath ki katha - mahashivratri aur yaksh)
👉🏻 इतिहास /बद्रीनाथ की कथा - महाशिवरात्रि और यक्ष (itihas /badrinath ki katha - mahashivratri aur yaksh)
👉🏻 बद्रीनाथ धाम मंदिर( Badrinath Dham Temple)
👉🏻 श्री बद्रीनाथजी की आरती (Shri Badrinath Aarti) jai badri vishal lyrics in hindi
👉🏻 आख़िर क्या है बद्रीनाथ से जुड़ा अनोखा रहस्य ( After all, what is the unique secret related to Badrinath?)
👉🏻 बद्रीनाथ मंदिर के बारे में /About Badrinath Temple
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
उत्तराखंड की महान शख्सियतें और योगदान
केशरी चंद की वीरता और बलिदान की अद्भुत गाथा, जिन्होंने आजाद हिंद फौज में सेवा की।
स्वतंत्रता संग्राम में केशरी चंद की महत्वपूर्ण भूमिका और अद्वितीय योगदान।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उत्तराखंड की वीरता और योगदान की चर्चा।
इन्द्रमणि बडोनी की जीवन यात्रा और उनकी प्रेरणादायक सोच पर 300 शब्दों का निबंध।
इन्द्रमणि बडोनी के जीवन और योगदान पर 200 शब्दों में निबंध।
इन्द्रमणि बडोनी की प्रेरणादायक यात्रा पर आधारित एक सुंदर कविता।
इन्द्रमणि बडोनी को समर्पित श्रद्धांजलि, जिन्होंने अपने कार्यों से समाज को नई दिशा दी।
इन्द्रमणि बडोनी की प्रेरणादायक यात्रा और उनके संघर्ष की गाथा।
उत्तराखंड की महान विभूतियों और उनके योगदान की झलक।
इन्द्रमणि बडोनी, जो उत्तराखंड में गांधीजी के समान माने जाते हैं, का जीवन परिचय।
उत्तराखंड के महान व्यक्तित्वों का जीवन परिचय और उनकी उपलब्धियाँ।
उत्तराखंड के महान नायकों की कहानियाँ, जिन्होंने राज्य को गौरवान्वित किया।
डॉ. घनानंद पांडेय की जीवन यात्रा और उत्तराखंड में उनका योगदान।
टिप्पणियाँ