मेजर सोमनाथ शर्मा: भारतीय सेना के पहले परमवीर चक्र विजेता (Major Somnath Sharma: First Param Vir Chakra winner of the Indian Army)

मेजर सोमनाथ शर्मा: भारतीय सेना के पहले परमवीर चक्र विजेता



परिचय

मेजर सोमनाथ शर्मा भारतीय सेना के एक वीर योद्धा थे, जिन्होंने अपने अद्वितीय साहस और नेतृत्व से देश की रक्षा में अपना जीवन बलिदान कर दिया। वह परमवीर चक्र पाने वाले पहले भारतीय सैनिक थे। उनका जीवन और बलिदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।


जन्म और प्रारंभिक जीवन

  • जन्म: 31 जनवरी 1923
  • स्थान: दध, कांगड़ा (वर्तमान में हिमाचल प्रदेश)
  • मेजर सोमनाथ का परिवार सैन्य पृष्ठभूमि से था। उनके पिता, अमरनाथ शर्मा, एक सैन्य अधिकारी थे, और उनके छोटे भाई वी. एन. शर्मा भारतीय सेना के 14वें सेनाध्यक्ष बने।
  • उन्होंने अपनी शिक्षा शेरवुड कॉलेज, नैनीताल और प्रिंस ऑफ वेल्स रॉयल मिलिट्री कॉलेज, देहरादून से प्राप्त की।

सैन्य जीवन

  • सेवा में प्रवेश: 22 फरवरी 1942
  • उनकी नियुक्ति ब्रिटिश भारतीय सेना की उन्नीसवीं हैदराबाद रेजिमेंट की आठवीं बटालियन में हुई, जो बाद में भारतीय सेना की चौथी कुमाऊं रेजिमेंट बनी।
  • द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने बर्मा के अराकन अभियान में भाग लिया, जहाँ उनकी वीरता के लिए उन्हें Mentioned in Dispatches में स्थान मिला।

बड़गाम की लड़ाई

  • तारीख: 3 नवंबर 1947
  • स्थान: बड़गाम, कश्मीर
  • 1947 के भारत-पाक युद्ध के दौरान, कश्मीर में घुसपैठियों को रोकने के लिए उन्हें श्रीनगर के पास बड़गाम में तैनात किया गया।
  • प्लास्टर चढ़े हुए बाएं हाथ की चोट के बावजूद, उन्होंने अपनी डेल्टा कंपनी का नेतृत्व किया।
  • जब लगभग 700-1000 दुश्मनों ने हमला किया, तो केवल 90 सैनिकों की उनकी कंपनी ने आखिरी सांस तक लड़ाई लड़ी।
  • इस लड़ाई में, वह दुश्मन की गोलाबारी से शहीद हो गए, लेकिन दुश्मनों को आगे बढ़ने से रोक दिया, जिससे श्रीनगर हवाई अड्डा बच गया।

परमवीर चक्र से सम्मानित

मेजर सोमनाथ शर्मा को उनकी अद्वितीय वीरता और बलिदान के लिए मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च सैन्य सम्मान, परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें पहली बार 21 जून 1947 को दिया गया था।


विरासत

  1. शौर्य की प्रतीक:
    • उनकी वीरता को सम्मानित करने के लिए भारतीय नौवहन निगम ने एक जहाज का नाम एमटी मेजर सोमनाथ शर्मा रखा।
  2. लोकप्रिय संस्कृति:
    • 1988 की टीवी श्रृंखला परमवीर चक्र के पहले एपिसोड में उनके बलिदान को प्रदर्शित किया गया। इसमें फारूक शेख ने उनका किरदार निभाया।
  3. यादगार स्मारक:
    • उनकी वीरता को हर भारतीय सैनिक याद करता है, और वह कश्मीर की रक्षा के लिए दिए गए बलिदान के प्रतीक बन गए हैं।

प्रेरणा के स्रोत

मेजर सोमनाथ शर्मा का जीवन हमें कर्तव्य, निष्ठा, और साहस की प्रेरणा देता है। उनका यह कथन हमेशा याद रहेगा:
"हम लड़ रहे हैं और मर रहे हैं, लेकिन किसी भी कीमत पर दुश्मन को आगे नहीं बढ़ने देंगे।"


निष्कर्ष

मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता और बलिदान भारतीय इतिहास में अमर है। उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि देश की रक्षा और सम्मान के लिए समर्पण ही सबसे बड़ा धर्म है।


आपके लिए एक कविता:

वीर थे वो भारत के लाल,
शत्रु दल में मचाया भूचाल।
दिया जीवन देश के लिए,
हमेशा रहेंगे अमर इस धरा के लिए।


Focus Queries (FAQs)

1. मेजर सोमनाथ शर्मा कौन थे?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा भारतीय सेना के कुमाऊं रेजिमेंट की चौथी बटालियन के कंपनी कमांडर थे। उन्होंने 1947 के भारत-पाक युद्ध में अद्वितीय वीरता दिखाते हुए अपने प्राणों की आहुति दी और उन्हें मरणोपरांत परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया।

2. मेजर सोमनाथ शर्मा को परम वीर चक्र क्यों मिला?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा को 3 नवम्बर 1947 को बड़गाम की लड़ाई में वीरता दिखाने के लिए परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया। उन्होंने श्रीनगर हवाई अड्डे की रक्षा करते हुए पाकिस्तानी घुसपैठियों को पीछे धकेलने के दौरान अपनी जान की बाजी लगाई।

3. मेजर सोमनाथ शर्मा का जन्म कब और कहाँ हुआ था?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा का जन्म 31 जनवरी 1923 को दध, कांगड़ा, पंजाब प्रान्त (वर्तमान हिमाचल प्रदेश) में हुआ था।

4. मेजर सोमनाथ शर्मा ने किस सैन्य सेवा में अपना करियर शुरू किया था?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा ने 1942 में ब्रिटिश भारतीय सेना की 19वीं हैदराबाद रेजिमेंट की 8वीं बटालियन में अपनी सेवा शुरू की थी। बाद में यह बटालियन कुमाऊं रेजिमेंट का हिस्सा बनी।

5. मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता का प्रमुख उदाहरण क्या था?

उत्तर:
3 नवम्बर 1947 को बड़गाम की लड़ाई में, मेजर सोमनाथ शर्मा ने अपनी कंपनी के साथ कश्मीर की रक्षा की। उनकी साहसिकता और संघर्ष ने भारतीय सेना को महत्वपूर्ण जीत दिलाई, जिसके लिए उन्हें परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया।

6. मेजर सोमनाथ शर्मा के परिवार के बारे में क्या जानकारी है?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा के पिता अमर नाथ शर्मा एक सैन्य अधिकारी थे। उनके कई भाई भी भारतीय सेना में थे, जिनमें उनका छोटा भाई विश्वनाथ शर्मा भारतीय सेना के 14वें सेनाध्यक्ष बने।

7. मेजर सोमनाथ शर्मा की शिक्षा कहां हुई थी?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा शेरवुड कॉलेज, नैनीताल से प्राप्त की थी। इसके बाद, उन्होंने रॉयल मिलिट्री कॉलेज, सैंडहर्स्ट में सैन्य शिक्षा प्राप्त की थी।

8. क्या मेजर सोमनाथ शर्मा का योगदान द्वितीय विश्व युद्ध में भी था?

उत्तर:
जी हां, मेजर सोमनाथ शर्मा ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान बर्मा में जापानी सेना के खिलाफ अराकन अभियान में हिस्सा लिया था। उनकी वीरता के कारण उन्हें मेन्शंड इन डिस्पैचेस में स्थान मिला।

9. मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता पर आधारित कोई फिल्म या टीवी शो है?

उत्तर:
जी हां, मेजर सोमनाथ शर्मा की वीरता पर आधारित एक टीवी श्रृंखला "परम वीर चक्र" (1988) का एपिसोड था, जिसमें फारूक शेख ने उनका किरदार निभाया था।

10. मेजर सोमनाथ शर्मा को मिलने वाला सम्मान क्या था?

उत्तर:
मेजर सोमनाथ शर्मा को उनके अद्वितीय साहस और बलिदान के लिए 1947 में मरणोपरांत परम वीर चक्र से सम्मानित किया गया, जो भारतीय सेना का सर्वोच्च युद्ध सम्मान है।

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