षडङ्ग तर्पणम्: श्री कात्यायनी पूजा विधि - Shodash Tarpanam: Shri Katyayani Puja Vidhi.

षडङ्ग तर्पणम्: श्री कात्यायनी पूजा विधि

षडङ्ग तर्पणम् देवी कात्यायनी की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसमें देवी की शक्ति को विभिन्न अंगों और स्तरों पर अर्पित किया जाता है। इस विधि में मंत्रों द्वारा पूजा की जाती है और देवी के पादुकाओं को पूजित एवं तर्पित किया जाता है।

षडङ्ग तर्पणम्:

  • ह्रां हृदयाय नमः:
    हृदय शक्ति श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  • ह्रीं शिरसे स्वाहा:
    शिरो शक्ति श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  • हूं शिखायै वषट्:
    शिखा शक्ति श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  • हैं कवचाय हूं:
    कवच शक्ति श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  • ह्रौं नेत्रत्रयाय वौषट्:
    नेत्र शक्ति श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  • ह्रः अस्त्राय फट्:
    अस्त्र शक्ति श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

लयाङ्ग तर्पणम्:

  • ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा:
    कात्यायनी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः (१० बार)।

प्रथमावरणम्

देवताओं का पूजन एवं तर्पण:

  1. इन्द्र:
    ॐ ऐं इन्द्राय नमः। इन्द्र श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  2. धर्मराज:
    धं धर्मराजाय नमः। धर्मराज श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  3. वरुण:
    ॐ वं वरुणाय नमः। वरुण श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  4. कुबेर:
    ॐ की कुबेराय नमः। कुबेर श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

संपूर्ण देवताओं को समर्पण:
ॐ एताः प्रथमावरण देवताः साङ्गाः सायुधाः सशक्तिकाः सवाहनाः सपरिवाराः सर्वोपचारैः सम्पूजिताः सन्तर्पिताः सन्तुष्टाः सन्तु नमः।

अभीष्ट सिद्धि प्रार्थना:
ॐ अभीष्टसिद्धि मे देहि शरणागत वत्सले। भक्त्या समर्पये तुभ्यं प्रथमावरणार्चनम्।
प्रार्थना समर्पण: अनेन प्रथमावरणार्चनेन श्री कात्यायन्यम्बा प्रीयथाम्।


द्वितीयावरणम्

  1. कामिनी:
    ॐ कामिन्यै नमः। कामिनी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  2. कुलजा:
    ॐ कुलजायै नमः। कुलजा श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  3. कलावती:
    ॐ कलावत्यै नमः। कलावती श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  4. कान्तिदा:
    ॐ कान्तिदायै नमः। कान्तिदा श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  5. कनकेश्वरी:
    ॐ कनकेश्वर्यै नमः। कनकेश्वरी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

अभीष्ट सिद्धि प्रार्थना:
अभीष्टसिद्धि में देहि शरणागत वत्सले। भक्त्या समर्पये तुभ्यं द्वितीयावरणार्चणम्।
प्रार्थना समर्पण: अनेन द्वितीयावरणार्चनेन श्री कात्यायन्यम्बा प्रीयथाम्।


तृतीयावरणम्

  1. हृदय देवी:
    ॐ ह्रां हृदयदेव्यै नमः। हृदय देवी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  2. शिरो देवी:
    ॐ ह्रीं शिरोदेव्यै नमः। शिरो देवी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  3. शिखा देवी:
    ॐ हूं शिखादेव्यै नमः। शिखा देवी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  4. कवच देवी:
    ॐ हैं कवचदेव्यै नमः। कवच देवी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  5. नेत्र देवी:
    ॐ ह्रीँ नेत्रदेव्यै नमः। नेत्र देवी श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

अभीष्ट सिद्धि प्रार्थना:
अभीष्टसिद्धि में देहि शरणागत वत्सले। भक्त्या समर्पये तुभ्यं तृतीयावरणार्चणम्।
प्रार्थना समर्पण: अनेन तृतीयावरणार्चनेन श्री कात्यायन्यम्बा प्रीयथाम्।


तुरियावरणम्

  1. गङ्गा देवी:
    ॐ गं गङ्गायै नमः। गङ्गा श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  2. यमुना देवी:
    ॐ यं यमुनायै नमः। यमुना श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  3. सरस्वती देवी:
    ॐ सौः सरस्वत्यै नमः। सरस्वती श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

अभीष्ट सिद्धि प्रार्थना:
अभीष्टसिद्धि में देहि शरणागत वत्सले। भक्त्या समर्पये तुभ्यं तुरियावरणार्चणम्।
प्रार्थना समर्पण: अनेन तुरियावरणार्चनेन श्री कात्यायन्यम्बा प्रीयथाम्।



पञ्चमावरणम्

  1. कात्यायिनी दुर्गा:
    ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः। कात्यायनी दुर्गा श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  2. शिव:
    ॐ ह्रीं नमः शिवाय। साम्बशिव श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

  3. भैरव:
    ब्लूं वं वद वद त्रीं हूं फट्। श्री भैरव श्री पादुकां पूजयामि तर्पयामि नमः।

अभीष्ट सिद्धि प्रार्थना:
अभीष्टसिद्धि में देहि शरणागत वत्सले। भक्त्या समर्पये तुभ्यं पञ्चमावरणार्चणम्।
प्रार्थना समर्पण: अनेन पञ्चमावरणार्चनेन श्री कात्यायन्यम्बा प्रीयथाम्।


पञ्चपूजा:

  1. लं पृथिव्यात्मिकायै गन्धं कल्पयामि।
  2. हं आकाशात्मिकायै पुष्पाणि पूजयामि।
  3. यं वाय्वात्मिकायै धूपं कल्पयामि।
  4. रं अग्न्यात्मिकायै दीपं कल्पयामि।
  5. वं अमृतात्मिकायै अमृतं महानैवेद्यं कल्पयामि।
  6. सं सर्वात्मिकायै ताम्बूलादि समस्तोपचारान् कल्पयामि।

इस विधि द्वारा कात्यायनी देवी का पूजन करने से व्यक्ति को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।

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