श्री कात्यायनी आवरण पूजा क्रमः - The worship sequence of Goddess Katyayani is as follows:

1)Google News यहाँ क्लिक करें 2) Join Update WathsApp चैनल से जुड़े

श्री कात्यायनी आवरण पूजा क्रमः

पीठ पूजा

श्री कात्यायनी पूजा का प्रारंभ पीठ पूजा से होता है। इसमें निम्न मंत्रों का उच्चारण करते हुए पूजन सामग्री अर्पित की जाती है:

  • ॐ मण्डूकादि परतत्वाय नमः
  • प्रीं पृथिव्यै नमः (पृथ्वी को समर्पित)
  • सौः सुधार्णवाय नमः (सुधार्णव को समर्पित)
  • रां रत्नद्वीपाय नमः (रत्नद्वीप को समर्पित)
  • क्रीं सौः सरोवराय नमः (सरोवर को समर्पित)
  • क्लीं कल्पवनाय नमः (कल्पवन को समर्पित)
  • पद्मवनाय नमः (पद्मवन को समर्पित)
  • कल्पवल्ली मूलवैद्यै नमः (कल्पवल्ली की जड़ को समर्पित)
  • यं योगपीठाय नमः (योगपीठ को समर्पित)

श्री कात्यायनी आवाहन

अब श्री कात्यायनी का आवाहन मंत्र का उच्चारण करते हैं:

सहस्रकरदीप्ताङ्गी अक्षारक्तां वरोज्ज्वलां ।
चतुर्भुजां शवगतां नौमिकात्यायनीं शिवाम् ॥

फिर इस मंत्र का जप करते हैं:

ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा।

श्री कात्यायनी के चरणों में वंदन कर, निम्न मुद्राओं का प्रयोग करते हुए उन्हें आह्वान, स्थापना और पूजा करते हैं:

  1. आवाहन मुद्रा: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। श्री कात्यायनी ध्यायामि आवाहयामि नमः।"
  2. स्थापन मुद्रा: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। श्री कात्यायनी स्थापिता भव।"
  3. संस्थित मुद्रा: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। श्री कात्यायनी संस्थितो भव।"
  4. सन्निरुद्ध मुद्रा: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। श्री कात्यायनी सन्निरुद्धौ भव।"
  5. सम्मुखी मुद्रा: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। श्री कात्यायनी सम्मुखी भव।"
  6. अवकुण्ठन मुद्रा: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। श्री कात्यायनी अवकुण्ठितो भव।"

पूजन सामग्री अर्पण

  1. आसन अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। आसनं कल्पयामि।"
  2. पाद्य अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। पादयोः पाद्यं कल्पयामि।"
  3. अर्घ्य अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। हस्तयोः अर्घ्य कल्पयामि।"
  4. आचमन अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। मुखे आचमनीयं कल्पयामि।"
  5. स्नान अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। शुद्धोदक स्नानं कल्पयामि।"
  6. वस्त्र अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। वस्त्राणि कल्पयामि।"
  7. आभूषण अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। आभरणानि कल्पयामि।"
  8. गंध अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। दिव्यपरिमळ गन्धं कल्पयामि।"
  9. धूप अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। घूपं कल्पयामि।"
  10. दीप अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। दीपं कल्पयामि।"
  11. नैवेद्य अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। नैवेद्यं कल्पयाम
  1. ताम्बूल अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। सुगंध ताम्बूलं कल्पयामि।"
  2. कर्पूर नीराजन अर्पण: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। कर्पूर नीराञ्जनं कल्पयामि।"
  3. प्रदक्षिणा एवं नमस्कार: "ॐ ह्रीं कात्यायिन्यै नमः स्वाहा। प्रदक्षिण नमस्कारान् कल्पयामि।"

समर्पण

पूजन के अंत में देवी कात्यायनी से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए निम्न मंत्र का उच्चारण करें:

सन्विन्मयै परे देवी परामृत रुचि पिय्रे ।
अनुज्ञां कात्यायनीं देहि परिवार्चनायम मे ॥

यह संपूर्ण आवरण पूजा विधि श्री कात्यायनी देवी के प्रति समर्पित है, जिसमें उनके चरणों में श्रद्धा अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।

यह भी पढ़े

7. कालरात्रि

  1. भगवती माँ काली की आरती और मंत्र
  2. सप्तमं कालरात्रि: काल की अधिष्ठात्री देवी काली
  3. मां कालरात्रि की शायरी: आशीर्वाद और भक्ति
  4. श्री कालरात्री महामन्त्र जप विधि: विधि, ध्यान और पञ्चपूजा की सम्पूर्ण जानकारी
  5. श्री कालरात्री आवरण पूजा क्रम
  6. श्री कालरात्री आवरण पूजा विधि: सम्पूर्ण पूजन क्रम
  7. श्री कालरात्रि पूजा विधि: प्रथम से पञ्चमावरण और पञ्चपूजा
  8. कालरात्रि देवी की प्रथमावरण पूजा विधि
  9. नवरात्रि: मां कालरात्रि के पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
  10. कालरात्रि की महिमा
  11. मां कालरात्रि पर बेहतरीन स्टेटस: नवरात्रि के अवसर पर
  12. कालरात्रि की महिमा: तीन बेहतरीन कविताएँ
  13. मां कालरात्रि: संकटों का नाश और भक्तों की रक्षा
  14. माँ कालरात्रि की महिमा, मंत्र और जाप विधि
  15. मां कालरात्रि की पूजा विधि और महत्व:
  16. माँ कालरात्रि की पूजा विधि, महत्व और स्तोत्र
  17. माँ कालरात्रि की पूजा और मंत्र विधि
  18. माँ कालरात्रि देवी की कहानी
  19. माता कालरात्रि की कथा: नवरात्री के सातवें दिन पूजा विधि और मंत्र
  20. माँ कालरात्रि की महिमा और पूजा विधि 

टिप्पणियाँ