Garhwal Rifles(गढ़वाल राइफल्स)
गर्व और वीरता की अद्भुत कहानियाँ
गढ़वाल राइफल्स की 137 वर्षों की यात्रा, उनके वीरता और साहस का प्रतीक।
गढ़वाल राइफल्स की वीरता की कहानियाँ, जिन्होंने देश के लिए अनगिनत बलिदान दिए।
एक सैनिक की प्रेरणादायक यात्रा, जो लगातार अपनी सेवाओं के लिए सम्मान प्राप्त कर रहा है।
जसवंत सिंह रावत की साहसिक गाथा, जो हर भारतीय के दिल में अमर हो गई।
गब्बर सिंह नेगी की वीरता और उनकी प्रेरणादायक कहानी।
दरवान सिंह नेगी की वीरता, जिन्होंने भारत के पहले विक्टोरिया क्रॉस के सम्मान को प्राप्त किया।
1971 के युद्ध में 5वीं गढ़वाल राइफल्स की वीरता और उनके अद्वितीय योगदान की कहानी।
1965 के भारत-पाक युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की साहसिक भूमिका और वीरता की कहानी।
1962 के भारत-चीन युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की साहसिकता और वीरता की कहानी।
5वीं गढ़वाल राइफल्स की बटालियन की वीरता और उनके अद्वितीय योगदान की याद।
दूसरे विश्व युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की भूमिका और उनकी साहसिकता की गाथाएँ।
गर्व और वीरता की अद्भुत कहानियाँ
1914-18 के दौरान गढ़वाल रेजिमेंट की वीरता, जिसने युद्ध के मैदान में असाधारण साहस दिखाया।
गढ़वाल रेजिमेंट की साहसिकता, जो युद्ध के दौरान हर चुनौती का सामना करते हुए आगे बढ़ी।
गढ़वाल राइफल्स की वीरता की कहानी, जो हर भारतीय के दिल में बस गई।
1962 के भारत-चीन युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की साहसिकता और वीरता की गाथाएँ।
एक बहादुर सैनिक की प्रेरणादायक कहानी, जिसने सेना में अपनी वीरता से नाम कमाया।
1971 के भारत-पाक युद्ध की एक झलक, जिसमें गढ़वाल राइफल्स की वीरता की तस्वीर खींची गई।
1965 के भारत-पाक युद्ध में गढ़वाल राइफल्स के अद्वितीय साहस और वीरता की गाथाएँ।
गब्बर सिंह नेगी की कहानी, जिन्होंने युद्ध में वीरता और साहस का प्रदर्शन किया।
दरवान सिंह नेगी की वीरता, जिन्होंने विक्टोरिया क्रॉस प्राप्त किया और गढ़वाल राइफल्स का नाम रोशन किया।
उन सैनिकों का बलिदान, जिन्होंने देश की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी।
कुछ प्रेरणादायक उदाहरण और शायरी, जो वीरता और बलिदान को दर्शाती हैं।
दूसरे विश्व युद्ध में गढ़वाल राइफल्स की भूमिका और उनकी साहसिकता की गाथाएँ।
गढ़वाल रायफल्स का योगदान
21 सितंबर 1942 को गढ़वाल रायफल्स की 2/18 और 5/18 बटालियन आजाद हिंद फौज में शामिल हो गई। इन दोनों बटालियनों में 2500 सैनिक शामिल थे, जिनमें से 800 वीर सैनिक देश के लिए शहीद हो गए।
उत्तराखंड का योगदान प्रतिशत में
आजाद हिंद फौज में कुल 23,266 भारतीय सैनिक शामिल थे, जिनमें से लगभग 12 प्रतिशत उत्तराखंड से थे। यह आंकड़ा इस बात का प्रमाण है कि उत्तराखंड के वीर सपूतों ने देश की स्वतंत्रता में कितना अहम योगदान दिया।
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